वेलकम बोनस

Congress candidate Sidhpur candidate Chandanji Thakor saying “only Muslims can save Congress!! BJP govt stopped your Triple Talaq & Hajj Subsidy” – After PM MMS saying 1st right on resources belongs to Muslims & after attacks on Hindu Astha by Jarkiholi & others, Congress 1/n pic.twitter.com/9iPsJ59JsK — Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 19, 2022
किसानों को घर बैठे मिल रहा धान बेचने टोकन, बेरोकटोक हो रही है धान खरीदी : ठाकुर
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार चालू खरीफ वर्ष में किसानों को मोटा धान की कीमत 2640 रुपए एवं पतला धान की कीमत 2660 रुपए प्रति क्विंटल दे रही है। छत्तीसगढ़ के अलावा किसी भी अन्य राज्य में किसानों को धान की कीमत इतनी नहीं मिल रही है। 1 नवंबर से धान खरीदी महाअभियान की शुरूआत हुई है। धान बेचने पंजीकृत लगभग 25 लाख 93 हजार किसानों से 110 लाख मैट्रिक टन धान की खरीदी करने का लक्ष्य रखा गया है। 1 नवंबर से अभी तक 262000 किसानों से वेलकम बोनस 8 लाख 67 हजार मैट्रिक टन धान की खरीदी किया जा चुका है। किसानों को 1777 करोड़ रुपए की भुगतान की जा चुकी है। टोकन तुंहर द्वार एप के माध्यम से किसानों को घर बैठे धान बेचने टोकन मिल रहा है। पर्याप्त मात्रा में बारदाना की उपलब्धता करवाई गई है धान बेचने के तुंरत बाद किसानों को भुगतान भी किया जा रहा है।
ठाकुर ने कहा कि 15 साल के रमन सरकार के दौरान 12 से 13 लाख किसान धान बेचने पंजीयन कर आते थे और 7 से 8 लाख किसानों से ही धान की खरीदी होती थी 15 साल में औसत प्रतिवर्ष 50 लाख मीट्रिक टन की धान की खरीदी की गई पूर्व रमन सरकार ने वादानुसार किसानों को धान की कीमत 2100 रु और 300 रु बोनस देने का वादा कर वादाखिलाफी किया गया था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों का कर्जा माफ किया किसानों की सिंचाई कर्म आपकी सिंचाई के लिए स्थाई पंप कनेक्शन दिया गया और धान की कीमत वादा अनुसार 2500 रु क्विंटल दिया गया इस वर्ष 2640 एवं 2660 रुपए दे रही है और आने वाले दिनों में 2800 रु प्रति क्विंटल धान की कीमत किसानों को मिल सकता है? कांग्रेस सरकार किसान हितैषी सरकार है छत्तीसगढ़ में कृषि लाभकारी हुआ है धान उत्पादक किसानों की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है और धान पैदावार का रकबा भी बढा है।
उन्होंने कहा कि किसानों के नाम से राजनीति करने वाली भाजपा हमेशा किसानों के साथ छल और धोखा की है देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार है लेकिन वहां किसानों की हालत खराब है किसान कर्ज में दबे हुए हैं किसानों को उनकी उपज का सही कीमत नहीं मिल रहा है और केंद्र में बैठी मोदी भाजपा की सरकार किसानों के हित के खिलाफ नीति बना रही है कांग्रेस किसान हितैषी सरकार है किसानों के साथ खड़ी हुई है। सरकार धान खरीदी में अपने ही रिकार्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बना रही है इस वर्ष 110 लाख मिट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का रिकार्ड साल दर साल टूट रहा है। बीते साल 97.97 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का नया रिकार्ड बना है। वर्ष 2021 में 92 लाख मीट्रिक टन धान, वेलकम बोनस वर्ष 2020 में 83.94 लाख मीट्रिक तथा 2019 में 80.37 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी।
रीट शिक्षक वेतन 2022 – ग्रेड I, ग्रेड II, ग्रेड III वेतन
रीट शिक्षक वेतन 2022: 46,500 ग्रेड III शिक्षक पदों को भरने के लिए रीट परीक्षा 2022 आयोजित की जाएगी। राजस्थान शिक्षा बोर्ड 23 जुलाई और 24 जुलाई 2022 को रीट परीक्षा 2022 आयोजित करेगा। राजस्थान सरकार इस साल 46,500 शिक्षण रिक्तियों के लिए भर्ती करेगी। सभी शिक्षण ग्रेड को उनके ग्रेड स्तर के अनुसार उनका लाभ मिलने वाला है।
