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ADR क्या है?

ADR क्या है?
दोस्तो आप सभी को अगर इसे समझने में कोई भी दिक्कत या परेसानी आती है तो आप मुझे कमेंट करके बता सकते है हम आपको समझाने में हेल्प करेंगे ।

GDR FULL FORM IN HINDI ?

हेलो दोस्तों आज के इस पोस्ट में । मैं आप सभी को बताने वाला हूं कि GDR क्या है दोस्तों इसी के साथ- साथ हम यह भी जानेंगे कि GDR और ADR में क्या अंतर है। और GDR क्या होता है। दोस्तों आप में से बहुत से ऐसे लोग होंगे जिन्हें नहीं पता है कि GDR का फुल फॉर्म क्या होता है और GDR और ADR में क्या अंतर होता है।

दोस्तों GDR और ADR दोनों का प्रयोग हमारे देश के भारतीय कंपनी और विदेशी पूंजी बाजार से धन जुटाने के लिए किया जाता हैं दोस्तो इन दोनों के बीच में एक सबसे मुख्य अंतर बाजार में होता है जिसे जारी किया जाता है और साथ में बदले में उन्हें सूचीबद्ध कर दिया जाता है जबकि ADR का US स्टॉक एक्सचेंजो पर ट्रेड किया जाता है और GDR का यूरोपियन स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेंड किया जाता है दोस्तों इन दोनों के बारे में हम विस्तार में जानेंगे ज्यादा जानकारी के लिए आप हमारे पोस्ट के लास्ट तक बने रहें।

GDR क्या है?

दोस्तों GDR का पूरा नाम (Global Depository Receipt ) होता हैं और यह एक प्रकार का प्रोग्राम या उपकरण होता है जिससे अन्य देशों में अन्य बाजारों में एक एकल उपकरण के साथ टाइप करने के लिए उपयोग में इसे लाया जाता है जो एक विदेशी कंपनी व में शेयरों के नीचे संख्या का प्रतिनिधित्व करने वाले एक अधिक देशों में यह रसीदें डिपॉजिट बैंक के द्वारा जारी की जाती है ।

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दोस्तो जिसे यह GDR धारक का नाम देते हैं और साथ ही में बैंक को प्राप्त या सरेंडर कर के उन्हें शेयरों में बदल देते हैं जिससे कि GDR के लिए वित्त मंत्रालय और FIPB फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड के पूर्व मंजूरी कंपनी द्वारा पहले लेनी होती है।

GDR Full Form In Hindi ?

दोस्तों ADR का पूरा नाम American depositary receipt होता है जो एक परक्राम्य प्रमाण पत्र होता है इसे US बैंक द्वारा जारी किया जाता है और इसके सहायता से US स्टॉक मार्केट में एक विदेशी कंपनी के साथ व्यापार की प्रतिभूतियां का प्रतिनिधित्व करने वाले US $ को दर्शाया ADR क्या है? जाता है।

दोस्तों यह रसीद अंतर्निहित शेयरों की संख्या के खिलाफ एक दावा का कार्य करता है जो अमेरिकी निवेश को के बिक्री के लिए ADR को पेश किया जाता है ओर वह American depository receipt है जिसके जरिए अमेरिकी निवेश गैस अमेरिकी कंपनियों में निवेश कर सकते हैं और स्थिति में लगभग भुगतान ADR धारकों को किया जाता है जो की अमेरिकी डॉलर में होते हैं।

ADR Full Form In Hindi

दोस्तों ADR का फुल फॉर्म होता है ( American depository receipt ) इसे हिंदी में प्रक्रिया में प्रमाण पत्र कहते हैं अमेरिकी डिपॉजिटरि रसीद कहा जाता है। यह एक तरह का परक्राम्य प्रमाण पत्र होता हैं।

Gujarat Assembly Elections 2022 पहले चरण में 21 फीसद उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले

Criminal Cases

राजनीति के अपराधीकरण पर चिंता लगभग हरेक राजनीतिक दल जाहिर करता है. साथ ही इस पर अंकुश लगाने की भी बात करता है. हालांकि बात जब चुनाव में टिकट देने की आती है, ADR क्या है? तो सब किनारे छूट जाता है. गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 (Gujarat Assembly Elections 2022) के पहले चरण में भी 89 सीटों पर चुनाव लड़ रहे 788 उम्मीदवारों में से कुल 167 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले (Criminal Cases) दर्ज हैं. इनमें से 100 पर हत्या और बलात्कार जैसे गंभीर आरोप भी हैं. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (ADR) की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह पहले चरण के 21 फीसदी प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जबकि 13 फीसदी गंभीर आरोपों से जूझ रहे हैं.

हाईकोर्ट ने पुलिस अफसरों को जमकर लगाई फटकार, जज ने पूछा- SSP की वर्दी और ओहदे का क्या मतलब है ?

