क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेश

डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं

डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं
What is Stock Broker in Hindi

Stock Broker Meaning in Hindi

अगर आप स्टॉक मार्केट में रूचि रखते है तो आपने कभी न कभी स्टॉक ब्रोकर का नाम जरूर सुना होगा, शेयर मार्केट में ट्रेड या निवेश करने के लिए स्टॉक ब्रोकर बहुत ही अहम भूमिका निभाता है। इसलिए आज हम Stock Broker Meaning in Hindi लेख के जरिए समझेंगे कि स्टॉक ब्रोकर क्या होता है और स्टॉक ब्रोकर कैसे काम करता है?

तो चलिए Stock Broker Meaning in Hindi के प्रत्येक पहलु को समझते है….डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं

स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?

स्टॉकब्रोकर एक बिचौलिये की तरह काम करता है जिसके पास निवेशक और ट्रेडर की ओर से स्टॉक एक्सचेंज में स्टॉक और प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने का अधिकार होता है।

स्टॉक ब्रोकर सीधे स्टॉक एक्सचेंजों के माध्यम से निवेशक और ट्रेडर के आधार पर ट्रेड करते हैं। क्योंकि, एक निवेशक या ट्रेडर स्टॉक एक्सचेंजों में सीधे ट्रेड नहीं कर सकता है। स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए, आपको एक मध्यस्थ की आवश्यकता होती है जो लेनदेन में आपकी सहायता करता है। यह बिचौलिया स्टॉक ब्रोकर होता है जो आपकी ओर से स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने के लिए अधिकृत है।

Stock Broker Meaning in Hindi समझते समय, आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि एक स्टॉकब्रोकर निवेशक और ट्रेडर के लिए काम करता है। इसलिए अपनी सर्विस के लिए ब्रोकर आपसे कुछ कमीशन भी चार्ज करता है। ब्रोकर की भूमिका अपने क्लाइंट के लिए शेयर खरीदना और बेचना है।

इसके अलावा स्टॉकब्रोकर एक और महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं; वे मार्केट की सही जानकारी प्रदान करते हैं जो एक निवेशक को सही निवेश निर्णय लेने में मदद करती है।

स्टॉकब्रोकर सेबी द्वारा रजिस्ट्रेड होते है इसलिए हम इन पर भरोसा कर सकते है और इनके साथ अपने निवेश की शुरुआत कर सकते है। इसके साथ ही, जिस स्टॉक ब्रोकर को आप चुन रहे है वह स्टॉक एक्सचेंज का सदस्य भी होना चाहिए और सेबी के साथ पंजीकृत होना भी आवश्यक है।

स्टॉकब्रोकर अपनी वेबसाइट पर अपना पंजीकरण विवरण प्रदर्शित करते हैं। कोई भी सेबी की वेबसाइट पर जा सकता है और पंजीकृत स्टॉकब्रोकरों का विवरण की जाँच कर सकता है।

आइए हम उन सेवाओं को देखें जो एक स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों को प्रदान करता है।

स्टॉक ब्रोकर के कार्य

* कुछ स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों को स्टॉक और अन्य प्रतिभूतियों को खरीदने और बेचने पर सटीक सलाह देते हैं। क्योंकि ब्रोकर स्टॉक मार्केट अच्छे से समझते हैं, इसलिए वह निवेशक को सलाह दे सकते हैं कि कौन से स्टॉक को खरीदना और बेचना है और उन्हें कब खरीदना या बेचना चाहिए। यह किसी भी स्टॉक की सलाह देने से पहले उस कंपनी का गहन शोध करते हैं।

* स्टॉकब्रोकर अपने ग्राहकों को एक मंच (वेबसाइट, मोबाइल ऐप और ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर) प्रदान करता है जहां निवेशक या ट्रेडर किसी भी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी के शेयर्स में निवेश या ट्रेड कर सकता है।

* स्टॉकब्रोकरअपने ग्राहको के निवेश पोर्टफोलियो का प्रबंधन करते हैं और उनके पोर्टफोलियो के बारे में नियमित अपडेट डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं प्रदान करते हैं।