छात्र रीट वेतन संरचना, भत्तों, जॉब प्रोफाइल और पदोन्नति के बारे में उत्सुक हैं। रीट शिक्षक वेतन और इसके लाभों के बारे में जानने के लिए सभी इच्छुक उत्सुक होंगे। यहां हम रीट वेतन संरचना ग्रेड-वार यानी ग्रेड-1, ग्रेड-2, ग्रेड-3 का वेतन जानने जा रहे हैं।
रीट शिक्षक वेतन विवरण
रीट परीक्षा 2022 उत्तीर्ण करने वेलकम बोनस के बाद, उम्मीदवार राजस्थान ग्रेड 3 शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। रीट शिक्षकों को ग्रेड-वार विभाजित किया गया है:
- रीट स्तर I शिक्षक – कक्षा I से V तक विभिन्न विषयों को
- REET स्तर II शिक्षक – कक्षा VI से VIII में विभिन्न विषयों को पढ़ाते हैं।
- ग्रेड I शिक्षक
- ग्रेड II वेलकम बोनस शिक्षक
- ग्रेड III शिक्षक
रीट वेतन 2022
रीट ग्रेड III वेतन को उनकी नौकरी में कई भत्ते और भत्ते मिलते हैं। RPSC तृतीय श्रेणी शिक्षक अपनी परिवीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद इन भत्तों का आनंद ले सकेंगे। ये हैं:
रीट वेतन 2022 प्रथम ग्रेड
राजस्थान सरकार वित्त विभाग वेतनमान-2017 के अनुसार प्रथम ग्रेड शिक्षक विद्यालयों में उच्च कक्षाओं में वेलकम बोनस पढ़ाते हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने ग्रेड 1 शिक्षण रिक्तियों को विषयवार जारी किया है। रीट ग्रेड, 1 वेतन 2022 को परिवीक्षा अवधि तक केवल मूल वेतन वेलकम बोनस मिलता है जो 2 वर्ष के लिए आयोजित किया जाएगा।
- वेतन – रु. 44,300 (मूल वेतन + ग्रेड पे)
- ग्रेड पे – रु. 4800/-
- पे बैंड – 2
- ग्रेड लेवल -12
- प्रोबेशन पीरियड में वेतन – 31100
REET ग्रेड I वेतन लाभ
REET ग्रेड I वेतन को उनकी नौकरी में कई भत्ते मिलते हैं। ये हैं:
- यात्रा भत्ता
- आवास किराया भत्ता
- महंगाई भत्ता (डीए)
- बोनस
- शहरी क्षति आपूर्ति
- वेतन कटौती
रीट शिक्षक वेतन 2022 ग्रेड II
राजस्थान सरकार के अनुसार, वित्त विभाग, वेतनमान -2017, द्वितीय ग्रेड शिक्षक राजस्थान सरकारी स्कूल में मध्य विद्यालय की कक्षाएं पढ़ाते हैं। राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने हर साल विभिन्न द्वितीय श्रेणी के शिक्षण रिक्तियों को जारी किया है। रीट ग्रेड II वेतन 2022 को परिवीक्षा अवधि तक केवल मूल वेतन मिलता है जो 2 वर्ष के लिए आयोजित किया जाएगा।
- वेतन – रुपये 37,800 (मूल वेतन + ग्रेड पे)
- ग्रेड पे – रुपये 4200/-
- वेतन बैंड – 2
- ग्रेड स्तर -11
- परिवीक्षा अवधि में वेतन – 26500
रीट वेतन लाभ ग्रेड 2
रीट ग्रेड II वेतन को उनकी नौकरी में कई और भत्ते मिलते हैं। ये हैं:
- यात्रा भत्ता
- आवास किराया भत्ता
- महंगाई भत्ता (डीए)
- बोनस
- शहरी क्षति आपूर्ति
- वेतन कटौती
रीट वेतन 2022 ग्रेड III
राजस्थान सरकार के अनुसार, वित्त विभाग, वेतनमान -2017, तृतीय श्रेणी शिक्षक राजस्थान सरकार के स्कूलों में प्राथमिक कक्षाओं को पढ़ाते हैं। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इस वर्ष 46,500 तृतीय श्रेणी शिक्षण रिक्तियों को जारी करने जा रहा है जो रीट 2022 परीक्षा के बाद जारी होने जा रहे हैं। रीट ग्रेड III वेतन 2022 को केवल परिवीक्षा अवधि तक मूल वेतन मिलता है जो 2 वर्ष के लिए आयोजित किया जाएगा।
- वेतन – रुपये। 37,800 (मूल वेतन + ग्रेड पे)
- ग्रेड पे – रुपये। 3600/-
- पे बैंड – 2
- ग्रेड लेवल -10
- प्रोबेशन पीरियड में वेतन – 23700
रीट वेतन ग्रेड 3 लाभ
रीट ग्रेड III वेतन को उनकी नौकरी में कई और भत्ते मिलते हैं। ये हैं:
- यात्रा भत्ता
- आवास किराया भत्ता
- महंगाई भत्ता (डीए)
- बोनस
- शहरी क्षति आपूर्ति
- वेतन कटौती
रीट 2022 परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट क्या है?
