बिनेंस टीम

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अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab)
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) एक शोध और विकेन्द्रीकृत असेट मैनेजमेंट, क्रॉस-चेन इकोसिस्टम है।
-अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) में अल्फा होमोरा, अल्फाएक्स, अल्फा टोकनॉमिक्स, -अल्फा होमोरा V2, अल्फा होमोरा C1 जैसे कई प्रोजेक्ट शामिल हैं।
-यह अल्फा (Alpha) को अपनी टोकन करेंसी के रूप में उपयोग करता है और इसे Ethereum और BSC प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है।
रेटिंग
प्रतीक
अवलोकन
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) खुद को कई अन्य defi प्लेटफॉर्म से अलग करती है क्योंकि यह अवसरों की पहचान करने और तेजी से विकास चक्र के साथ defi वातावरण में उन्हें समझने की कोशिश करती है।
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) के प्रोडक्ट उपयोगकर्ता के अनुकूल हैं, और प्रत्येक प्रोडक्ट अपने अन्य प्रोडक्ट की उपयोगिता में और सुधार करता है।
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha Finance lab) अल्फाएक्स को लॉन्च करना चाहती है, जो इसे ऑर्डर बुक के बिना पहला यूनीसवैप (uniswap) या sushi swap-स्टाइल परपेचुअल defi एक्सचेंज बनाती है। परपेचुअल स्वैप उपयोगकर्ताओं को विभिन्न लाभ प्रदान देगा, जैसे कि प्रोसेस को समझे बिना लीवरेज्ड ट्रेडिंग।
Historical Price Movement (in INR)
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) इकोसिस्टम अल्फा होमुरा उधार देते हुए ETH के लिए लीवरेज्ड यील्ड फार्मिंग और लीवरेज्ड इंटरेस्ट का उपयोग करता है।
प्रोटोकॉल यील्ड फार्मिंग पूल में ETH पर लीवरेज्ड पोज़िशन की अनुमति देता है। जब कोई उपयोगकर्ता ETH प्रदान करता है, तो प्रोटोकॉल लीवरेज (2.5X तक) के साथ अपने यील्ड फार्म के बिनेंस टीम लिए अतिरिक्त ETH उधार लेता है। लिक्विडेशन से बचने के लिए यील्ड फार्मर्स को अधिकतम ऋण अनुपात बनाए रखना होगा।
अल्फा फाइनेंस लैब (Alpha finance lab) Ethereum और बिनेंस (Binance) स्मार्ट चेन पर बनी है। ये प्लेटफॉर्म प्रूफ ऑफ स्टेक (PoS) का उपयोग करते हैं। ethereum द्वारा उपयोग की गई प्रोग्रामिंग भाषा सॉलिडिटी है, और बिनेंस (binance) स्मार्ट चेन गो (GO), जावास्क्रिप्ट (Javascript), C++, C#, पाइथन (Python) और स्विफ्ट (Swift) का उपयोग करती है।
इकोसिस्टम में मूल टोकन का उपयोग: अल्फा (Alpha) मूल टोकन है। टोकन धारक किसी भी चूक को कवर करने के साथ-साथ माइनिंग को लिक्विडेट करने और गवर्नेंस वोटिंग करने के लिए टोकन देकर फीस के नेटवर्क का एक हिस्सा अर्जित कर सकते हैं
सार्वजनिक बिक्री- LPD
लॉन्चपूल
लिक्विडिटी माइनिंग
टीम और सलाहकार
निजी बिक्री
फाउंडेशन/इकोसिस्टम
वॉल्यूम (10 अप्रैल 2022 तक)
कुल आपूर्ति
परिसंचारी आपूर्ति
क्राउड बिक्री
इसने फंडिंग में $6M जुटाए हैं
फंडिंग
दिनांक NA - निजी पूर्व बिक्री-$2M
30/09/2020-बिनेंस (Binance) लॉन्चपैड (सार्वजनिक)- $2M
30/09/2020-बिनेंस (Binance) लॉन्चपैड (सार्वजनिक)- $2M
WazirX बनाम Binance: जल्द शांत होता नहीं दिख रहा ये झगड़ा, जानिए नए अपडेट्स
WazirX और Binance के बीच चल रहा झगड़ा खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. हर दिन यह झगड़ा नए लेवल पर पहुंच जाता है. अब बिनांस . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : August 09, 2022, 11:01 IST
हाइलाइट्स
WazirX पिछले 2 वर्षों से अपने पूरे एसेट्स का मालिकाना हक देने से बच बिनेंस टीम रही: बिनांस
बिनांस ने कहा- ED ने इस मामले में उनकी टीम से कोई संपर्क नहीं किया है.