* स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों को शेयर के वारे में नॉलेज प्रदान करता है जिससे कि ट्रेडर या निवेश मार्केट को सीख कर सही से अपने ट्रेडिंग या निवेश निर्णय ले सके।

* सभी ब्रोकर अब ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करते हैं जिसमें ग्राहक उपयोगकर्ता नाम और पासवर्ड के साथ लॉग इन कर सकते हैं और अपनी ट्रेडिंग गतिविधि कर सकते हैं। ऑनलाइन स्टॉकब्रोकिंग सेवाएं तेज हो गयी हैं क्योंकि लेनदेन इंटरनेट की मदद आपके घर पर रहकर ही किया जा सकता है, और इसके साथ ही क्लाइंट ब्रोकर के साथ चैट रूम, ईमेल के माध्यम से भी मदद ले सकता है और रीयल-टाइम अपडेट पा सकता है।

स्टॉक ब्रोकर कितने तरह के होते है?

अब जब आप Stock Broker Meaning in Hindi लेख की मदद से जान चुके हैं कि स्टॉकब्रोकर क्या है और इनके क्या – क्या कार्य है, तो आइए स्टॉक ब्रोकरों के प्रकारों पर एक नज़र डालते हैं। स्टॉक ब्रोकर को प्रदान की जाने वाली सेवा के आधार पर, तीन वर्गों में बांटा जा सकता है – फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर, डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर और बैंक आधारित स्टॉक ब्रोकर।

फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर

फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर अपने ग्राहकों को बहुत सी सेवाएं प्रदान करते हैं। यह ट्रेडिशनल ब्रोकर हैं जो अपने ग्राहकों को सलाहकार सेवाओं के साथ ट्रेडिंग सुविधा प्रदान करते हैं। इसी बजह से फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर्स द्वारा ली जाने वाली कमीशन के रूप में फीस अधिक होती है।

ब्रोकर निवेशक या ट्रेडर के द्वारा लिए गए ट्रेड पर कमीशन लेते है जिसे ब्रोकरेज कहा जाता है। आप जितना अधिक ट्रेड करेंगे आपको उतनी ही अधिक ब्रोकरेज फीस देनी होती है।

फुल-सर्विस ब्रोकर की पूरे देश में शाखाएँ होती हैं। इसलिए आप ग्राहक सेवा और सलाह के लिए इन शाखाओं में जा सकते हैं।
फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर के कुछ उदाहरण –

  • एंजेल ब्रोकिंग
  • शेयरखान
  • मोतीलाल ओसवाल
  • इंडिया इंफोलाइन (IIFL)

डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर

इंटरनेट के बढ़ते उपयोग के कारण डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर अस्तित्व में आए। ये ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करते हैं। इसके अलावा यह ब्रोकर किसी भी तरह की सलाहकार सेवाएं प्रदान नहीं करते हैं। इसी वजह से डिस्काउंट ब्रोकर कम कमीशन लेते हैं, जो कि ज्यादातर एक फ्लैट फीस के रूप में होती है।
डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर के कुछ उदाहरण –

  • ज़ेरोधा (डीमैट & ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए क्लिक करे)
  • अपस्टॉक्स
  • ऐलिस ब्लू
  • फायर्स
  • 5 पैसा
  • ग्रो

बैंक आधारित स्टॉक ब्रोकर

यह ऐसे ब्रोकर होते है जो पहले से ही बैंक के रूप में काम कर रहे है इसलिए इन पर न भरोसा करने का सवाल ही नहीं उठता है। बैंक आधारित स्टॉक ब्रोकर भी फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर की तरह काम करते है यह भी आपको ट्रेडिंग टर्मिनल के साथ – साथ निवेश सलाह भी प्रदान करते है इसी लिए ये भी फुल-सर्विस स्टॉक ब्रोकर की तरह ज्यादा ब्रोकरेज लेते है।

बैंक आधारित स्टॉक ब्रोकर के कुछ उदाहरण –

  • ICICIdirect
  • Kotak Securities
  • HDFC Securities
  • SBI Securities
  • AxisDirect

