शेयर बाजार की मूल बातें

चक्रवृद्धि ब्याज

चक्रवृद्धि ब्याज

चक्रवृद्धि ब्याज

कोई मूलधन 2 वर्ष में चक्रवृद् .

कोई मूलधन 2 वर्ष में चक्रवृद्धि ब्याज कि दर से 578.40 रु हो जाता हैं तथा 3 वर्ष में 607.32 रु हो जाता हैं , तो ब्याज कि दर ज्ञात कीजिए।

Updated On: 27-06-2022

UPLOAD PHOTO AND GET THE ANSWER NOW!

Get Link in SMS to Download The Video

Aap ko kya acha nahi laga

साथियों आज का प्रश्न है हमारे पास कोई मूल धन 2 वर्ष में चक्रवर्ती ब्याज की दर से ₹578 40 पैसा हो जाता है तथा 3 वर्ष में ₹607 32 पैसा हो जाता है तो ब्याज की दर ज्ञात चक्रवर्ती ब्याज की दर से ₹578 40 से या दो तरह की बात है पहली बार एक दिया हुआ है मिश्रधन दूसरा मिश्रधन इस साल में दिया हुआ है दूसरे साल या नहीं अगर हमारे पास फार्मूला है मिश्रधन बढ़ाओ मूलधन एक जोर 8 बटा 100 का पावटी चाहिए चाहे इनकी प्रथम भाग से प्रश्न के प्रथम भाग

प्रश्न के प्रथम भाग से जले तो 1 को हम लोग एवं कर देते हैं क्योंकि दो तरह का मिश्रधन है यह है दर जो है वह मान लेते हैं और प्रति सत्य तथा समय अनुमान दो तो अगर इन सबों को हम लोग इस समीकरण में रखें तो हम लोगों को मिलेगा 578.40 बराबर मूलधन वही है और एक जोक और बटा

100 का पावर इन वन है यह हम लोगों ने मान लिया समीकरण प्रश्न के दूसरे वही मूल धन 3 वर्ष में ₹607 32 पैसा होता है या नहीं दूसरा मित्र धन ₹607 32 पैसा होता है दर वही है मूलधन भी वही है क्योंकि वही केवल समय बदल गया यह हो गया तो अब हम लोग इसको सूत्र में रखें तो कुछ इस तरह की बात होगी ₹660 32 में से बराबर पी और 1 +

8 बटा 100 का पावर थी यह हो गया समीकरण आई एम को आर का मान चाहिए ब्याज की दर चाहिए अच्छा समीकरण 2 में 1 से भाग देने पर मैंने सांकेतिक भाषा लिखा है 2 में 1 से भाग दिया आप लोगों ने तो 2 में 1 से भाग देने पर हमें मिला क्या तो ₹607 32 पैसा बता ₹578 40 पैसा यह हो गया पी 1 + और बटा 100 का पावर 3 बटा पी

एक जोर और बटा 100 का पावर 21 30 एमबी खत्म दशमलव से 1.5 यानी जो आंकड़ा हमारे पास आया यहां आभार एक है तो घट घट जाएगा यानी आ जाएगा 607 32 बटर 578 40 बराबर 3 में 2 गया है 11 जोहार बट अलसो और बता 100 बराबर 6732 घटा 57840 बटा 5784 0004 बटा 10 बराबर

यह बात तो 13 में 4 गया 992 और 6 सोलह में 8 गया 89 में 7 या 2 2892 2893 बटर 5784 योगी आप 5 * 10 22 9428 0298 अधूरा छूट गया यानी 8 बटा 5 = 1000 = 5% तो हमें चाहिए था ब्याज की दर अतः ब्याज की दर 5% जो इस प्रश्न का

हल है धन्यवाद 5% वार्षिक यह कहना जरूरी है एक प्रश्न का विस्तार हुआ धन्यवाद

चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर

Axis Myzone Free Credit Card

फिंतरा के चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर के बारे में

चक्रवृद्धि ब्याज तब होता है जब समय बीतने के साथ-साथ आप अपने कुल निवेश, मूलधन और ब्याज पर ब्याज प्राप्त करने के साथ-साथ आपकी आय में तेजी से वृद्धि होती है। कंपाउंडिंग संभावनाओं की शक्ति अनंत है क्योंकि निवेश से कमाई करने की क्षमता पैदा होती है। इसके अलावा, चक्रवृद्धि ब्याज समय बीतने के साथ ही कमाई को और बढ़ाता है और आपके निवेश को कई गुना बढ़ने में सक्षम बनाता है।

इस प्रकार, यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप सही आरओआई प्राप्त कर रहे हैं, आपको एक विश्वसनीय चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर की आवश्यकता होगी। फिंतरा आपके निवेश की वृद्धि को निर्धारित करने में आपकी सहायता करने के लिए एक शीर्ष-लाइन मुक्त चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर प्रदान करता है। इसके अलावा, इस कैलकुलेटर की मदद से, आपके रिटर्न के आधार पर, आप या तो एक निश्चित राशि का पुनर्निवेश करना चुन सकते हैं या नई पूंजी में प्रवाह करने का निर्णय ले सकते हैं।

फिंतरा के चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर का उपयोग कैसे करें?