यदि संपर्क किया जाएगा तो बिनांस की टीम ED की पूरी मदद करेगी: बिनांस
नई दिल्ली. दो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों WazirX और Binance के बीच चल रहा झगड़ा खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. हर दिन यह झगड़ा नए लेवल पर पहुंच जाता है. अब बिनांस के एक बड़े अधिकारी ने कहा है कि WazirX पिछले दो वर्षों से अपने पूरे एसेट्स का मालिकाना हक बिनांस को देने से बचती रही है.
मनीकंट्रोल हिन्दी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिनांस की बिनेंस टीम तरफ से कहा गया है कि वह भविष्य में WazirX के साथ किसी तरह का कोई संबंध नहीं रखेगा. विशेष तौर पर तब, जबकि वज़ीरएक्स के खिलाफ ED (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच चल रही है. बिनांस का कहना है कि उसे मीडिया रिपोर्ट के जरिये ही ED की कार्रवाई के बारे में पता चला है और ED ने इस मामले में उनकी टीम से कोई संपर्क नहीं किया है. यदि संपर्क किया जाएगा तो बिनांस की टीम ED की पूरी मदद करेगी.
WazirX पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप
ED ने एक बयान जारी किया था कि वह WazirX के 64 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के एसेट्स जब्त करेगा. WazirX पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप है. बताया जाता है कि उसने अपने नेटवर्क के जरिए पैसे ट्रांसफर करने में कई अवैध चाइनीज ऐप की मदद की. क्रिप्टो टोकन का इस्तेमाल कर पैसा दूसरे देश में ट्रांसफर किया गया. यह FEMA का उल्लंघन है.
Binance जल्द करेगी आधिकारिक घोषणा
Binance के CEO ने कल हालांकि वज़ीरएक्स के यूजर्स को अपने फंड बिनांस पर ट्रांसफर कर लेने की सलाह दी थी, लेकिन कहा जा रहा है कि यह एक्सचेंज जल्द एक आधिकारिक ऐलान कर सकती है, जिसमें भारतीय यूजर्स को अपने ऐसेट्स बिनांस डॉट कॉम पर मूव करने को कहा जाएगा. बता दें कि WazirX भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है. इंडिया में क्रिप्टो में होने वाली कुल ट्रेडिंग का 50 फीसदी WazirX के प्लेटफॉर्म पर होता है.
WazirX से आज भी बहस जारी: बिनांस
Binance के चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर पैट्रिक हिलमैन (Patrick Hillmann) ने CNBC TV-18 को एक इंटरव्यू में बताया, “2019 में जब हमने मार्केट में प्रवेश किया, बिनेंस टीम तब हमें लगा कि सही तरीके से मार्केट में जाने के लिए WazirX सही पार्नटर होगा. जैसे ही हम लोग इस बारे में बातचीत करने के लिए बैठे, तभी समस्याएं शुरू हो गईं. पिछले 2 साल से ओनरशिप हमें ट्रांसफर करने को लेकर WazirX से हमारी बहस हो रही है, जो आज भी जारी है.”