रीट की प्रामाणिक वेबसाइट rajeduboard.rajasthan.gov.in/ आवेदकों को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करें और ऑनलाइन वेबसाइट से ही अपडेट प्राप्त करें।
रीट के लिए एक उम्मीदवार कितने प्रयासों का लाभ उठा सकता है?
अभी तक रीट में समानता के प्रयासों की संख्या की कोई सीमा नहीं है।
रीट के लिए अर्हता प्राप्त करने के बाद, क्या मैं नौकरी पाने के योग्य हूं?
योग्यता रीट भर्ती / रोजगार के लिए किसी वेलकम बोनस भी व्यक्ति पर अधिकार प्रदान नहीं करेगा क्योंकि यह नियुक्ति के लिए योग्यता मानदंडों में से केवल एक है।
Gujrat में हार रही कांग्रेस हिंदू-मुस्लिम करने पर उतारू, निर्मम हत्यारे आफताब के पक्ष में बोले CM Gehlot एक कौम को किया जा रहा टार्गेट, कांग्रेस प्रत्याशी चंदन ठाकोर के भी बिगड़े बोल- मुस्लिम समाज ही देश को बचा सकता है
गुजरात के लेकर राजस्थान तक कांग्रेस की मुस्लिम तुष्टिकरण की नीति खुलकर सामने आने लगी है। राजस्थान में जहां हिंदू विरोधी सरकार के मुखिया ने देश को हिलाकर रख देने वाले श्रद्धा-आफताब के लव जिहाद के मामले में कहा है कि मुस्लिम को अनावश्यक टार्गेट किया जा रहा है। देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। दूसरी ओर गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ रहे सिद्धपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी चंदन ठाकोर ने एक चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि देश को सिर्फ मुसलमान ही बचा सकते हैं। चंदन ठाकोर ने कहा कि बीजेपी ने पूरे देश को गर्त में धकेल दिया है और अगर कोई है, जो देश को बचा सकता है तो वो है मुस्लिम समुदाय है। साथ ही कहा कि मुस्लिम समुदाय ही ऐसा है, जो कांग्रेस को भी बचा सकता है। गुजरात में हार की कगार पर खड़ी पार्टी को बचाने के लिए कांग्रेस नेता हिंदू-मुस्लिम करने पर उतारू हो गए हैं। श्रद्धा मर्डर केस केवल एक दुर्घटना, एक कौम और धर्म को वेलकम बोनस टार्गेट किया जा रहा है- गहलोत
देश को झकझोर देने वाले श्रद्धा वॉकर हत्याकांड को लेकर राजस्थान के सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने बबाली बयान दे दिया है। उन्होंने न्यूज एजेंसी एनएनआई से बातचीत में कहा कि सदियों से अंतर धर्म में शादियां होती आई हैं, यह नई बात तो नहीं है। लेकिन आपने एक कौम को एक धर्म को टारगेट बना दिया है, उसके आधार पर राजनीति हो रही है। सीएम गहलोत ने अपने बयान से बीजेपी पर भी हमला बोल दिया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस मुद्दे पर सियासी पारा बढ़ना तय है। गहलोत ने श्रद्धा हत्याकांड को लेकर कहा है कि यह एक दुर्घटना है, इसे नाम दे दिया गया है, जुमले कस दिए गए हैं। भाजपा ने बताया तुष्टिकरण की पराकाष्ठा, गहलोत राज में ही हुआ ‘सिर तन से जुदा’
सीएम अशोक गहलोत ने गुजरात चुनाव को लेकर बातचीत करने के दौरान श्रद्धा हत्याकांड पर भी अपनी बात रखी। सीएम गहलोत ने आगे कहा कि धर्म के नाम पर, जाति के नाम पर लोगों को इकट्ठा करना हो, संगठित करना और मॉब क्रिएट करना आसान काम है। आग लगाना बड़ा आसान है , आग को बुझाने में वक्त लगता है। आप कोई बिल्डिंग या भवन बनाओ, उसे बनाने में वक्त लगता है। गिराना हो आप गिरा दीजिए आराम से गिर जायेगी। गहलोत के आफताब से संबंधित बयान वेलकम बोनस पर अहमदाबाद में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह नहीं भूलना चाहिए कि गहलोत के राज में ही ‘सिर तन से जुदा’ हो गया था, गहलोत