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कोरिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 : भारत के इन खिलाड़ियों पर होंगी सबकी नजरें - देखें लाइव
कोरिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 में किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन अपने अभियान की शुरुआत करेंगे। यहां देख सकते हैं लाइव!
कोरिया के संचियॉन में मंगलवार से शुरू हो रहे कोरिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 में भारत के कई दिग्गज खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगे। जहां दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु, साइना नेहवाल, किदांबी श्रीकांत और लक्ष्य सेन हिस्सा लेंगे। ये टूर्नामेंट 5 अप्रैल से शुरू होगा और इसका समापन 10 अप्रैल को होगा।
पीवी सिंधु स्विस ओपन खिताब जीतने के बाद वूमेंस सिंगल्स मुकाबले के पहले राउंड में अमेरिका की गैर वरीयता प्राप्त लॉरेन लैम से भिड़ेंगी। इस टूर्नामेंट में पीवी सिंधु तीसरी वरीयता प्राप्त बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। इसके साथ ही वह वर्तमान में वर्ल्ड रैंकिंग में 7वें स्थान पर काबिज हैं।
इससे पहले सिंधु ने जनवरी में सैयद मोदी टूर्नामेंट में खिताब जीता था।
वूमेंस सिंगल्स मुकाबले मे शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल इस टूर्नामेंट में जीत के साथ वापसी करने की तैयारी करेंगी। उनका सामना जापान की असुका ताकाहाशी से होगा। इससे पहले साइना ऑल इंग्लैंड ओपन के दूसरे राउंड में चैंपियन अकाने यामागुची से हार कर बाहर हो गई थीं।
शीर्ष खिलाड़ियों के अलावा इस टूर्नामेंट में मालविका बंसोड़ और श्री कृष्ण प्रिया कुदरवल्ली भी प्रतिस्पर्धा करेंगी।
पहले राउंड में किदांबी श्रीकांत का सामना मलेशिया के लेव डेरेन से होगा। इससे पहले उन्होंने दिसंबर में वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था। किदांबी श्रीकांत ने 2015 में स्विस ओपन जीता था।
वहीं, मेंस सिंगल्स के पहले राउंड में युवा बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन कोरिया के चोई जी हून के खिलाफ अभियान की शुरुआत करेंगे। इससे पहले लक्ष्य ने 21 साल बाद ऑल इंग्लैंड ओपन में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष का गौरव हासिल किया था।
इस टूर्नामेंट में सौरभ वर्मा, पारुपल्ली कश्यप, एच एस प्रणॉय और किरण जॉर्ज भी अपने अभियान की शुरुआत करेंगे।
वूमेंस डबल्स मुकाबले के पहले राउंड में चौथी वरीयता प्राप्त जोड़ी को अश्विनी पोनप्पा और सिक्की रेड्डी को बाई मिली है। वहीं भारत की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी पलक अरोड़ा और उन्नति हुड्डा का सामना दक्षिण कोरिया की चांग ये-ना और जंग क्यूंग-उन से होगा।
मेंस डबल्स मुकाबले में चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी की जोड़ी को तीसरी वरीयता दी गई है। भारतीय जोड़ी का सामना ताए यांग शिन और वांग चान से होगा।
जनवरी में इंडिया ओपन का खिताब जीतने के बाद भारतीय जोड़ी इंग्लैंड ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार गई थी।
इसके अलावा ध्रुव कपिला और एमआर अर्जुन की जोड़ी चीन की गैर वरीयता प्राप्त जोड़ी बा दा किम और ही यंग पार्क से मुकाबला करेंगें, जबकि कृष्ण प्रसाद गरगा और विष्णुवर्धन पंजाला की भारतीय जोड़ी इंडोनेशिया के प्रमुद्य कुसुमावर्धन और येरेमिया रामबिटन से भिड़ेगी।
मिक्स्ड डबल्स में सुमीत रेड्डी और अश्विनी पोनप्पा मलेशिया के जून लिआंग एंडी क्वेक के खिलाफ अपने अभियान की शुरुआत करेंगी। यह जोड़ी मिक्स्ड डबल्स में एकमात्र भारतीय जोड़ी है।
कोरिया ओपन बैडमिंटन 2022 की लाइव स्ट्रीमिंग को भारत में कहां देख सकते हैं?