हिलमैन के मुताबिक, Binance पूरी तरह WazirX का अधिग्रहण करना चाहता था, लेकिन जब एसेट्स ट्रांसफर करने का समय आया तो WazirX अपनी बात से हट गया. उन्होंने कहा, “सीईओ निश्चल शेट्टी ने हमें बताया कि आपको अपने AWS pass keys का एक्सेस दे दिया है. लेकिन, ओनरशिप से हमारा मतलब यह नहीं था. ऑपरेशंस, मार्केटिंग, यूजर्स के केवाईसी का तरीका, एक्चुअल डेटाबेस ये तमाम चीजें WazirX ने खुद अपने पास रखी.”
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
WazirX बनाम Binance: जल्द शांत होता नहीं दिख रहा ये झगड़ा, जानिए नए अपडेट्स
WazirX और Binance के बीच चल रहा झगड़ा खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. हर दिन यह झगड़ा नए लेवल पर पहुंच जाता है. अब बिनांस . अधिक पढ़ें
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- Last Updated : August 09, 2022, 11:01 IST
हाइलाइट्स
WazirX पिछले 2 वर्षों से अपने पूरे एसेट्स का मालिकाना हक देने से बच रही: बिनांस
बिनांस ने कहा- ED ने इस मामले में उनकी टीम से कोई संपर्क नहीं किया है.
यदि संपर्क किया जाएगा तो बिनांस की टीम ED की पूरी मदद करेगी: बिनांस
नई दिल्ली. दो क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों WazirX और Binance के बीच चल रहा झगड़ा खत्म होता नजर नहीं आ रहा है. हर दिन यह झगड़ा नए लेवल पर पहुंच जाता है. अब बिनांस के एक बड़े अधिकारी ने कहा है कि WazirX पिछले दो वर्षों से अपने पूरे एसेट्स का मालिकाना हक बिनांस को देने से बचती रही है.
मनीकंट्रोल हिन्दी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बिनांस की तरफ से कहा गया है कि वह भविष्य में WazirX के साथ किसी तरह का कोई संबंध नहीं रखेगा. विशेष तौर पर तब, जबकि वज़ीरएक्स के खिलाफ ED (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच चल रही है. बिनांस का कहना है कि उसे मीडिया रिपोर्ट के जरिये ही ED की कार्रवाई के बारे में पता चला है और ED ने इस मामले में उनकी टीम से कोई संपर्क नहीं किया है. यदि संपर्क किया जाएगा तो बिनांस की टीम ED की पूरी बिनेंस टीम मदद करेगी.
WazirX पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप
ED ने एक बयान जारी किया था कि वह WazirX के 64 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के एसेट्स जब्त करेगा. WazirX पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप है. बताया जाता है कि उसने अपने नेटवर्क के जरिए पैसे ट्रांसफर करने में कई अवैध चाइनीज ऐप की मदद की. क्रिप्टो टोकन का इस्तेमाल कर पैसा दूसरे देश में ट्रांसफर किया गया. यह FEMA का उल्लंघन है.
Binance जल्द करेगी आधिकारिक घोषणा
Binance के CEO ने कल हालांकि वज़ीरएक्स के यूजर्स को अपने फंड बिनांस पर ट्रांसफर कर लेने की सलाह दी थी, लेकिन कहा जा रहा है कि यह एक्सचेंज जल्द एक आधिकारिक ऐलान कर सकती है, जिसमें भारतीय यूजर्स को अपने ऐसेट्स बिनांस डॉट कॉम पर मूव करने को कहा जाएगा. बता दें कि WazirX भारत का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज है. इंडिया में क्रिप्टो में होने वाली कुल ट्रेडिंग का 50 फीसदी WazirX के प्लेटफॉर्म पर होता है.