निष्कर्ष

भारत में बहुत से स्टॉक ब्रोकर है और नए – नए स्टॉक ब्रोकर मार्केट में आ रहे है इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि पूरी सावधानी के साथ अपने स्टॉक ब्रोकर का चुनाव करे। क्योंकि बीते कुछ समय में बहुत से ब्रोकर बंद हुए है, और ब्रोकर बंद होने की बजह से एक ट्रेडर या निवेशक को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

अभी तक आप Stock Broker Meaning in Hindi लेख में ब्रोकर क्या होता है यह पूरी तरह से समझ गए होंगे, फिर भी आपका कोई सवाल रहता है तो आप कमेंट कर सकते है।

Demat Account-2022 (Hindi)

आज के युग में डीमैट खाता खोलने के लिए कई विकल्प हैं और डीमैट खाता खोलना इतना आसान कभी नहीं होगा जैसा कि इस डिजिटल क्षेत्र में लगता है, इसलिए सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाते की समीक्षा से पहले पहले जान लें कि डीमैट खाता किन पैरामीटर को देखे और डीमैट खाता होने के लाभ फिर कई मानदंडों पर सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाता प्रदाता का चयन करें।

Best Demat & Trading App

Best Demat Account

Demat Account बैंकों के बचत खाते की तरह डीमैटरियलाइज्ड Account है, लेकिन डीमैट इलेक्ट्रॉनिक रूप में इक्विटी शेयर, ईटीएफ, म्यूचुअल फंड और बांड रखता है ऐसे कई ब्रोकर हैं जो डीमैट खाते की सुविधा प्रदान कर रहे हैं लेकिन किसी को निवेश या व्यापारिक उद्देश्य के अनुसार सबसे अच्छा डीमैट खाता चुनना चाहिये। तो जानते हैं कुछ पैरामीटर जो आपकी मदद करेगा एक डीमैट अकाउंट खोलने में आपकी आवशयक्ता के अनुसार।

Table of Contents

Parameter for Demat & Trading Account |How to Select Best Demat Account(Hindi)

पैरामीटर जिन पर डीमैट और ट्रेडिंग खाता चुनना चाहिए।

  • Trading -ट्रेडिंग उद्देश्य के लिए जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग एफ एंड ओ ट्रेडिंग। इस प्रकार की श्रेणी में डीमैट खाते को कम ब्रोकरेज और शेयरों की खरीद और बिक्री के तेजी से निष्पादन के आधार पर चुना जाता है।ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में कोई सर्वर साइड हैंगिंग समस्या नहीं होनी चाहिए क्यूंकि इस तरह के ट्रेड मे वॉल्यूम ज्यादा होता हैं आप इसमे डिस्काउंट ब्रोकेर का चुनाव कर सकते हैं
  • Investment -निवेश उद्देश्य के लिए इस श्रेणी में डीमैट खाते को सुरक्षा के आधार पर चुना जाता है क्योंकि बड़ी राशि का निवेश करने वाले निवेशक को सुरक्षित डीमैट खाते की आवश्यकता होती है और उन्हें शेयरों की बार-बार खरीद/बिक्री की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए बड़े पैमाने पर वे बैंक में डीमैट खाता खोलना पसंद करते हैं। क्योंकि बैंक डीमैट खाते ने निवेशक के दिमाग में एक मनोवैज्ञानिक विश्वास दिया कि बैंकिंग चैनल के माध्यम से स्थानांतरित होने पर पैसा सुरक्षित रहता है. आप इसमें फुल सर्विस ब्रोकर जो बैंको के माध्यम से हो उसका चुनाव कर सकते हैं
  • Customer Support – ग्राहक सेवा- निवेशक या व्यापारी जो बेहतर ग्राहक सेवा और सपोर्ट चाहता है वह खाता खोलने के लिए फुल सर्विस ब्रोकर के पास जाएगा। इस श्रेणी में उन्हें बेहतर ग्राहक सेवा और सेवाओं का लाभ मिला है।
  • Financial- Products – वित्तीय उत्पाद- जो ग्राहक एक ही स्थान पर सभी वित्तीय सेवाएं चाहता है वह खाता खोलने के लिए फुल सर्विस ब्रोकर के पास जाएगा।
  • Brokerage-charges -ब्रोकरेज शुल्क- जो ग्राहक ट्रेडिंग में अधिक सक्रिय हैं वे डिस्काउंट ब्रोकर में खाता खोल सकते हैं क्योंकि वे कम शुल्क और कम एएमसी शुल्क लेते हैं।

