दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर

इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिकी डॉलर दुनिया में सबसे अधिक दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। कुछ अन्य मुद्राएं भी हैं जिनके साथ इसका बड़े पैमाने पर कारोबार होता है। साथ ही ये मुद्रा जोड़े दुनिया में कुल विदेशी मुद्रा व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस लेख में, आप दुनिया भर में कारोबार की जाने वाली शीर्ष 6 मुद्राओं के बारे में पढ़ेंगे।
जरुरी जानकारी | रुपये में गिरावट जारी, 37 पैसे और टूटकर 81.63 प्रति डॉलर पर
मुंबई, 17 नवंबर घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख और विदेशों में डॉलर के मजबूत होने दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 37 पैसे की गिरावट के साथ 81.63 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बाजार सूत्रों ने कहा कि अमेरिका के मजबूत खुदरा बिक्री के आंकड़ों के बाद वहां के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा सख्त मौद्रिक नीति की गुंजाइश को देखते हुए डॉलर मजबूत हो गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.62 पर खुला। कारोबार के दौरान रुपया 81.45 के दिन के उच्चस्तर और 81.68 के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 37 पैसे की गिरावट के साथ 81.63 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह पिछले कारोबारी सत्र में 35 पैसों की गिरावट के साथ 81.26 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
अमेरिकी डॉलर (यूएसडी)
एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन में औसतन लगभग 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का कारोबार दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर होता है। दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होना, इस मुद्रा की इस असाधारण लोकप्रियता की मुख्य वजह है। इसके अलावा, अमेरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय लेनदेन करने के लिए विश्व स्तर पर कई बैंकों में सबसे अधिक आरक्षित मुद्रा है। दूसरा कारण यह है कि सोना, कच्चा तेल, तांबा आदि जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं का दाम अमेरिकी डॉलर में बताया जाता है।
दूसरे स्थान पर यूरो है, जो यूरोपीय संघ की आधिकारिक मुद्रा है। एक अध्ययन के अनुसार, यह अमेरिकी डॉलर के बाद दुनिया में दूसरी सबसे अधिक कारोबार की दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा का औसतन लगभग 1.1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर प्रतिदिन कारोबार किया जाता है। यूरोप में मजबूत आर्थिक परिदृश्य और मजबूत राजनीतिक माहौल यूरो के मूल्य को स्थिर और उच्च रखता है।
जापानी येन (जेपीवाई)
इसके बाद जापानी येन है, जिसका दुनिया दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर भर में अत्यधिक कारोबार होता है। यूएसडी/जेपीवाई मुद्रा जोड़ी भी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्राओं में से एक है। यह जापान की आधिकारिक मुद्रा है और विश्व स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी आरक्षित मुद्रा है। देश के फलते-फूलते विनिर्माण क्षेत्र के कारण इसका मूल्य अधिक है। जापान असाधारण विकास वाला एक दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर छोटा देश है और इसकी मुद्रा का मूल्य मजबूत बना हुआ है।
पाउंड स्टर्लिंग यूनाइटेड किंगडम और उसके क्षेत्रों की आधिकारिक मुद्रा है।एक रिपोर्ट के अनुसार, यह दुनिया की चौथी सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा है। इस मुद्रा के व्यापार की दैनिक मात्रा लगभग 422 बिलियन अमरीकी डॉलर है। जीबीपी की लोकप्रियता का कारण यूके का उत्कृष्ट आर्थिक प्रदर्शन, उच्च रोजगार स्तर और महत्वपूर्ण मौद्रिक नीतियां हैं।
ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (एयूडी)
पांचवें स्थान पर ऑस्ट्रेलियाई डॉलर है, जिसकी दैनिक मुद्रा कारोबार मात्रा लगभग 223 बिलियन अमरीकी डॉलर है। एयूडी के मूल्य को प्रभावित करने वाले सबसे महत्वपूर्ण कारणों में से एक है इस देश का विकसित विदेश कारोबार होना। ऑस्ट्रेलिया कोयला, तांबा, लोहा और अन्य खनन वस्तुओं का शीर्ष दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा डॉलर निर्यातक है, इसलिए इसकी मुद्रा का मूल्य स्वाभाविक रूप से मजबूत रहता है।
सबसे अधिक कारोबार की जाने वाली मुद्रा के मामले में छठवें स्थान पर कैनेडियन डॉलर है। यह कनाडा की आधिकारिक मुद्रा है। इसका दैनिक औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम लगभग 166 बिलियन अमरीकी डॉलर है। कनाडा प्राकृतिक संसाधनों से भरा देश है। यह वस्तुओं के प्रमुख निर्यातकों में से एक है, जो इसकी मुद्रा के मूल्य को काफी हद तक प्रभावित करता है।
विदेशी मुद्रा बाजार दुनिया में सबसे बड़ा है। 2020 के बाद से इसके कारोबार की दैनिक मात्रा 6.6 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंच गई है। यह मात्रा लगातार बढ़ रही है। ऊपर उल्लिखित मुद्राएं कारोबार के मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।