अधीर व्यापारियों के लिए

दादा बनने की उम्र में मॉडलिंग: रायपुर के अधीर भगवनानी 62 की उम्र में बने मॉडल
कौन कहता है कि बुढ़ापे में कुछ नहीं किया जा सकता? कुछ लोगों के लिए वाकई उम्र महज नंबर होती है. रायपुर के एक ऐसे ही शख्स से मिलिए, जिसने रिटायरमेंट एज के बाद मॉडलिंग शुरू की.
रायपुर: किसी शायर ने सच ही कहा है " खुद की उम्र को देख कर यूं मायूस ना हो, किसी उम्र में कुछ भी किया जा सकता है". अमूमन यह देखा जाता है कि 60 साल की उम्र होने के बाद लोग अपने काम से रिटायमेंट ले लेते हैं. लेकिन रायपुर के बैरन बाजार निवासी अधीर भगवनानी ने 62 साल की उम्र में मॉडलिंग की शुरुआत की है. उनकी पर्सनालिटी और उनके लुक को देखकर लोग उनकी तारीफ करते नहीं थकते. हाल ही में अधीर ने रेमंड के लिए मॉडलिंग की है. ईटीवी भारत ने उनके मॉडलिंग का सफर जानने के लिए खास बातचीत की.
सवाल: 60 साल की उम्र गुजर जाने के बाद लोग अपने काम से रिटायरमेंट ले लेते हैं, लेकिन आप मॉडलिंग में आए. ये कैसे संभव हो पाया?
जवाब: मैंने मॉडलिंग के लिए कोई कोशिश नहीं की. जुलाई 2021 में एक दिन पत्नी बाजार गई हुई थी और मैं उन्हें पिकअप करने गया था. पत्नी को आने में देरी हो रही थी. इसलिए कार में बैठकर उनका इंतजार कर रहा था. थोड़ी देर बाद मेरे कार की खिड़की को किसी व्यक्ति ने नॉक किया और मुझसे कहा कि आप मेरे मॉडल बनेंगे. उस अधीर व्यापारियों के लिए शख्स से मैंने कहा कि तुमने मुझमें ऐसा क्या देख लिया, जो मॉडल का ऑफर दे रहे हैं. उस शख्स ने कहा कि आपका चेहरा और आपकी दाढ़ी देखकर. थोड़ी बातें होने के बाद मैंने हामी भर दी. सितंबर 2021 में शूटिंग हुई और अक्टूबर में ऐड शूट किया गया. उसके बाद मेरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फॉलोअर्स बढ़ते गए. क्रिसमस के दौरान अपने दोस्त के घर पार्टी में गया हुआ था. उस पार्टी में सभी दोस्त और परिवार के लोग शामिल हुए. मेरे दोस्त का बेटा और उनकी बहू दिल्ली में फैशन इंडस्ट्री में हैं. वे भी इस पार्टी में आए हुए थे. मैंने उन्हें अपने पहले शूट और मॉडलिंग के बारे में बताया और इस फील्ड में आगे कदम किस तरह बढ़ाए जा सकते हैं, उनसे सलाह मांगी. दरअसल पार्टी में वह मुझे देखकर मेरे मॉडलिंग को लेकर ही चर्चा कर रहे थे. ऐसे में मुझे दूसरा ऑफर मिला. कुछ महीने बाद मैं शूट के लिए दिल्ली पहुंचा. दिल्ली में मैंने रेमंड के लिए शूटिंग की. दिल्ली में ही एक मैग्जीन के लिए शूटिंग की, जो अप्रैल के महीने में पब्लिश होगी. मॉडलिंग में आना एकदम ऑर्गेनिक तरीके से हुआ. मैं घर में बैठा हुआ था और मुझे काम मिल गया. इस तरह यह पूरा वाकया हुआ है.
सवाल:मॉडलिंग से पहले आप क्या करते थे?
जवाब: मैं विशुद्ध रूप से व्यापारी आदमी हूं. पूरी जिंदगी मैंने व्यापार किया है. इंडस्ट्रीज भी चलाई है, ट्रेडिंग भी की है. लॉजिस्टिक का भी काम रहा है.
सवाल: आप एक नए सफर की ओर जा रहे हैं? मॉडलिंग करके कैसा लग रहा है?