भारत में कोरिया ओपन बैडमिंटन 2022 को लाइव को Voot Select और BWF के आधिकारिक Youtube चैनल BWF TV पर भी देख सकते हैं।
कोरिया ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 के लिए भारतीय टीम
मेंस सिंगल्स:
किदांबी श्रीकांत, लक्ष्य सेन, एचएस प्रणय, बी साई प्रणीत, पारुपल्ली कश्यप, सौरभ वर्मा, किरण जॉर्ज, चिराग सेन, राहुल यादव चित्तबोइना, समीर वर्मा, सिद्धार्थ प्रताप सिंह, एस शंकर मुथुसामी सुब्रमण्यम
वूमेंस सिंगल्स:
पीवी सिंधु, साइना नेहवाल, मालविका बंसोड़, उन्नति हुड्डा, श्रीकृष्ण प्रिया कुदरवल्ली, श्रुथिका सेंथिल, अनुरा प्रभुदेसाई
मेंस डबल्स:
चिराग शेट्टी/सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी, कृष्णा प्रसाद गरागा/विष्णुवर्धन पंजाला, एमआर अर्जुन/ध्रुव कपिला, सुमीत रेड्डी/नवनीथ बोक्का
अमेरिका ने सैन्य कार्रवाई की धमकी दी, नॉर्थ कोरिया ने जवाब में दाग दी बैलिस्टिक मिसाइल
उत्तर कोरिया ने कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी. उसने अमेरिका की धमकी के बाद यह कदम उठाया. दरअसल अमेरिका ने अपने सहयोगियों दक्षिण कोरिया और जापान की सुरक्षा को लेकर दृढ़ प्रतिबद्धता जताते हुए उत्तर कोरिया पर कड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू करने की धमकी दी थी.
aajtak.in
- सियोल,
- 18 नवंबर 2022,
- (अपडेटेड 18 नवंबर 2022, 8:40 AM IST)
उत्तर कोरिया ने गुरुवार को अपने पूर्वी समुद्री तट की ओर कम दूरी की एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी. दक्षिण कोरियाई सेना के मुताबिक यह मिसाइल पूर्वी तटीय इलाके वोनसान से सुबह 10:48 बजे दागी गई, जो कोरियाई प्रायद्वीप और जापान के बीच जा गिरी.
दक्षिण कोरिया, अमेरिका और जापान की सेनाओं ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि यह कदम क्षेत्रीय स्थिरता के सामने खतरा पैदा करता है. दक्षिण कोरिया ने कहा कि उत्तर कोरिया ने अमेरिका द्वारा क्षेत्र में अपने सहयोगियों-दक्षिण कोरिया और जापान की सुरक्षा को लेकर दृढ़ प्रतिबद्धता जताने के डोंचियन चैनल जवाब में कड़ी सैन्य कार्रवाई शुरू करने की धमकी देने के कुछ घंटों बाद यह कदम उठाया.
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि उत्तर कोरियाई मिसाइल अधिकतम 47 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी की दूरी तक उड़ी. उन्होंने कहा कि मिसाइल दागना कोरियाई प्रायद्वीप की शांति और सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली एक भड़काने वाली कार्रवाई है.
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अमेरिका जितनी मदद करेगा, हम उतना जवाब देंगे
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने कहा- अमेरिका अपने सहयोगियों को जितनी ज्यादा मदद की पेशकश करेगा और वे कोरियाई प्रायद्वीप में जितनी अधिक उकसावे वाली सैन्य गतिविधियां संचालित करेंगे, उत्तर कोरिया की जवाबी कार्रवाई उतनी ही कड़ी होगी. उन्होंने चेताया कि यह अमेरिका और उसके इशारे पर चलने वाली ताकतों के लिए अधिक गंभीर, यथार्थवादी और अपरिहार्य खतरा पैदा करेगा.
चो के बयान के जवाब में दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन का मकसद उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु एवं मिसाइल खतरों से निपटने के लिए एक संयुक्त प्रतिक्रिया का समन्वय करना था. जापान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उत्तर कोरिया का बार-बार मिसाइल प्रक्षेपण करना जापान, क्षेत्र और पूरी दुनिया की डोंचियन चैनल शांति एवं सुरक्षा के लिए खतरा है. अमेरिका-प्रशांत कमान ने कहा कि प्रक्षेपण उत्तर कोरिया के अवैध विध्वंसक हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के अस्थिर प्रभाव को उजागर करता है.