Full Service Broker List

Full Service Broker वो होते हैं जो बेहतरीन कस्टमर सपोर्ट के साथ अधिक फाइनेंसियल प्रोडक्ट में सर्विस मुहैया करवाते हैं जहा निवेश के लिया आपको अतरिक्त फाइनेंसियल प्रोडक्ट सर्विसेज भी दी जाती हैं ।

Discount Broker List

Discount Broker वो होते हैं जो काम शुल्क के साथ अपनी सर्विस मुहैया करवाते हैं फुल सर्विस ब्रोकर के मुकाबले ये कम चार्ज लेते हैं पर सारी फाइनेंसियल प्रोडक्ट सर्विसेज मुहैया नहीं करा पाते फुल सर्विस ब्रोकर के मुकाबले ।

Mobile Apps Feature कैसे हो(Hindi)|How Should Mobile Trading App Feature

स्टॉक ब्रोकिंग फर्म जो डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के व्यवसाय में है स्टॉक ट्रेडिंग के लिए वेब आधारित डेस्कटॉप एप्लिकेशन के साथ कई मोबाइल ऐप उपलब्ध कराती हैं आज के युग में मोबाइल एप्लिकेशन बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए मोबाइल ऐप समय की मांग है और इस व्यवसाय से जुड़ी हर फर्म स्टॉक ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ मोबाइल ऐप देने के लिए एक दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है। तो यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस कंपनी का डीमैट खाता रखते हैं, इसलिए सबसे अच्छा डीमैट खाता होना उस Mobile अप्प सेवा से भी जुड़ा हुआ है जिससे वह जुड़ा हुआ है चाहे वह वेब एप्लिकेशन, डेस्कटॉप एप्लिकेशन या मोबाइल ऐप हो। विभिन्न मापदंडों के आधार पर सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाता कैसे चुनें और हर स्टॉक मोबाइल ऐप में ये मस्ट फ़ीचर होते हैं।

Mobile Apps Feature-Trading

  • ऐप्स की बुनियादी कार्यक्षमता को समझने के लिए सरल इंटरफ़ेस।
  • आसान नेविगेशन पैनल, ताकि ट्रेडिंग के लिए उपयोग में आसान हो
  • उच्च गति और प्रदर्शन।
  • सभी मोबाइल ओएस के साथ डिस्काउंट ब्रोकर क्या सर्विस नहीं देते हैं संगतता -एंड्रॉयड, आईओएस
  • ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म किसी भी तकनीकी गड़बड़ी से मुक्त होना चाहिए।
  • तकनीकी पहलू के साथ चार्ट सुविधा।
  • शुल्क और एएमसी शुल्क ऐप से जुड़े हैं।
  • इनस्टॉल करने में आसानी हो

Best Trading Mobile Apps

ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ मोबाइल ऐप।

KITE Trading App By ZERODHA

ANGEL ONE By Angel Broking

Motilal Oswal Trader App By Motilal Oswal

डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज

डीमैट खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज की चेकलिस्ट

  • आईडी प्रूफ- पैन कार्ड, आधार कार्ड या वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस।
  • पता प्रमाण:- आधार कार्ड, बिजली बिल, वोटर आईडी कार्ड आदि।
  • बैंक विवरण:- बैंक खाते का कैंसल चेक जिसे डीमैट खाते से जोड़ा जाना है।