जवाब: इस काम को लेकर एक्साइटमेंट है. कैरियर बनाने जैसी बात अब भी नहीं है. अगर काम मिलता है तो काम करते रहेंगे. अच्छा लगता है, जब सड़क पर निकलता हूं तो अनजान लोग भी दूर से पहचानने लगे हैं. कुछ लोग आकर तस्वीर भी खिंचवाते हैं तो अच्छा लगता है.
सवाल: परिवार का कैसा सहयोग रहा?
जवाब: परिवार या दोस्तों का सपोर्ट ना रहे तो इंसान कुछ भी नहीं कर सकता. परिवार के सपोर्ट के बगैर आदमी कुछ नहीं कर सकता. मेरा बेटा भी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है. वह एक्टर है और वॉइस ओवर आर्टिस्ट है. मेरे मॉडलिंग को लेकर सभी एक्साइटेड थे.
सवाल: मॉडलिंग के अलावा क्या फिल्म की ओर जाने का प्लान कर रहे हैं?
जवाब: अगर ऑफर आएगा तो जरूर फिल्मों में भी काम करेंगे.
सवाल: आपको जिस तरह से लोग पसंद कर रहे हैं, स्टारडम मिल रहा है.. कुछ बदलाव आया है?
जवाब: नहीं ऐसा कुछ बदलाव नहीं आया है. जैसा मैं सुबह घर से निकलकर मॉर्निंग वॉक पर जाया करता था. वह रूटीन आज भी जारी है. दोस्तों के साथ बाहर जाना, बाजार जाना, सब्जी खरीदना, जैसी मेरी रूटीन थी. वैसे ही चल रही है. मेरी जिंदगी में कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है.
सवाल: आपने इंडस्ट्रीज में भी काम किया. किस तरह का सफर रहा है?
जवाब: मेरे पिताजी की स्टील इंडस्ट्रीज थी. उस समय हमारे पास कोई चॉइस नहीं होती थी तो मैं अपने पिताजी के बिजनेस में आ गया था. स्टील इंडस्ट्रीज में ही पूरी जिंदगी काम किया.
सवाल: आपको कहां-कहां से काम के ऑफर मिल रहे हैं?
जवाब: बाहर की कंपनियां मॉडलिंग के लिए ऑफर कर रही हैं. उनसे बातचीत भी हो रही है. बातचीत पक्की होगी तो इसकी जानकारी जल्द साझा करूंगा.
सवाल: मॉडलिंग के अलावा आपका और क्या शौक है?
जवाब: मॉडलिंग का भी शौक नहीं था. ये बस हो गई. मैं एक बाइक राइडर हूं. मैं अपने दोस्तों के साथ पहाड़ों पर जा कर बाइक राइडिंग अधीर व्यापारियों के लिए करता था. हमारा आने वाले दिनों में प्लान है कि हम कन्याकुमारी से लद्दाख तक मोटरसाइकिल की यात्रा जून के महीने में शुरू करने वाले हैं. इसके पहले पूरा लद्दाख घुमा हुआ है. नॉर्थ ईस्ट भी बाइक से घूम लिया है. नॉर्थ ईस्ट के आगे बॉर्डर क्रॉस करते हुए म्यांमार भी बाइक से गए थे.
सवाल: मॉडल बनने से पहले आपका किस तरह का लुक हुआ करता था?
जवाब: कोरोनाकाल में लॉकडाउन के दौरान सलून बंद थे. उस दौरान मेरे बाल बढ़ गए थे. शुरुआत से ही मैं दाढ़ी रखता था. लेकिन लॉकडाउन के दौरान दाढ़ी नहीं काटने के कारण वह काफी लंबी हो गई. आज मेरी लंबी दाढ़ी लोगों को पसंद आ रही अधीर व्यापारियों के लिए है.
राष्ट्रपति मुर्मू पर अधीर रंजन चौधरी की विवादित टिप्पणी पर बढ़ी सियासत, संसद के दोनों सदनों में बवाल
राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू पर दिए गए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के आपत्तिजनक बयान को लेकर आज लोकसभा में भारी हंगामा हुआ. बीजेपी सांसदों ने कांग्रेस नेता से माफी की मांग को लेकर सदन में खूब हंगामा किया. बीजेपी की ओर से सांसद स्मृति ईरानी और निर्मला सीतारमण ने मोर्चा संभाला. हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही को रोकना पड़ा. सदन के अंदर ही नहीं सदन के बाहर भी बीजेपी सांसदों ने अधीर व्यापारियों के लिए कांग्रेस नेता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. देखें देश की बड़ी खबरें.
