डॉलर की मजबूती

गिरावट से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों पर निर्मला सीतारमण ने कहा, तो जाहिर है, अन्य सभी मुद्राएं भी अमेरिकी डॉलर की मजबूती के सामने प्रदर्शन कर रही हैं। यह तथ्य है कि भारतीय रुपया शायद इस अमरीकी डालर की दरों में बढ़ोतरी के सामने ठीक प्रदर्शन कर रहा है। भारतीय रुपये ने कई अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है।'
रुपये में मजबूती जारी, निचले स्तर से भारतीय मुद्रा में 1.35 रुपये की रिकवरी
नई दिल्ली। सिर्फ 2 सप्ताह पहले डॉलर के मुकाबले (against dollar) रिकॉर्ड लो लेवल (record low level ) पर पहुंच चुके रुपये ( rupee) ने शानदार तेजी (spectacular rise) दिखाई है। इस तेजी की बदौलत रुपया 19 जुलाई के रिकॉर्ड लो लेवल 80.06 रुपये प्रति डॉलर के स्तर से अभी तक 1.35 रुपये प्रति डॉलर की मजबूती (Strengthening by Rs 1.35 per dollar) हासिल कर चुका है। आज भारतीय मुद्रा 31 पैसे की मजबूती के साथ डॉलर के मुकाबले 78.71 रुपये (अस्थाई) के स्तर पर बंद हुई।
इंटर बैंक फॉरेन सिक्योरिटी एक्सचेंज में भारतीय मुद्रा ने आज 10 पैसे की तेजी के साथ 78.96 रुपये प्रति डॉलर के कारोबार की शुरुआत की। डॉलर की मजबूती कारोबार शुरू होने के बाद से ही रुपया लगातार मजबूत होता गया। शुरुआती सौदों में 78.94 के स्तर पर डॉलर की बोली लगाई गई, जो धीरे-धीरे गिरते हुए दोपहर 1 बजे तक 78.56 के स्तर तक पहुंच गई।
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इंट्रा-डे कारोबार में रूपया उस समय तक डॉलर के मुकाबले 50 पैसे की मजबूती हासिल कर चुका था। हालांकि कारोबार के दूसरे सत्र में विदेशी निवेशकों द्वारा शेयर बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा दिया जाने के कारण मुद्रा बाजार में डॉलर की मांग में थोड़ा इजाफा हुआ, जिसकी वजह से भारतीय मुद्रा दिन के सर्वोच्च स्तर पर कायम नहीं रह सकी और नीचे फिसल कर 31 पैसे की मजबूती के साथ 78.71 रुपया प्रति डॉलर (अस्थाई) के स्तर पर आज के कारोबार का अंत किया।
मार्केट एक्सपर्ट मयंक मोहन के मुताबिक रुपये ने मुख्य रूप से पिछले तीन कारोबारी दिनों के दौरान जबरदस्ती तेजी हासिल की है। इस दौरान डॉलर इंडेक्स में भी 0.22 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जिसकी वजह से डॉलर इंडेक्स कमजोर होकर 105.21 के स्तर पर पहुंच गया है। डॉलर इंडेक्स में आई कमजोरी का फायदा रुपये की मजबूती के रूप में साफ नजर आ रहा है। इसके साथ ही रुपये को कच्चे तेल की कीमत में आई गिरावट से भी सपोर्ट मिला है।
Economy रुपया 22 पैसे की मजबूती के साथ 79.02 प्रति डॉलर पर बंद
File Photo
मुंबई: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 22 पैसे की जोरदार बढ़त के साथ 79.02 (अस्थायी) के भाव पर बंद हुआ। निवेशकों के जोखिम लेने की धारणा में सुधार, कच्चे तेल की कीमत में गिरावट और डॉलर में कमजोरी आने के बीच रुपये की विनिमय दर में मजबूती आई। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया मजबूती के साथ 79.16 के स्तर पर खुला।
शेयर बाजार में बढ़त का रुख रहने और कच्चे तेल में आई नरमी से रुपये को समर्थन मिला। कारोबार के दौरान एक समय रुपया 79.00 के उच्च स्तर और 79.22 के निचले स्तर पर भी रहा। लेकिन कारोबार के अंत में रुपया 79.02 प्रति डॉलर के अस्थायी भाव पर बंद हुआ। इस तरह रुपये में पिछले कारोबारी दिवस की तुलना में 22 पैसे की डॉलर की मजबूती तगड़ी बढ़त दर्ज की गई। शुक्रवार को रुपया 79.24 रुपये प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था।
Rupee Against Dollar: डॉलर के मुकाबले रुपये में बढ़ रही है कमजोरी, ज्यादा रिटर्न के लिए कैसे तैयार करें पोर्टफोलियो
डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर होने से भारतीय निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो रिटर्न को बढ़ाने में मदद मिलती है.