उस समय क्या कर रहे थे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने गहलोत के बयान को तुष्टिकरण की पराकाष्ठा बताते हुए कहा कि इस तरह की राजनीति समाज के लिए चिंताजनक है। यह वही गहलोत हैं जो सीएम आवास पर बारां दंगों के आरोपी के साथ इफ्तार पार्टी करते हैं। यह कांग्रेस के दोहरे चरित्र को भी दर्शाता है। गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली के महरौली इलाके में श्रद्धा वॉकर नाम युवती की निर्मम हत्या का खुलासा हुआ है। आफताब पूनावाला ने उसे गला घोंटकर मार डाला। इसके बाद आफताब ने उसके शरीर के 35 टुकड़े करके अपने घर पर फ्रिज में रखे और बाद में उन्हें शहर में कई जगहों पर फेंकता रहा था।
Congress candidate Sidhpur candidate Chandanji Thakor saying “only Muslims can save Congress!! BJP govt stopped your Triple Talaq & Hajj Subsidy” – After PM MMS saying 1st right on resources belongs to Muslims & after attacks on Hindu Astha by Jarkiholi & others, Congress 1/n pic.twitter.com/9iPsJ59JsK
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) November 19, 2022
देश और कांग्रेस को सिर्फ मुस्लिम समुदाय ही बचा सकता है: चंदन ठाकोर
कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति का दूसरा उदाहरण भी गुजरात से है। यहां चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी ने सारे नियम-कानून और नैतिकता को ताक पर रखकर खुलेआम धर्म के आधार पर स्पीच दी। गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान में अब कुछ ही समय शेष बचा है। इस बीच, गुजरात में कांग्रेस उम्मीदवार चंदन ठाकोर का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसको लेकर गुजरात में सियासी पारा और चढ़ने लगा है। दरअसल, सिद्धपुर से कांग्रेस के प्रत्याशी चंदन ठाकोर ने शनिवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करने के दौरान कहा कि वेलकम बोनस देश को सिर्फ मुसलमान ही बचा सकते हैं। चंदन ठाकोर ने कहा कि बीजेपी ने पूरे देश को गर्त में धकेल दिया है और अगर कोई है, जो देश को बचा सकता है तो वो है मुस्लिम समुदाय है। साथ ही कहा कि मुस्लिम समुदाय ही ऐसा है, जो कांग्रेस को भी बचा सकता है। मुसलमानों के लिए कांग्रेस के अलावा कोई दूसरी पार्टी खड़ी नहीं हुई
कांग्रेस प्रत्याशी ने अपनी बात के समर्थन में जो तर्क गढ़ा, वह भी किसे के गले नहीं उतर रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी चंदन ठाकोर ने आगे कहा कि मैं इसका केवल एक उदाहरण साझा करूंगा। एनआरसी के मुद्दे पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सड़कों पर उतरीं। मुसलमानों के लिए कोई दूसरी पार्टी खड़ी नहीं हुई। कांग्रेस ही एक मात्र पार्टी है, जो पूरे देश में मुस्लिमों की रक्षा कर रही है। चंदन ठाकोर ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि बीजेपी तीन तलाक के मुद्दे पर वे सुप्रीम कोर्ट गए और कानून लाए। जबकि मोदी सरकार के तीन तलाक को खत्म करने की तब कई मुस्लिम संगठनों ने भी तारीफ की थी। इसे मुस्लिम महिलाओं के हक में सबसे बड़ा फैसला बताया गया था। हार के डर से कांग्रेस अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की तुच्छ राजनीति कर रही है- भूपेंद्र पटेल