There was an uproar in the Lok Sabha today over the controversial statement of Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury on President Draupadi Murmu. Watch the video to know more updates.
अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति को पत्र लिख मांगी माफी, कहा "माफ करें, ज़ुबान फिसल गई"
नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर उनसे माफी मांगते हूए कहा है कि उनसे भूल हुई है और उन्होंने ज़ुबान फिसलने के कारण गलत शब्द का इस्तेमाल किया है और इसके लिए वह क्षमा प्रार्थी हैं।
श्री चौधरी ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र में कहा, “मैंने अधीर व्यापारियों के लिए राष्ट्रपति पद के लिए जिस गलत शब्द का इस्तेमाल किया है वह भूल से उच्चरित हुआ है और इसके लिए मुझे खेद है। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह मुझसे ज़ुबान फिसलने के कारण चूक हुई है और इसके लिए मैं माफी मांगता हूं और आपसे प्रार्थना करता हूं कि आप मेरी क्षमा याचना को स्वीकार करें।”
गौरतलब है कि श्री चौधरी ने राष्ट्रपति के लिए अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल किया था जिसको लेकर के भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया और पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा श्री चौधरी से देश की महिलाओं और आदिवासियों से माफी मांगने की मांग की। इसकी वजह से पिछले दो दिन से संसद में जबरदस्त हंगामा हो रहा है और कोई कामकाज नहीं हो पाया है।
अधीर रंजन के खिलाफ भाजपा ने निकाला पैदल मार्च, अधीर व्यापारियों के लिए लोकसभा से बर्खास्त करने की उठाई मांग
भोपाल। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए अत्यंत अमर्यादित, आपत्तिजनक और संवैधानिक शब्दों का प्रयोग कर न सिर्फ महिलाओं की गरिमा और आत्म सम्मान को ठेस पहुंचायी है, बल्कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद का भी अपमान किया है। अधीर रंजन द्वारा की गई टिप्पणी कांग्रेस के मूल चरित्र और संपूर्ण जनजातीय समाज के प्रति कांग्रेस की सोच को उजागर करती है। इस कृत्य के लिए लोकसभा में कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए और सदन की सदस्यता भी बर्खास्त करना चाहिए। देश की 130 करोड़ जनता अधीर रंजन चौधरी को उनके इस कृत्य का जवाब जरूर देगी।
यह बात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने गुरुवार को भोपाल के कुशाभाऊ कन्वेंसिंग सेंटर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरने को संबोधित करते हुए कही। शर्मा ने संबोधन के पूर्व महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। धरने के पश्चात उनके नेतृत्व में पार्टी के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे और कांग्रेस नेता अधीर रंजन की सदस्यता समाप्त किए जाने के लिए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
अनुसूचित जनजाति महिला का राष्ट्रपति बनना कांग्रेस को नहीं पच रहा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि आजादी के 75 वर्षों में से कांग्रेस ने 55 वर्षों तक देश में राज किया लेकिन कभी भी कांग्रेस ने अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग को देश के सर्वोच्च पदों पर नहीं पहुंचने दिया। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और रामनाथ कोविन्द को देश का राष्ट्रपति बनाकर एनडीए ने अल्पसंख्यक और अनुसूचित जाति वर्ग को सर्वोच्च पद पर पहुंचाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने और एनडीए ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर अनुसूचित जनजाति समाज की बहन द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाकर भारत में इतिहास बनाया। लेकिन दुर्भाग्य है कि कांग्रेस इसको पचा नहीं पा रही है। सोनिया गांधी से देश का जनमानस पूछता है कि कांग्रेस के पेट में इतना दर्द क्यों है? कांग्रेस नेता ने जिस प्रकार राष्ट्रपति के विरूद्ध अनर्गल टिप्पणी की है उससे पूरा देश आंदोलित है।
अधीर रंजन जैसे अपराधी को संसद में बैठने का हक नहीं
विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से देश की 130 करोड़ जनता हर्षोल्लास के साथ उनका स्वागत और सम्मान कर रही है, लेकिन कांग्रेस नेता संवैधानिक पद और जनजाति महिला का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद के विरूद्ध अमर्यादित टिप्पणी करने वाले अधीर रंजन चौधरी को संसद में बैठने का हक नहीं है। मैं लोकसभा अध्यक्ष से अपील करता हूं कि वे अधीर रंजन की सदस्यता बर्खास्त करे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश के संवैधानिक पद और महिलाओं का जो अपमान किया है, उसके लिए सोनिया गांधी को पूरे देश से माफी मांगना चाहिए।
पैदल मार्च करते हुए राजभवन पहुंचे नेता
विष्णुदत्त शर्मा के नेतृत्व में मिंटो हाल से पार्टी के नेता एवं जनप्रतिनिधि सहित कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए राजभवन रवाना हुए। पार्टी नेताओं ने तिरंगा झण्डे के साथ नारे लिखे तख्ती हाथों में अधीर रंजन को बर्खास्त करो और राष्ट्रपति का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान के नारे लगा रहे थे। राजभवन पहुचंकर शर्मा के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने कांग्रेस दल के नेता अधीर रंजन चौधरी की लोकसभा की सदस्यता बर्खास्त करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष के नाम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
यह थे पैदल मार्च के दौरान उपस्थित
इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष कांतदेव सिंह, सीमा सिंह जादौन, पंकज जोशी, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, विधायक रामेश्वर शर्मा, महापौर मालती राय, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, प्रदेश कार्यालय मंत्री डॉ. राघवेन्द्र शर्मा, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर, जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह, सुरेन्द्रनाथ सिंह, विकास विरानी, प्रदेश प्रवक्ता नेहा बग्गा सहित जिला पदाधिकारी, पार्षद एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
इस नीति के विरोध में सैकड़ों दुकानें बंद, व्यापारियों ने किया ईडी बंगले का घेराव
भोपाल/भेल। नई शॉप पॉलिसी के विरोध में बुधवार को भेल मार्केट की 1400 दुकानें बंद रही। इस दौरान भेल व्यापारी महासंघ के लगभग 500 से अधिक व्यापारियों ने ईडी बंगले का घेराव किया। इससे पहले व्यापारी बरखेड़ा विजय मार्केट से रैली निकली। ईडी बंगले पहुंचकर अपने विचार रखे। महासंघ के मीडिया प्रभारी नरेश पारोलिया ने कहा कि भेल प्रबंधन नई शाप पालिसी को निरस्त करें। क्योंकि प्रंबधन मार्केटों में बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं। 30 साल से उपर व्यापार करने वालों को मालिकाना हक भी नहीं दे रही है। उपर से 50 फीसदी तक किराया बढ़ा दिया है, किराया न देने पर जबरदस्ती व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है।
फीस बढ़ने से व्यापारियों में आक्रोश
भोपाल की दुकानों के लिए नई पॉलिसी अधीर व्यापारियों के लिए अधीर व्यापारियों के लिए निति से जहा व्यापारियों को परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है वहीं बुधवार को भेल मार्केट बंद होने से उपभोक्ताओं को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। भेल व्यापारी संघ के व्यापारियों ने इस नीति का विरोध करते हुए गांधी मार्केट, पिपलानी चौराहे पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान व्यापारियों ने भेल नगर प्रशासन द्वारा थोपी जा रही नई पॉलिसी की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज जादौन ने बताया कि नई शॉप नीति में लाइंसेस फीस को एक रुपए से बढ़ाकर 40 रुपए प्रति वर्गफीट किया जा रहा है जो व्यापारियों के लिए के साथ उचित नहीं है।
इन्हें होगा ज्यादा नुकसान
नई शॉप पॉलिसी के लागू होने से छोटे व्यापारी को सबसे ज्यादा परेशानी होने का अनुमान लगाया जा रहा है। वहीं व्यापारियों का कहना है हर दिन व्यापारियों का विक्रय एक समान अधीर व्यापारियों के लिए नहीं होता है। कभी व्यापारियों को हानि होती है कभी कम लाभ, ऐसे में व्यापारियों से फीस वसूल करने से उन पर आर्थिक अधीर व्यापारियों के लिए संकट बढ़ जाएगा। प्रदर्शन का नेतृत्व भेल व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष देवेंद्र जैन लालू, महामंत्री मदन बालानी समेत भेल संयुक्त व्यापारी मोर्चा के अध्यक्ष रघुराज सिंह भदौरिया आदि कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद व्यापारियों ने ईडी के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा है। इसके बाद भेल के बंद बाजार दोपहर बाद शुरू हो गए। बाजार बंद होने से भेल कर्मियों समेत उनके परिवारों को जरूरी चीजों के लिए भटकना पड़ा।