Rupee Against Dollar: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में गिरावट आज भी जारी रही. शुरूआती कारोबार बाजार में डॉलर के मुकाबले में रुपया 82.66 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. एक्सपर्ट्स की माने तो ग्लोबल मार्केट में जारी अनिश्चितता की वजह डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा में आगे भी गिरावट जारी रह सकती है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अगले कुछ दिनों में रुपया 83.50 के स्तर तक गिर सकता है. इस अनिश्चितता का असर न सिर्फ भारतीय करेंसी पर हो रहा, बल्कि दुनिया भर के देश इससे प्रभावित हो रहे हैं.
अब तक के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा रुपया
इससे पहले सोमवार को रुपया 82.40 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया था. गिरावट का यह दौर इस साल जनवरी 2022 से जारी है. डॉलर लगातार रुपये के मुकाबले मजबूत हो रहा है और आने वाले दिनों में भी ऐसा ही जारी रह सकता है. रुपये को कमजोर होने से बचाने के लिए आरबीआई द्वारा विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले 2 सालों से कमी की जा रही है. इस साल अब तक विदेशी मुद्रा भंडार में 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है.
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यूएस फेड की सख्त आर्थिक नीतियो का असर
डॉलर में मजबूती के पीछे यूएस फेड अपनाई गए सख्त आर्थिक नीति को माना जा सकता है. इसके साथ ही अमेरिकी में जॉब की बढ़ती संख्या भी इसकी एक बड़ी वजह हो सकती है. फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में अभी और भी इजाफा किये जाने की उम्मीद है. डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती आने में अभी थोड़ा वक्त लग सकता है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चों को किसी विदेशी स्कूल में भेजने के बारे में सोच रहे हैं, तो आप अमेरिकी शेयरों में निवेश करने या विदेशी बैंक खाते में पैसा रखने के बारे में सोच सकते हैं. विदेशों में भेजे गए पैसो पर RBI द्वारा Liberalized Remittance Scheme अपनाई जाती है. इस नीति के डॉलर की मजबूती तहत नाबालिगों सहित सभी निवासियों को किसी भी वैध चालू या पूंजी खाता लेनदेन या दोनों के संयोजन के लिए हर फाइनेंशियल ईयर में 2,50,000 अमेरिकी डॉलर तक टैक्स फ्री ट्रांजेक्शन की परमिशन दी गई है.
'रुपया कमजोर नहीं हो रहा, इसका प्रदर्शन काफी अच्छा. डॉलर मजबूत हो रहा है', रुपये की गिरावट पर बोलीं निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रुपये ने अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। वित्त मंत्री ने ये टिप्पणी उस समय की है जब लगातार रुपये का भाव डॉलर के मुकाबले गिर रहा है। रुपया हाल में 82.69 के सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया था। गिरावट के बारे में बताते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसा डॉलर के मजबूत होने के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है।
'रुपया कमजोर नहीं हो डॉलर की मजबूती रहा, इसका प्रदर्शन काफी अच्छा. डॉलर मजबूत हो रहा है', रुपये की गिरावट पर बोलीं निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि रुपये ने अन्य उभरती बाजार मुद्राओं की तुलना में काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। वित्त मंत्री ने ये टिप्पणी उस समय की है जब लगातार रुपये का भाव डॉलर के मुकाबले गिर रहा है। रुपया हाल में 82.69 के सर्वकालिक निचले स्तर तक गिर गया था। गिरावट के बारे में बताते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि ऐसा डॉलर के मजबूत होने के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है।