उनके बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मौजूद सीएम भूपेंद्र पटेल ने सोशल मीडिया ट्वीट कर कहा कि हार के डर से कांग्रेस अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की तुच्छ राजनीति कर रही है। लेकिन कांग्रेस को यह जान लेना चाहिए कि उसे हार से कोई नहीं बचा सकता। वीडियो एक चुनावी सभा का है। इसमें चंदन ठाकोर का गुजराती में दिया भाषण सोशल मीडियो पर खूब वायरल हो रहा। भाजपा की गुजरात इकाई के अध्यक्ष सीआर पाटिल ने भी अपने ट्विटर अकाउंट पर वीडियो अपलोड कर कहा कि कांग्रेस अपनी हार को भूलकर धर्म की राजनीति कर रही है। कांग्रेस विधायक का ऐसा ओछा भाषण किसी भी तरह से स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। यहां तक कि कांग्रेस भी अब कांग्रेस को नहीं बचा सकती। अल्पसंख्यक तुष्टिकरण कर रही कांग्रेस की हार तय है।
डीपीआरओ के खिलाफ सफाई कर्मचारियों ने खोला मोर्चा
जनपद के सफाई कर्मचारियों ने आज दिनांक 21.11. 2022 को आईटीआई कॉलेज के सामने एक अति आवश्यक बैठक किए, जिसमें सफाई कर्मचारियों की समस्याओं के विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई । बैठक की अध्यक्षता बीएल पटेल पूर्व जिला अध्यक्ष ने किया और संचालन का कार्य अनिल कुमार गौतम पूर्व जिला मंत्री ने किया। बीएल पटेल ने कहा कि जिस तरह से जनपद के सफाई कर्मचारियों का मानसिक और आर्थिक शोषण डीपीआरओ द्वारा किया गया उसके विरोध में आज सफाई कर्मचारियों की यह दशा- भुखमरी के कगार पर पहुंच चुके हैं । सूत्रों के मुताबिक आज वेतन बिल पर हस्ताक्षर करके ट्रेजरी में सफाई कर्मचारियों का वेतन लगाया गया है। डीपीआरओ के इस तानाशाही रवैया से जनपद के सफाई कर्मचारी काफी आक्रोशित हैं। शोषण करने की नियत से 7 ब्लॉकों के वेतन बिल पर भी हस्ताक्षर नहीं किए थे, जबकि सफाई कर्मचारियों द्वारा कार्य करते समय की फोटो भी भेजी गई थी और जनपद का हर कार्य सफाई कर्मचारियों से लिया भी जा रहा है। डीएम साहब की गाड़ी चलाने से लेकर चपरासी तक का कार्य सफाई कर्मचारियों से ही कराया जा रहा है। इसके बावजूद भी मांधाता और पट्टी ब्लॉक के वेतन बिल पर अभी भी हस्ताक्षर नहीं किया गया है। अनिल कुमार गौतम ने कहा कि सरकार का आदेश था कि दीपावली के पहले बोनस तथा अवशेष एरियर एवं वेतन दिया जाए लेकिन अभी तक पूरे जनपद के सफाई कर्मचारियों को एरियर भी नहीं दिया गया है। पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष दशरथ गौतम ने बताया कि गौरा ब्लाक के सफाई कर्मचारियों द्वारा सामूहिक, सार्वजनिक कार्य करने के बावजूद भी अक्टूबर माह का लगभग 39 सफाई कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन रोका गया है। जबकि यह न्यायोचित नहीं है। पूर्व जिला प्रभारी नागोराव मधुकर ने कहा कि बाबा बेलखरनाथ धाम के लगभग 27 सफाई कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन छुट्टी के दिन रविवार को मौखिक ड्यूटी लगाकर वेतन आज तीन चार महीने से रोका गया है उनका इंक्रीमेंट भी अभी तक नहीं लग पाया वेलकम बोनस है, संगठन इसकी घोर निंदा करता है। इसी तरह से विकासखंड शिवगढ़ का भी 4 सफाई कर्मचारियों का 1 दिन का वेतन रोकने का आदेश किया गया है, जबकि चारों सफाई कर्मचारी भले ही टीम में नहीं गए थे लेकिन अपने राजस्व गांव में सफाई का कार्य कर रहे थे और उसका प्रमाण भी है। विकासखंड मांधाता के भी 17 सफाई कर्मचारियों का वेतन 1 दिन का रोकने का आदेश पारित हुआ है।अंत में बीएल पटेल ने आए हुए सभी सफाई कर्मचारियों का आभार प्रकट करते इसी तरह से संगठन का साथ देने का निवेदन भी किया ।
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