अमेरिका-साउथ कोरिया-जापान के सम्मेलन से तनाव बढ़ेगा
मिसाइल दागने से पहले उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री चो सोन ह्यू ने बयान जारी कर चेताया था कि प्योंगयांग के मिसाइल प्रक्षेपणों को लेकर अमेरिका, साउथ कोरिया और जापान का हालिया शिखर सम्मेलन कोरियाई प्रायद्वीप के मौजूदा तनाव को अप्रत्याशित रूप से बढ़ा देगा. अमेरिकी राष्ट्रपति के उनके दक्षिण कोरियाई और जापानी समकक्षों के साथ हाल में हुए त्रिपक्षीय सम्मेलन को लेकर उत्तर कोरिया ने बयान दिया.
सम्मेलन के बाद तीनों देशों के नेताओं ने संयुक्त बयान जारी करते हुए उत्तर कोरिया मिसाइल परीक्षणों की कड़ी निंदा की थी और प्रतिरोध क्षमता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की सहमति जताई थी.बयान में बाइडन ने परमाणु हथियारों सहित अन्य सभी सैन्य उपायों के जरिये दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दोहराया था.
North Korea fires missile: कोरियाई प्रायद्वीप में मिसाइलों के जरिए शक्ति प्रदर्शन, तनाव चरम पर
North Korea fires missile: मंगलवार को उत्तर कोरिया ने बिना कोई चेतावनी दिए जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। ऐसा उसने पांच साल में पहली बार किया। अमेरिका ने इसे उत्तर कोरिया की बेहद भड़काऊ और गैर-जिम्मेदार कार्रवाई माना है.
उत्तर कोरिया के जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के जवाब में अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने भी कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट की दिशा में चार मिसाइलें दागी हैं। खुद दक्षिण कोरिया के सेना प्रमुख ने इस बात का एलान किया। बुधवार को दक्षिण कोरिया ने जो मिसाइलें दागीं, उनमें एटीएसीएमएस प्रक्षेपास्त्र शामिल हैं।
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को मिसाइलें दागी थीं। उसके बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अलग-अलग जवाबी कार्रवाई की। इन घटनाओं से दक्षिण-पूर्व एशिया में अचानक तनाव काफी बढ़ गया है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी के मुताबिक जवाबी मिसाइलें यह दिखाने के लिए दागी गईं कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के पास उत्तर कोरिया की किसी भड़काऊ कार्रवाई का सैनिक रूप से जवाब देने की क्षमता है।
मंगलवार को उत्तर कोरिया ने बिना कोई चेतावनी दिए जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। ऐसा उसने पांच साल में पहली बार किया। अमेरिका ने इसे उत्तर कोरिया की बेहद भड़काऊ और गैर-जिम्मेदार कार्रवाई माना है।
खबरों में कहा गया है कि उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइलें जापान के ऊपर से गुजरते हुए प्रशांत महासागर में जाकर गिरीं। इसके पहले 2017 में भी उत्तर करिया ने जापान के ऊपर से मिसाइल दागी थी। इस वर्ष उत्तर कोरिया 23 बार मिसाइलें दाग चुका है। इनमें से ज्यादातर मौकों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं। उत्तर कोरिया के वर्तमान सर्वोच्च नेता किम जोंग उन 2012 में सत्ता में आए थे। उसके बाद किसी एक वर्ष में इतनी बार उत्तर कोरिया ने मिसाइलें नहीं दागीं। 2020 में ऐसी सिर्फ चार 2021 में आठ घटनाएं हुई थीं।
