ट्रेंड मूवमेंट क्या है

प्रचलित प्राइस ट्रेंड, वॉल्यूम और ओपन इंटरेस्ट के बीच के रिश्ते को निम्न तालिका द्वारा संक्षेप किया जा सकता है: –
Technical Analysis- 1st Post (Introduction & Basics – In Hindi)
टेक्निकल एनालिसिस पर पहली पोस्ट में आपका स्वागत है 🙂 । मेरे हिसाब से, ट्रेडिंग के लिए यह सबसे अच्छा टूल है। आज मैं आपके साथ टेक्निकल एनालिसिस के बारे में एक बुनियादी विचार साझा करुँगी। उदाहरण के लिए: – टेक्निकल एनालिसिस क्या है? आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए? ट्रेडिंग में ट्रेंड मूवमेंट क्या है इसका इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? और टेक्निकल एनालिसिस की मूल बातें (प्राइस, वॉल्यूम, ओपन इंटरेस्ट)। तो चलिए शुरू करें!!
टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
यह अतीत मार्केट के डेटा, मुख्य रूप से प्राइस और वॉल्यूम के अध्ययन ट्रेंड मूवमेंट क्या है ट्रेंड मूवमेंट क्या है के द्वारा प्राइसिस की दिशा की भविष्यवाणी की विधि है।
आपको यह क्यों इस्तेमाल करना चाहिए?
आपको इसका इस्तेमाल प्राइसिस के पूर्वानुमान लगाने के लिए करना चाहिए। यह प्राइस मूवमेंट के संदर्भ में भविष्य में क्या होने जा रहा है, के बारे में एक स्पष्ट तस्वीर देता है, क्योंकि-
'बायकॉट चाइना' मूवमेंट से घबराया चीन, इस तरह देने लगा है धमकी, पढ़े रिपोर्ट
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारत और चीन के बीच गलवान घाटी में बढ़े तनाव के बाद देशभर में इसका गुस्सा देखा जा सकता है। पूरा देश चीन के बहिष्कार की मांग करने लगा है और चीनी सामानों के इस्तेमाल करने पर रोक लगाए जाने की मांग की जा रही है।
इसी बीच चीन को भी जब भारत की तरफ से लोगों के रोष और नाराजगी का पता चला तो चीनी सरकार घबरा गई। चीनी सरकार इस बात से काफी टेंशन में आ गई है कि भारत जो चीन से 1000 से ज्यादा सामान और कई जरूरी वस्तुओं को इम्पोर्ट करता है वो चीनी बहिष्कार के बाद खत्म हो जाएगा।
चीनी सरकार की धमकी
ऐसे में चीनी सरकार की तरफ से चीन के सरकारी मीडिया अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत को धमकी दी है। इस बारे में ग्लोबल टाइम्स में एक लेख पब्लिश हुआ है जिसमें भारत पर चीन ने आरोप लगाए हैं।
#MeToo के समय कई लड़कियों ने चेक लिए और चुप रहीं
कास्टिग काउच बड़े पैमाने पर अपनी बातचीत में चाहत ने आगे कहा कि कास्टिंग निर्देशक भी इसका हिस्सा हैं। कौन इसे कबूल कर सकता है। कोई भी नहीं। यहां पर कास्टिंग काउच बड़े पैमाने पर मौजूद है। मैंने इस वजह से हमेशा टीवी किया। मैंने इस रास्ते को नहीं चुना। मी टू मूवमेंट पर चाहत का कहना है कि ये एक फैशन ट्रेंड बन गया है। कई लोगों ने चेक लिए और चुप रहीं। जो लोग पब्लिसिटी स्टंट करना चाहती थी, उन्होंने कर लिया। यह एक फैशन ट्रेंड की तरह था।
यदि कोई पीड़ित है तो #MeToo का इंतजार क्यों करेगा
चाहत ने दावा किया है कि मैं एक ऐसी एक्ट्रेस को जानती हूं जिन्होंने नहीं बोलना चुना लेकिन ऐसी कई एक्ट्रेसे ट्रेंड मूवमेंट क्या है थीं। जो चुप रह गईं। कई कलाकारों के नाम सामने आने चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जो पीड़ित होता वो मी टू मूवमेंट जैसे प्लेटफॅार्म का इंतजार क्यों करता?
What is #MeToo Campaign in Hindi | मीटू” “METOO” क्या है ? सबसे पहले किसने की थी शुरूआत ?
