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क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है

क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है
जरूरी बिलों का भी भुगतान कर सकते हैं?
जी हां! बिल्कुल कर सकते हैं। आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, UPI123Pay की सुविधा के तहत फीचर फोन के जरूरी बिलों का भी भुगतान कर सकते हैं। वे अपने वाहनों के फास्ट टैग को रिचार्ज भी कर सकते हैं। मोबाइल बिल का भी भुगतान कर सकते हैं। इतना ही नहीं यूजर्स अपने अकाउंट में बैलेंस भी चेक कर पाएंगे। यहां तक की ग्राहक अपने बैंक अकाउंट को लिंक करने से लेकर यूपीआई पिन सेट करने और बदलने में भी सक्षम होंगे।

मैं अपनी तस्वीरें कहां बेच सकता हूं?

फोटोस्टॉक्स और फोटो बैंक शुरुआती के साथ-साथ अनुभवी शौकिया और पेशेवर फोटोग्राफरों को न केवल अपने कलात्मक कौशल का अभ्यास करने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि चित्र और तस्वीरें बेचकर अच्छा पैसा कमाने का भी अवसर प्रदान करते हैं। इनमें से अधिकांश सेवाओं में एक ही फोटो को कई बार बेचना संभव है।

ड्रीमस्टाइम सबसे लोकप्रिय सेवाओं में से एक है, यातायात के मामले में शीर्ष तीन में रैंकिंग। फ़ोटोलिया एक छवि बैंक है जो इसी नाम के सबसे बड़े संसाधनों में से एक है। रूसी तस्वीरें खरीदने और बेचने के लिए लॉरी एक बेहतरीन सेवा है।

क्या तस्वीरों को ऑनलाइन बेचना संभव है?

माइक्रोस्टॉक्स और फोटो बैंकों के माध्यम से इंटरनेट पर तस्वीरें बेचना संभव है। फोटो बैंक खरीदार और विक्रेता के बीच क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है एक तरह का मध्यस्थ होता है। वहां लेखक अपने काम को प्रकाशित कर सकता है, और अगर वे उससे कुछ खरीदते हैं, तो वे उसे इसके लिए भुगतान करते हैं। फोटो बैंक बिक्री में मध्यस्थता के लिए क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है एक प्रतिशत शुल्क लेते हैं।

जमा तस्वीरें तस्वीरें, वीडियो, चित्र और पृष्ठभूमि बेचती हैं। शटरस्टॉक की तरह, परीक्षा पास करने के बाद ही आप डिपॉजिट क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है फोटोज पर काम करना शुरू कर सकते हैं। Adobstock शुरुआती लोगों के लिए शीर्ष 3 शेयरों में से एक है और पैसा बनाने के लिए शीर्ष 7 शेयरों में से एक है।

फोटो बेचकर पैसे कैसे कमाए?

पैसे कमाने के लिए फ्री स्टॉक फोटो के लिए साइन अप करें। एक परीक्षा लें (यदि आवश्यक हो), जैसा कि नीचे चर्चा की गई है; एक विचार चुनें (इसे कैसे करें, नीचे वर्णित है); एक संदर्भ का चयन करें, एक छवि माउंट करें; एक फोटो शूट करो ;. सबसे अच्छी तस्वीरें चुनें; तस्वीरें, उन्हें सुधारें;.

www.shutterstock.com। जमाफोटो.कॉम. istockphoto.com। फ़ोटोलिया.कॉम. Dreamstime.com.

RBI की इस नई सर्विस से ऑनलाइन पेमेंट के लिए आज से इंटरनेट-स्मार्टफोन की जरूरत नहीं, मिस्ड काॅल ही काफी

RBI की इस नई सर्विस से ऑनलाइन पेमेंट के लिए आज से इंटरनेट-स्मार्टफोन की जरूरत नहीं, मिस्ड काॅल ही काफी

UPI123Pay: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) ने आज मंगलवार (8 मार्च 2022) को यूपीआई 123पे (UPI123Pay) लॉन्च कर दिया है। यह सुविधा फीचर फोन (Feature Phone) के लिए है। यानी जिनके पास इंटरनेट वाला स्मार्टफोन नहीं है वे भी अब यूपीआई से पेमेंट (UPI payment) कर सकेंगे। कहने का मतलब यह है कि आज से आप बिना इंटरनेट और स्मार्टफोन के आप आसानी से डिजिटल पेमेंट कर सकते हैं।

किसे मिलेगा फायदा?
रिजर्व बैंक के अनुसार, यूपीआई 123पे लॉन्च होने से भारत के करीबन 40 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा जो कि फीचर फोन का यूज कर रहे हैं। इससे गांवों-कस्बों या फिर छोटे शहरों में रहने वाले लोगों को फायदा मिलेगा। लॉन्चिंग के मौके पर गवर्नर दास ने कहा कि फीचर फोन के लिए यूपीआई से ग्रामीण इलाकों के वैसे लोगों की मदद होगी, जो स्मार्टफोन अफोर्ड नहीं कर सकते हैं जिसके चलते यूपीआई क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है पेमेंट नहीं कर पाते हैं।

ITR Filing: 31 जुलाई की समय सीमा से पहले दाखिल करें इनकम टैक्स रिटर्न, जानें- क्या मिलेंगे फायदे?

Updated: July 12, 2022 10:14 AM IST

(Symbolic Image)

ITR Filing Last Date: इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करने की आखिरी तारीख धीरे-धीरे नजदीक आती जा रही है. किसी भी जुर्माने से बचने के लिए आयकरदाताओं को समय सीमा समाप्त होने से पहले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए अपना आईटीआर ऑनलाइन क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है दाखिल कर देना चाहिए.