मंगलवार को दिखे नजारे से यह संकेत मिला कि उत्तर कोरिया काफी शक्तिशाली और दूर तक मार करने वाली मिसाइलें बना चुका है। उसकी मिसाइलें एक हजार किलोमीटर की ऊंचाई से गुजरते हुए 4,600 किलोमीटर तक गईं। इस वर्ष दागी गईं उसकी मिसाइलों में सबसे तीव्र गति से गुजरने वाली मिसाइल 17 मार्च को छोड़ी गई थी। वह मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से 17 गुना अधिक तेजी से गुजरी थी।
अमेरिकी विशेषज्ञों ने ध्यान दिलाया है कि अमेरिकी द्वीप गुआम उत्तर कोरिया से 3,380 किलोमीटर दूर है। यानी ये इलाका उत्तर कोरिया के मिसाइल रेंज के अंदर आता है। एक विशेषज्ञ ने अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन से कहा- ‘उत्तर कोरिया के पास डोंचियन चैनल डोंचियन चैनल बहुत-सी मिसाइलें ऐसी हैं, जो छोटी दूरी तक मार करने में ही सक्षम हैं। वे जापान तक नहीं पहुंच सकतीं। लेकिन उसके पास कुछ मिसाइलें ऐसी हैं, जो ये दूरी तय कर सकती हैं।’
आम तौर पर उत्तर कोरिया अपनी मिसाइलें कोरियाई प्रायद्वीप के तट से समुद्र की तरफ दागता रहा है। इसीलिए इस बार जापान के ऊपर से इन्हें दागने के उसके फैसले को अहम माना जा रहा है। विश्लेषकों ने कहा है कि इसके जरिए उत्तर कोरिया ने कुछ खास संदेश देने की कोशिश की है। उसने दिखाया है कि उसके पास ऐसी मिसाइलें हैं, जो विमान से लेकर जहाजों तक को निशाना बना सकती हैँ।
जापान के थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज में सीनियर फेलॉ रॉबर्ट वार्ड ने कहा है- इस समय जापान को उत्तर मे रूस से लेकर दक्षिण में चीन तक से सुरक्षा संबंधी खतरों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हो सकता है कि उत्तर कोरिया ने अस्थिर अंतरराष्ट्रीय स्थिति का फायदा उठाते हुए अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की हो।
विस्तार
उत्तर कोरिया के जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के जवाब में अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने भी कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट की दिशा में चार मिसाइलें दागी हैं। खुद दक्षिण कोरिया के सेना प्रमुख ने इस बात का एलान किया। बुधवार को दक्षिण कोरिया ने जो मिसाइलें दागीं, उनमें एटीएसीएमएस प्रक्षेपास्त्र शामिल हैं।
उत्तर कोरिया ने मंगलवार को मिसाइलें दागी थीं। उसके बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अलग-अलग जवाबी कार्रवाई की। इन घटनाओं से दक्षिण-पूर्व एशिया में अचानक तनाव काफी बढ़ गया है। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के रणनीतिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी के मुताबिक जवाबी मिसाइलें यह दिखाने के लिए दागी गईं कि अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के पास उत्तर कोरिया की किसी भड़काऊ कार्रवाई का सैनिक रूप से जवाब देने की क्षमता है।
मंगलवार को उत्तर कोरिया ने बिना कोई चेतावनी दिए जापान के ऊपर से बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। ऐसा उसने पांच साल में पहली बार किया। अमेरिका ने इसे उत्तर कोरिया की बेहद भड़काऊ और गैर-जिम्मेदार कार्रवाई माना है।
खबरों में कहा गया है कि उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइलें जापान के ऊपर से गुजरते हुए प्रशांत महासागर में जाकर गिरीं। इसके पहले 2017 में भी उत्तर करिया ने जापान के ऊपर से मिसाइल दागी थी। इस वर्ष उत्तर कोरिया 23 बार मिसाइलें डोंचियन चैनल दाग चुका है। इनमें से ज्यादातर मौकों पर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गई हैं। उत्तर कोरिया के वर्तमान सर्वोच्च नेता किम जोंग उन 2012 में सत्ता में आए थे। उसके बाद किसी एक वर्ष में इतनी बार उत्तर कोरिया ने मिसाइलें नहीं दागीं। 2020 में ऐसी सिर्फ चार 2021 में आठ घटनाएं हुई थीं।