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पटना हाईकोर्ट ने राजधानी के दो बड़े पुलिस अफसरों को फटकार लगाई है। कोर्ट ने फटकार लगाते हुए पूछा कि वर्दी और ओहदे का क्या मतलब होता है। दरपसअल मामला पटना के महिला रिमांड होम की सुनवाई से जुड़ा है। इस केस की सुनवाई कर रहे पटना हाईकोर्ट ने अब तक के पुलिस अनुसंधान पर असंतोष जाहिर किया है। गुरुवार को इस मामले में पटना के SSP मानवजीत सिंह ढिल्लों और सचिवालय ASP सह केस की IO काम्या मिश्रा सशरीर कोर्ट में उपस्थिति हुईं।

कोर्ट ने सीधा सवाल किया कि आप के ओहदे का क्या मतलब है। आप एक केस की जांच भी सही तरीके से नहीं कर सकते। कोर्ट ने अब तक के पुलिस अनुसंधान पर नाराजगी जाहिर करते हुए सुनवाई के दौरान यह कहा कि SSP कि पुलिसिंग और कामकाज किसी तरह से संतोषजनक नहीं माना जा सकता। तकरीबन 30 से 35 मिनट तक पटना पुलिस प्रशासन के इन दोनों अधिकारियों को कोर्ट की तल्ख टिप्पणी सुननी पड़ी। पटना हाईकोर्ट में गायघाट में लड़कियों के यौन शोषण के मामले की पुलिस जांच पर सुनवाई चल रही है।

गुजरात चुनावः पहले चरण के 167 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले, सबसे ज्यादा AAP ने दिए दागी प्रत्याशी

फोटोः सोशल मीडिया

नवजीवन डेस्क

आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले चरण में शामिल 167 उम्मीदवार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के प्रमुख मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अनिल वर्मा ने कहा कि पहले चरण में 167 उम्मीदवारों ने घोषित किया है कि वह आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।

यह कुल उम्मीदवारों का 13 प्रतिशत है, लेकिन 2017 की संख्या से अधिक है, जब 78 उम्मीदवारों ने खुलासा किया था कि वह आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। एडीआर और गुजरात इलेक्शन वॉच ने गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के विवरणों को स्कैन किया है, जिसमें उन्होंने पाया है कि 799 उम्मीदवारों (पहले चरण में) में से 167 आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।

Gujarat Election: पहले फेज में किस पार्टी में कितने दागी उम्मीदवार? – ADR रिपोर्ट

ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, आपराधिक मामलों वाले 167 उम्मीदवारों में से 100 पर हत्या या बलात्कार जैसे गंभीर आरोप हैं.

Gujarat Election

फाइल फोटो

Gujarat Election: गुजरात विधानसभा के लिए पहले चरण के तहत 89 सीट पर चुनाव हो रहे हैं और कुल 788 उम्मीदवार मैदान में हैं. जिनमें 167 प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 100 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या एवं बलात्कार जैसे गंभीर आरोप हैं. 21 प्रतिशत प्रत्याशियों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं, जबकि 13 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं.

आम आदमी पार्टी: आप कुल 89 सीटों में से 88 सीट पर चुनाव (Gujarat Election) लड़ रही है और पार्टी इस सूची में सबसे ऊपर है, जिसके 36 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आप के 30 प्रतिशत उम्मीदवार हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं. AAP के 32 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं.

कांग्रेस: पार्टी के 35 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. ऐसे 20 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं. रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस पहले चरण में सभी 89 सीट पर चुनाव लड़ रही है और ADR क्या है? आपराधिक मामलों वाले उसके उम्मीदवारों की संख्या 31 है.

2017 के विधानसभा चुनावों में पहले चरण में 15 फीसदी थे दागी उम्मीदवार

2017 के विधानसभा चुनावों (Gujarat Election) में, पहले चरण के 137 (15 प्रतिशत) उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले थे, जबकि 78 (8 प्रतिशत) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले थे. गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों में जनक तलविया (बीजेपी), वसंत पटेल (कांग्रेस), अमरदास देसानी (स्वतंत्र) शामिल हैं. आपराधिक रिकॉर्ड वाले अन्य उम्मीदवारों में बीजेपी के पुरुषोत्तम सोलंकी, कांग्रेस के गनीबेन ठाकोर और जिग्नेश मेवानी, आप के गोपाल इटालिया और अल्पेश कठेरिया शामिल हैं. साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 31 (36%) और भारतीय जनता पार्टी ने 22 (25%) ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया था, जिसपर कोई न कोई आपराधिक केस ADR क्या है? दर्ज थे. भारतीय ट्राइबल पार्टी ने ऐसे 2 (67%) उम्मीदवारों को टिकट दिया था.

सुप्रीम कोर्ट के 25 सितंबर, 2018 के आदेश के अनुपालन में निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार, सभी राजनीतिक दलों के लिए लंबित आपराधिक मामलों और ऐसे उम्मीदवारों के चयन की वजहों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर अपलोड करना अनिवार्य है. इसके साथ ही जानकारी को एक स्थानीय और एक राष्ट्रीय दैनिक में प्रकाशित ADR क्या है? करने एवं आधिकारिक सोशल मीडिया मंच पर अपलोड करने की भी आवश्यकता होती है.

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