हेलो दोस्तों नमस्कार, आज हम बात करने वाले हैं ये “मीटू” “METOO” क्या है ? आजकल सोशल मीडिया (व्हाट्सउप, फेसबुक, ट्विटर) हो या फिर न्यूज़ चैनल सभी जगह #MeToo की चर्चा देखने को मिल जाती है। लेकिन यह “#MeToo“ क्या है ? आज भी देश में ऐसे काफी लोग मौजूद हैं जिन्हे इसके बारे में कुछ भी मालूम नहीं है। लेकिन इसके बावजूद यह सब आपको काफी बार अपने आसपास सुनने को मिल जाता है, अगर आपको इसके बारे में नहीं मालूम तो आपको निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्योंकि आज हम इस आर्टिकल में आपको #MeToo के बारे में संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं, जिसे जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।
What is #MeToo Campaign in Hindi
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि #मी टू एक मूवमेंट यानी एक आंदोलन है। इस हैशटैग की सहायता से महिलाएं खास तौर पर कामकाज करने वाली महिलाएं अपने साथ वर्कप्लेस/ऑफिस हो रहे, यौन उत्पीड़न/ छेड़छाड़ के मामलों को हैशटैग मीटू (#ME Too) कैम्पेन द्वारा शोशल मीडिया पर साझा करती है। जैसे की इस मूवमेंट के नाम से ही स्पष्ट हो जाता है कि इस कैंपिंग का क्या मकसद है, ME Too (मतलब मै भी या मेरे साथ भी) अर्थात जो भी महिलायें इस तरह की घटनाओं का शिकार हुई हैं, या हो रही हैं, वो यह बताने के लिए कि मेरे साथ भी ये हो चुका है या हो रहा है, इस हैशटैग के साथ #ME Too कैम्पेन से जुड़ रही है।
आपकी जानकारी बता दे ट्रेंड मूवमेंट क्या है की #MeToo कैंपेन की शुरुआत साल 2006 में अमेरिका से हुई थी, लेकिन भारत में इस ट्रेंड की शुरूआत कुछ सालों पहले हुई है। ट्रेंड मूवमेंट क्या है ट्रेंड मूवमेंट क्या है वैसे देखा जाए तो भारत में इस ट्रेंड की शुरुआत अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने की थी। जब तनुश्री बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज कलाकार और पद्माश्री पुरस्कार से सम्मानित नाना पाटेकर पर एक फिल्म की शूटिंग के दौरान गलत तरीके से छेड़छाड़ के गम्भीर आरोप लगाए। इसके बाद सोशल मीडिया पर जोरो जोरो से #MeToo का ट्रेंड चल पड़ा और एक बार एक बड़ी-बड़ी हस्तियों पर मी टू कैंपेन के तहत यौन उत्पीडन के आरोप लगने लगे।
# Me Too Campaign Kya Hai ?
यह सत्य है कि #MeToo हैशटैग की सहायता से फिल्म इंडस्ट्री के सफेद लोगो का काला सच सामने आ सका। जिन लोगों की उम्मीद नहीं थी उन लोगों के भी नाम सामने आई जिसमे छोटे पर्दे पर संस्कारी बाबूजी की भूमिका निभाने वाले आलोक नाथ, निर्माता निर्देशक साजिद खान, सुभाष घई, विकास बहल, चेतन भगत, रजत कपूर, कैलाश खैर, जुल्फी सुईद, सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, तमिल राइटर वैरामुथु इत्यादि शामिल है। यही नहीं बल्कि बॉलीवुड इंडस्ट्री की कई फिल्में और कई बड़े सितारे मीटू के लपेटे में आ चुके है।
Olymp Trade पर इंडिकेटर सेट करना
लॉगिन करने, एसेट और चार्ट प्रकार चुनने के बाद, इंडिकेटर फीचर पर क्लिक करें। फिर, Donchian Channel का चयन करें और यह आपके चार्ट से जुड़ जाएगा।
आप इंडिकेटर के नाम के आगे पेन आइकन पर क्लिक करके रेखाओं की अवधि, मोटाई और रंगों को समायोजित कर सकते हैं।
Donchian Channel क्या है?
ऊपर और नीचे की सीमाओं की गणना करने के लिए आपको एक कस्टमाइज़ अवधि संख्या की ट्रेंड मूवमेंट क्या है आवश्यकता होती है। ऊपरी सीमा पिछली n अवधि में देखी गई उच्चतम कीमत है। निचली सीमा पिछली n अवधि के भीतर सबसे कम कीमत है।
डिफ़ॉल्ट n अवधि 20 के बराबर है। जैसा कि पहले उल्लेख किया गया है, यदि आवश्यक हो तो आप इस मान को बदल सकते हैं।
Donchian Channel बोलिंगर बैंड इंडिकेटर की याद दिलाता है। अंतर यह है कि यहाँ कैंडल्स इंडिकेटर की ऊपरी और निचली सीमा के भीतर रहती हैं। इसके अलावा, Donchian Channe अधिकतम और न्यूनतम मूल्य के लिए औसत इंडिकेटरों से बना है।
फाइनेंशियल डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग में Donchian Channel इंडिकेटर का उपयोग करना
ऊपरी और निचले बैंड के बीच कीमत में उतार-चढ़ाव होता है। उन बिंदुओं को खोजें जहाँ कैंडल मध्य रेखा को पार करती है।
जब बुलिश कैंडल मध्य रेखा के ऊपर काटे तो आपको अप (बढ़त) पोजीशन खोलनी चाहिए।
जब बियरिश कैंडल मध्य रेखा के नीचे काटे तो छोटा ट्रेड खोलें।
आप चैनल और कैंडल्स को देखकर ट्रेंड बता सकते हैं। जब चैनल ऊपर बढ़ रहा है और कैंडल मध्य रेखा के ऊपर विकसित हो रही हैं, तो अपट्रेंड है। एक डाउनट्रेंड तब होता है जब चैनल नीचे जा रहा होता है और कैंडल चैनल के निचले आधे हिस्से में रहती हैं।