मंगलवार को दिखे नजारे से यह संकेत मिला कि उत्तर कोरिया काफी शक्तिशाली और दूर तक मार करने वाली मिसाइलें बना चुका है। उसकी मिसाइलें एक हजार किलोमीटर की ऊंचाई से गुजरते हुए 4,600 किलोमीटर तक गईं। इस वर्ष दागी गईं उसकी मिसाइलों में सबसे तीव्र गति से गुजरने वाली मिसाइल 17 मार्च को छोड़ी गई थी। वह मिसाइल ध्वनि की रफ्तार से 17 गुना अधिक तेजी से गुजरी थी।
अमेरिकी विशेषज्ञों ने ध्यान दिलाया है कि अमेरिकी द्वीप गुआम उत्तर कोरिया से 3,380 किलोमीटर दूर है। यानी ये इलाका उत्तर कोरिया के मिसाइल रेंज के अंदर आता है। एक विशेषज्ञ ने अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन से कहा- ‘उत्तर कोरिया के पास बहुत-सी मिसाइलें ऐसी हैं, जो छोटी दूरी तक मार करने में ही सक्षम हैं। वे जापान तक नहीं पहुंच सकतीं। लेकिन उसके पास कुछ मिसाइलें ऐसी हैं, जो ये दूरी तय कर सकती हैं।’
आम तौर पर उत्तर कोरिया अपनी मिसाइलें कोरियाई प्रायद्वीप के तट से समुद्र की तरफ दागता रहा है। इसीलिए इस बार जापान के ऊपर से इन्हें दागने के उसके फैसले को अहम माना जा रहा है। विश्लेषकों ने कहा है कि इसके जरिए उत्तर कोरिया ने कुछ खास संदेश देने की कोशिश की है। उसने दिखाया है कि उसके पास ऐसी मिसाइलें हैं, जो विमान से लेकर जहाजों तक को निशाना बना सकती हैँ।
जापान के थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटेजिक स्टडीज में सीनियर फेलॉ रॉबर्ट वार्ड ने कहा है- इस समय जापान को उत्तर मे रूस से लेकर दक्षिण में चीन तक से सुरक्षा संबंधी खतरों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हो सकता है कि उत्तर कोरिया ने अस्थिर अंतरराष्ट्रीय स्थिति का फायदा उठाते हुए अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की हो।
Kim jong un daughter: पहली बार दुनिया के सामने आई तानाशाह की बेटी, मिसाइल परीक्षण दिखाने साथ लाए थे किम जोंग-उन
North Korea: किम जोंग-उन अपनी बेटी को बैलिस्टिक मिसाइल की लॉन्चिंग दिखाने साथ लेकर आए थे, जब मिसाइल लॉन्च हुई तो वो तालियां बजा रही थी.
By: ABP Live | Updated at : 19 Nov 2022 11:56 AM (IST)
अपनी बेटी के साथ नॉर्थ कोरिया का तानाशाह
Kim jong un daughter: उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग का नाम दुनिया के सबसे खतरनाक नेताओं में शामिल है. लोग उन्हें सनकी तानाशाह कहकर भी बुलाते हैं. किम के इतने दुश्मन हैं कि वो बेहद गुप्त जीवन व्यतीत करते हैं. उनके परिवार के मेंबर के बारे में भी दुनिया बहुत कम ही जानती है. परिवार में किम जोंग-उन के बाद उनकी छोटी बहन किम यो-जोंग कभी कभार मीडिया के सामने आ जाती है. हालांकि अब दुनिया सनकी तानाशाह की बेटी को भी पहचानने लगी है. किम खुद ही अपनी बेटी को दुनिया के सामने लेकर आए.
किम जोंग उन शुक्रवार को पहली बार अपनी बेटी को दुनिया के सामने लेकर आए. किम उसे अपने साथ सैन्य हथियार दिखाने के लिए लेकर आए थे. नार्थ कोरिया के सरकारी चैनल KCNA ने किम जोंग उन के साथ उनकी बेटी की तस्वीर को पूरी दुनिया को दिखाया. तस्वीर में किम जोंग अपनी बेटी को सैन्य हथियार दिखा रहे हैं. इस दौरान बेटी भी अपने पिता का हाथ पकड़ हुए है. सरकारी चैनल ने बेटी का नाम नहीं बताया है.