खाता खोलने के बाद डीमैट खाते का उपयोग कैसे करें।How To Use Demat Account

डीमैट खाता खोलने के बाद, आपको क्लाइंट आईडी और पासवर्ड मिलेगा, प्रदाता प्लेटफॉर्म पर आईडी और पासवर्ड के साथ लॉगिन करें अपना पासवर्ड रीसेट करें और विवरण देखें कि ईमेल आईडी सही है या नहीं, मूल विवरण, ईमेल आईडी, फ़ोन आदि जांचें ये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि अधिकांश संचार ईमेल आईडी की मदद से होता है।

खरीदने/बेचने का ऑर्डर देने से पहले, बैंक खाते से आवश्यक राशि को नेटबैंकिंग, यूपीआई आदि के माध्यम से अपने डीमैट खाते में स्थानांतरित करें। अब आप ट्रेडिंग ऐप या ब्रोकर टर्मिनल में अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं। यदि आप शेयर्स खरीदने का आदेश देते हैं तो स्वचालित रूप से कटौती की गई राशि से शेयर आपके डीमैट खाते में स्थानांतरित कर दिए जाते हैं। ठीक इसके विपरीत अगर आप खरीदे गए शेयर बेचना चाहते हैं तो सेल्ल करें और राशि आपके अकाउंट में आ जाएगी फिर उसे आप अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर सकते हैं।

इस ब्लॉग लेख में आपने डीमैट अकाउंट किन पैरामीटर पे चेक करे और बेस्ट ट्रेडिंग मोबाइल Apps के बारे में जाना और Demat खाता कैसे यूज़ करें। अगर आप डिटेल्स में डीमैट अकाउंट के बारे में जानना चाहते हैं तो निचे दिए गए आर्टिकल को पढ़े।

Q-Full Service Broker क्या होते हैं ?

Ans-Full Service Broker वो होते हैं जो बेहतरीन कस्टमर सपोर्ट के साथ अधिक फाइनेंसियल प्रोडक्ट में सर्विस मुहैया करवाते हैं

Q-Discount Broker क्या होते हैं ?

Ans-Discount Broker वो होते हैं जो काम शुल्क के साथ अपनी सर्विस मुहैया करवाते हैं फुल सर्विस ब्रोकर के मुकाबले ये कम चार्ज लेते हैं

आइये जाने स्टॉक ब्रोकर क्या होते है, शेयर बाजार में स्टॉक ब्रोकर के प्रकार के बारे में

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi

What is Stock Broker in Hindi: शेयर मार्केट के बारे में हम सभी ने सुना है। शेयर मार्केट से ही स्टॉक ब्रोकर (stock broker) भी जुड़ा होता है। ज्यादातर हमें से सभी लोगों ने स्टॉक ब्रोकर का नाम भी सुना होगा! आज हम जानेगे स्टॉक ब्रोकर क्या होता है? स्टॉक ब्रोकर का शेयर मार्केट में क्या काम करता है?

स्टॉक ब्रोकर का काम शेयर मार्केट (share market) में बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह स्टॉक एक्सचेंज और इन्वेस्टर के बीच में एक कड़ी के रूप में काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक (Investor) शेयर मार्केट में निवेश नहीं कर सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। यह दोनों ही अकाउंट आप एक स्टॉकब्रोकर में ही खोल सकते हैं।

दूसरे शब्द में कहे तो किसी भी Investor द्वारा शेयर को खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक एक्सचेंज (stock exchange) तक पहुंचाने का काम स्टॉक ब्रोकर का काम होता है।

स्टॉक ब्रोकर को ही दलाल के नाम से भी जानते हैं। सामान्य शब्दों में कहें तो वह व्यक्ति या संस्था या कंपनी जो हमारे शेयर के खरीदने के आर्डर को मार्केट में पहुंचाने का काम करता है उसे स्टॉकब्रोकर कहा जाता है। यह स्टॉक ब्रोकर कोई व्यक्ति, कंपनी या फिर कोई फर्म हो सकती है। यह स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर होते हैं

शेयर बाजार में करनी है एंट्री, ऑनलाइन या ऑफलाइन निवेश क्या है फायदेमंद, जानें यहां

बाजार की उथल-पुथल को समझते हैं और बाजार की हलचल की समझ रखते हैं तो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं.