WazirX से आज भी बहस जारी: बिनांस
Binance के चीफ कम्युनिकेशन ऑफिसर पैट्रिक हिलमैन (Patrick Hillmann) ने CNBC TV-18 को एक इंटरव्यू में बताया, “2019 में जब हमने मार्केट में प्रवेश किया, तब हमें लगा कि सही तरीके से मार्केट में जाने के लिए WazirX सही पार्नटर होगा. जैसे ही हम लोग इस बारे में बातचीत करने के लिए बैठे, तभी समस्याएं शुरू हो गईं. पिछले 2 साल से ओनरशिप हमें ट्रांसफर करने को लेकर WazirX से हमारी बहस हो रही है, जो आज भी जारी है.”
हिलमैन के मुताबिक, Binance पूरी तरह WazirX का अधिग्रहण करना चाहता था, लेकिन जब एसेट्स ट्रांसफर करने का समय आया तो WazirX अपनी बात से हट गया. उन्होंने कहा, “सीईओ निश्चल शेट्टी ने हमें बताया कि आपको अपने AWS pass keys का एक्सेस दे दिया है. लेकिन, ओनरशिप से हमारा मतलब यह नहीं था. ऑपरेशंस, मार्केटिंग, यूजर्स के केवाईसी का तरीका, एक्चुअल डेटाबेस ये तमाम चीजें WazirX ने खुद अपने पास रखी.”
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मैकडॉनल्ड्स में बेचता था बर्गर, आज है Mumbai Indians के मालिक मुकेश अंबानी से ज्यादा अमीर
मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) भारत के ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक हैं। आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के मालिक मुकेश अंबानी से रईसी के मामले में क्रिप्टो करंसी अरबपति और बिनेंस के मालिक चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) आगे निकल गए हैं।
आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के मालिक और एशिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) आज किसी भी परिचय के मोहताज नहीं है। मुकेश अंबानी भारत के ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे अमीर इंसानों में से एक हैं। मुकेश अंबानी की टक्कर पैसों के मामले में बड़े-बड़े उद्योगपतियों मार्क जुकरबर्ग, गूगल के संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन जैसी हस्तियों से होती है। अगर हम आपसे कहें कि मैकडॉनल्ड्स में बर्गर बेचने वाले एक शख्स ने मुकेश अंबानी को पैसों के मामले में पछाड़ दिया है तो शायद इस बात पर यकीन कर पाना आपके लिए थोड़ा सा मुश्किल होगा लेकिन, यह सच है। हम बात कर रहे हैं क्रिप्टो करंसी अरबपति और बिनेंस के मालिक चांगपेंग झाओ (Changpeng Zhao) की।
चांगपेंग झाओ ऐसे शख्स हैं जिनके बारे में पूरी दुनिया बात कर रही है। 44 साल के चांगपेंग झाओ रईसी के मामले में मुकेश अंबानी से आगे निकल गए हैं। सीएनएन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार चांगपेंग झाओ पृथ्वी पर सबसे अमीर लोगों में से एक बन गए हैं। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार चांगपेंग बिनेंस टीम झाओ कुल संपत्ति $ 96 बिलियन है जो मुकेश अंबानी की संपत्ति की तुलना में कई गुना ज्यादा है।
चीन में जन्मे चांगपेंग झाओ के बारे में यह बात बेहद कम लोग जानते हैं कि झाओ ने मैकडॉनल्ड्स में बर्गर तक बेचने का काम किया है। चांगपेंग झाओ 12 साल की उम्र में अपने माता-पिता के साथ कनाडा चले गए थे। इस दौरान पिता की नौकरी चले जाने की वजह से उन्हें आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा था। बर्गर को फ्लिप करने सहित उन्होंने जीवन-यापन करने के लिए कई और भी छोटे-मोटे काम किए थे।
इमरान खान ने 'कंगाल' पाकिस्तान को बताया भारत से बेहतर
चांगपेंग झाओ की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई की हुई है। 2017 में उन्होंने Binance की स्थापना की थी और इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। चांगपेंग झाओ दुनिया के 11वें सबसे अमीर
व्यक्ति हैं। उनकी संपत्ति मार्क जुकरबर्ग और लैरी पेज से भी कहीं ज्यादा है।