बेटी को मिसाइल लॉन्च दिखाया
जानकारी के मुताबिक किम जोंग ने अपनी बेटी को बैलिस्टिक मिसाइल की लॉन्चिंग दिखाई. मीडिया का दावा है कि शुक्रवार को उत्तर कोरिया ने प्योंगयांग इंटरनेशनल एयरफील्ड से काफी हाईटेक और काफी लंबी दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मिसाइल ने 999.2 किमी. तक की उड़ान भरी थी. इस मिसाइल के लॉन्चिंग के समय किम जोंग का परिवार भी उनके साथ मौजूद था. उनकी पत्नी और बेटी भी मिसाइल लॉन्चिंग देखने के लिए आई हुई थीं. जब मिसाइल लॉन्च हुई तो वे तालियां बजा रही थीं.
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किम जोंग के हैं 3 बच्चे
किम की पत्नी का नाम री सोल है. दोनों ने कब शादी की, ये किसी को नहीं पता है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने जुलाई 2012 तक किम की शादी की जानकारी नहीं दी थी. साल 2012 में ही री सोल प्रेग्नेंट हुई थीं. 2018 में उत्तर कोरिया ने उन्हें सम्मानित प्रथम महिला का सम्मान दिया था. इससे पहले पहले उन्हें सिर्फ कॉमरेड कहकर बुलाया जाता था. दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के मुताबिक किम के 3 बच्चे हैं.
Published at : 19 Nov 2022 11:56 AM (IST) Tags: North Korea kim jong un North Korea Ballistic Missile हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
क्या पोलकाडॉट नेटवर्क की प्रगति बीमार डॉट को नई ताकत देगी?
पोलकाडॉट निवेशकों की संख्या में तेजी
पोलकाडॉट पर निवेश भी सर्वकालिक उच्च स्तर पर है, जिसमें डीएफजी 52 सक्रिय परियोजनाओं के साथ पहले स्थान पर है।
हालांकि ये दावे निश्चित रूप से आशाजनक प्रतीत होते हैं, वे डीओटी की बाजार उपस्थिति को कैसे प्रभावित करेंगे? हाल के बदलावों की बदौलत बाजार में सिक्के के प्रदर्शन में सुधार हुआ है।
यदि क्रिप्टो बाजार व्यापक वित्तीय बाजारों के साथ ठीक हो जाता है, तो पोलकाडॉट के पारिस्थितिकी तंत्र और देशी टोकन डीओटी में निवेशकों का विश्वास बढ़ सकता है।
डीआईएफआई और अधिक पारंपरिक वित्तीय बाजार दोनों प्रतिकूल बाजार परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं जिससे मूल्य परिवर्तन की संभावना नहीं है। ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की हालिया वृद्धि ने पहले से ही तीव्र बिक्री दबाव को बढ़ा दिया है।
बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियों से डीओटी चुनौती
हाल के सीपीआई डेटा के कारण डर अभी भी चार्ट पर स्पष्ट है क्योंकि भालू डोंचियन चैनल के निचले हिस्से का परीक्षण करना जारी रखते हैं। भले ही बैल गति हासिल करने की कोशिश कर रहे हों, लेकिन बाजार की प्रतिकूल परिस्थितियां उन्हें भारी पड़ रही हैं।
डीओटी पर कारोबार कर रहा है $ 6.48 इस लेखन के समय, पिछले सात दिनों में 6.5 प्रतिशत नीचे, Coingecko के डेटा से पता चलता है। हालांकि, डीओटी को चार्ट से अच्छी खबर मिलने की उम्मीद है।
$ 6.04 के महत्वपूर्ण समर्थन ने कीमतों में भारी गिरावट को धीमा कर दिया है। यह मजबूत तेजी की प्रवृत्ति को मजबूत करता है, जो 4 घंटे से 1 घंटे के टिक संकेतकों पर अधिक स्पष्ट है।
केंद्र चैनल के पास कीमत $ 6.04 और $ 6.83 के बीच तय हुई है। आज के कारोबारी डोंचियन चैनल सत्र के उद्घाटन में एक तीव्र अस्वीकृति मोमबत्ती के बाद, बैल इन मूल्य स्तरों के आसपास कम अस्थिरता होने पर $ 6.57 के तत्काल प्रतिरोध स्तर से ऊपर घुसने और समेकित करने में सक्षम हो सकते हैं।
एक्सएबीसीडी हार्मोनिक पैटर्न के अनुसार वर्तमान मूल्य आंदोलन इंगित करता है कि निवेशकों और व्यापारियों को गिरावट को खरीदना चाहिए, जिससे कीमत एक अपट्रेंड में बढ़ जाती है।