Share Market Investment: शेयर बाजार इन दिनों गुलजार है, निवेशकों की बहार है. मार्केट की मदमस्त चाल से निवेशक मालामाल हो रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी स्टॉक मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो यह आपके लिए एंट्री का अच्छा मौका है.

अब सवाल उठता है कि शेयर मार्केट में ब्रोकर के जरिए निवेश करना चाहिए या खुद भी इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं. अगर खुद निवेश करते हैं तो ऑनलाइन या ऑफलाइन, कैसे निवेश करना चाहिए. निवेश के दौरान पावर ऑफ अटॉर्नी का क्या महत्व है. इन तमाम बातों के बारे में चर्चा कर रहे हैं Zerodha के सह-संस्थापक निखिल कामथ.

कैसे करें निवेश (How to Invest in Share Market)
ऑनलाइन निवेशक खुद ट्रेडिंग कर सकता है. जबकि, ऑफलाइन में ब्रोकर की सेवाएं लेनी पड़ेंगी. ऑफलाइन ट्रेडिंग में विशेष रूप से दलालों को निर्देश देते हैं. दलाल ब्रोकिंग एजेंसी पर निर्भरता बनाते हैं. ऑनलाइन खाते से ये निर्भरता खत्म हो जाती है.

डिस्काउंट ब्रोकर (Broker in Share Market)
डिस्काउंट ब्रोकर आपके आदेशानुसार सिर्फ शेयरों की खरीद-फरोख्त करते हैं. आपको निवेश या ट्रेडिंग की सलाह नहीं देते. ईमेल पर इलेक्ट्रोनिक कॉन्ट्रैक्ट नोट मिलता है.

डिस्काउंट ब्रोकर कब चुनें
बाजार की उथल-पुथल को समझते हैं और बाजार की हलचल की समझ रखते हैं तो आप डिस्काउंट ब्रोकर का चुनाव कर सकते हैं

फुल सर्विस ब्रोकर (Full Service broker in share market)
फुल सर्विस ब्रोकर आपको निवेश आइडिया भी देते हैं. ये निवेश या ट्रेडिंग की सलाह देते हैं और IPO भरने की सुविधा-सलाह भी देते हैं. बाजार से जुड़ी खबरों के बारे में निवेशकों को बताना इनकी ड्यूटी होती है.

आपको बाजार की उथल-पुथल की समझ नहीं है और बाजार की हलचल नहीं समझ पाते हैं तो फुल सर्विस ब्रोकर का चुनाव बेहतर होता है.

ब्रोकिंग चार्जेज (Broking Brokerage Charges)
अक्सर ब्रोकर्स अपना ब्रोकिंग चार्ज फिक्स रखते हैं. चार्जेज कारोबार के वॉल्यूम और फ्रीक्वेंसी पर भी निर्भर करते हैं. इसलिए ब्रोकर को चुनने से पहले उसके चार्जेज के बारे में अच्छी तरह से पता कर लें.

ब्रोकर को चुनने से पहले उसके बारे में जान लें. बाजार में उसकी छवि कैसे, ये भी देख लें. ब्रोकर की सेवाओं, सुविधाओं से संतुष्ट होने पर ही उसकी सर्विस लें.

पावर ऑफ अटॉर्नी (Power of Attorney)
पावर ऑफ अटॉर्नी एक लीगल डॉक्युमेंट होता है. दूसरे व्यक्ति को अकाउंट ऑपरेट करने का अधिकार मिलता है. पावर ऑफ अटॉर्नी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक अधिकार होता है.

शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट के दौरान कई बार पावर ऑफ अटॉर्नी की जरूरत होती है. आप शेयर बेच रहे हैं या शेयर्स को प्लेज करना है, वहां पावर ऑफ अटॉर्नी की जरूरत होती है. ऑनलाइन इन्वेंस्टमेंट के लिए पॉवर ऑफ अटॉर्नी की जरूरत होती है. ऑफलाइन इन्वेस्टेमेंट में इंस्ट्रक्शन स्लिप भेजनी पड़ती थी. ऑनलाइन ब्रोकिंग में ऑफलाइन मेथड प्रभावी नहीं होता है.

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