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बात दें, जिन व्यक्तियों और वेतनभोगी कर्मचारियों के खातों का ऑडिट करने की आवश्यकता नहीं है, उनके आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है.

जिन करदाताओं के खातों का ऑडिट करना पड़ता है, उनके लिए समय सीमा 31 अक्टूबर है. आपको अंतिम तारीख से पहले ही आईटी रिटर्न दाखिल करना चाहिए, जिसके कई फायदे मिलते हैं.

पेनाल्टी नहीं देनी पड़ती है

नियत तारीख तक आईटीआर दाखिल नहीं करने पर आयकर नियमों के अनुसार 10,000 रुपये का जुर्माना के साथ अन्य परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं. आईटीआर फाइलिंग में देरी से आयकर अधिनियम 1961 की धारा 234ए के तहत देय कर पर ब्याज भी लग सकता है.

कानूनी कार्रवाई से बचें

देरी या चूक के मामले में, आयकर क्या इंटरनेट पर ऑनलाइन आय है विभाग एक नोटिस भेज सकता है और आपकी कानूनी परेशानियों को बढ़ा सकता है. यदि I-T विभाग नोटिस के जवाब से असंतुष्ट रहता है और उचित आधार पाता है, तो कानूनी मामला भी चल सकता है.

आसानी से मिलता है लोन

आयकर रिटर्न दाखिल करने में एक साफ ट्रैक रिकॉर्ड होने से लोन प्रदाता से लोन स्वीकृत कराना आसान हो जाता है. लोन के आवेदन के मामले में, बैंकों को उधारकर्ताओं को अपनी आय के प्रमाण के रूप में आईटीआर विवरण की एक प्रति प्रदान करना पड़ता है.

किसी भी औपचारिक लोन स्वीकृति के लिए आयकर रिटर्न एक अनिवार्य दस्तावेज है. जो व्यक्ति टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं करते हैं, उन्हें संस्थागत उधारदाताओं से स्वीकृत लोन प्राप्त करने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है.

जानें ITR 1, ITR 2, ITR 3, और ITR 4 क्या है

      1. आईटीआर 1: यह आईटीआर फॉर्म उन निवासी व्यक्तियों के लिए है जिनकी वेतन/पेंशन, गृह संपत्ति और कृषि जैसे अन्य स्रोतों से 50 लाख से कम आय है।
      2. आईटीआर 2: वहीं, आईटीआर 2 की बात करें तो आईटीआर 1 में दर्ज लिमिट से लेकर 50 लाख रुपये से ज्यादा कमाई करने वाले लोग ITR 2 फॉर्म भर सकते हैं। इसमें वह लोग आते हैं जिन्हें कैपिटल गेन्स से कमाई होती हो, जो एक से ज्यादा हाउस प्रॉपर्टी से पैसे कमाते हों, जिन्हें विदेशी कमाई या विदेशी संपत्ति से कमाई होती हो। वह आईटीआर फॉर्म 2 भरते हैं। वहीं, इसमें भी सैलरी और पेंशन वाले लोग आते हैं।
      3. आईटीआर 3: आईटीआर फॉर्म 3 उन व्यक्ति या हिंदू संगठित परिवार HUF के द्वारा भरा जाता है जिनकी इनकम अपने बिजनेस से हो या अपना कोई पेशा करते हों। इसके साथ ही, सैलरी, हाउस प्रॉपर्टी, कैपिटल गेन्स, हॉर्स रेसिंग, लॉटरी आदि से कमाई होती हो तो आईटीआर फॉर्म -3 भर सकते हैं।
      4. आईटीआर 4: आईटीआर 4 फॉर्म उन व्यक्ति विशेष और एचयूएफ के लिए होता है, पार्टनरशिप फर्म (एलएलपी नहीं) चलाने वाले लोग भी इसे भरते हैं। इनकम टैक्स की धारा 44एडी और 44एई के तहत इनकम होती है तो यह फॉर्म भरना होता है। इसके अलावा सैलरी या पेंशन से 50 लाख रुपये से ज्यादा की कमाई होने पर ITR 4 फॉर्म भर सकते हैं।

      कहीं आपका बच्चा इंटरनेट गेमिंग एडिक्शन का शिकार तो नहीं.

      कहीं आपका बच्चा इंटरनेट गेमिंग एडिक्शन का शिकार तो नहीं.

      • नई दिल्ली,
      • 22 जनवरी 2017,
      • (अपडेटेड 22 जनवरी 2017, 12:36 AM IST)

      आज के डिजिटल युग में ‘बिना इंटरनेट सब सून' वाली स्थिति है. बदलते परिवेश में बच्चों के दोस्त, खेल का मैदान, पार्क, सबकुछ इंटरनेट के एक एप्लीकेशन पर सिमट गया है. आउटडोर गेम्स से ज्यादा तवज्जो अब इनडोर गेम्स को भी नहीं बल्कि इंटरनेट गेम्स को मिलने लगी है.

      इंटरनेट गेमिंग एडिक्शन की गिरफ्त में जाना आसान है लेकिन उससे बाहर निकलना काफी मुश्किल. एक्सपर्ट के मुताबिक इंटरनेट पर गेम खेलने की लत बच्चों को ना सिर्फ शारीरिक और मानसिक रुप से बीमार करती है बल्कि ये बच्चे के व्यक्तित्व विकास के लिए एक बड़ा खतरा है.

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