सटीक परिणाम प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित डेटा प्रदान करने की आवश्यकता है:

  1. निवेश राशि
  2. वार्षिक ब्याज दर
  3. समय अवधि (वर्ष)

जब सभी डेटा फिंतरा के चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर में भर दिया गया है, तो "सबमिट करें" पर क्लिक करें, और तुरंत परिणाम प्रदर्शित होंगे।

राशि = P*(1+r/100)^t जहां P मूलधन है, r ब्याज दर है और t निवेश अवधि है।

चक्रवृद्धि ब्याज = राशि - मूलधन

फिंतरा के चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर का उपयोग करने के लाभ

फिंतरा एक मुफ्त और सटीक चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर प्रदान करता है। फिंतरा दैनिक उपयोग के लिए आदर्श है धन्यवाद -

  • उपयोग में आसानी।
  • इसकी विश्वसनीयता और सटीकता।
  • इसकी डेटा सुरक्षा।

चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर के अलावा, आप अन्य कैलकुलेटरों की एक विस्तृत श्रृंखला पाएंगे और उनका उपयोग करने में सक्षम होंगे। फिंतरा के कैलकुलेटरों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वे व्यवसाय में सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ बेंचमार्क किए गए हैं और रोजमर्रा के उपयोग के लिए आदर्श हैं।

अब ऑनलाइन बैंकिंग के नवोन्मेषी तरीकों से, कुछ ही सेकंड में ऑनलाइन बचत खाता खोलना आसान हो गया है! उदाहरण के लिए, कोटक 811 बचत खाता खोलने के लिए कृपया यहां (क्लिक करें) और एक्सिस बैंक बचत खाता खोलने के लिए कृपया यहां (क्लिक करें)।

चक्रवृद्धि ब्याज के अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर कैसे सहायक हो सकता है?

यह चक्रवृद्धि ब्याज की प्रकृति है जो इसे विभिन्न व्यवसायों के लिए आकर्षक बनाती है। ऑनलाइन चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर का उपयोग करके आप निम्नलिखित लाभ उठा सकते हैं:

  • यह एक निश्चित समय सीमा में सटीक आंकड़े और रिटर्न का प्रतिशत निर्धारित करने में मदद करेगा।
  • भारत में एक विश्वसनीय चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर यह पहचानने में मदद करेगा कि आपको एक समय सीमा में कितना निवेश करना पड़ सकता है। फिर सुविधा के साथ आवश्यक कोष की व्यवस्था की जा सकती है।
  • फिंतरा एक अनुकूलन योग्य चक्रवृद्धि ब्याज दर कैलकुलेटर प्रदान करता है जो आपको आवश्यकताओं के आधार पर मान निर्दिष्ट करने में सहायता करेगा।
  • एक चक्रवृद्धि ब्याज कैलकुलेटर आपको कुल रिटर्न और वार्षिक रिटर्न की गणना करने में सक्षम बनाता है।

चक्रवृद्धि ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज साधारण ब्याज में क्या अंतर है?

चक्रवृद्धि ब्याज में पहले अर्जित ब्याज के ब्याज के साथ मूलधन पर ब्याज दोनों शामिल हैं। दूसरी ओर, साधारण ब्याज केवल मूलधन पर अर्जित ब्याज को संदर्भित करता है, और ब्याज पर अर्जित ब्याज को ध्यान में नहीं रखा जाता है।

चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला, परिभाषा | Compound Interest Formula In Hindi

Compound Interest Formula चक्रवृद्धि ब्याज In Hindi : प्रिय मित्रों आज हम आपको चक्रवृद्धि ब्याज के बारे में विस्तार से बताएंगे। आज हमने इस लेख में चक्रवृद्धि ब्याज किसे कहते है, चक्रवृद्धि ब्याज की परिभाषा, चक्रवृद्धि ब्याज का सूत्र इत्यादी के बारे आपके लिए विस्तार से जानकारी दी है। हमारा यह लेख पढ़ने के बाद आपको Chakravarti Byaj की पूर्ण जानकारी के बारे में पता लग जाएगा।

हमारा यह लेख कक्षा 8, 9, 10, 11, 12 के विद्यार्थियों के लिए बहुत अधिक उपयोगी है। इसलिए विद्यार्तियो की सहायता के लिए हमने Byaj Ka Formula लिखा है।

Table of Contents

Compound Interest In Hindi

चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) :- जब किसी व्यक्ति या बैंक से ली गई धनराशि का ब्याज समय पर न देकर उसे मूल धनराशि में जोड़ दिया जाता है और फिर उस धनराशि पर ब्याज लगाया जाता है, उसे चक्रवृद्धि ब्याज कहते है।

साधारण ब्याज :- ब्याज जब केवल मूलधन पर एक निश्चित समय के लिए एक ही दर पर लगाया जाता हैं, तो उसे साधारण ब्याज कहते हैं।

मूलधन (Principal) : वह धन, जो कर्ज के रूप में ली जाती है या दी जाती है। वह मूलधन कहलाता है। इसे P से व्यक्त किया जाता है।

समय (Time) : कर्ज ली या दी जाने की अवधि समय कहलाता है। इसे T या t से व्यक्त किया जाता है।

ब्याज दर ( Rate of Interest) : जिस दर से ब्याज लिया या दिया जाता है, उसे ब्याज दर चक्रवृद्धि ब्याज कहा जाता है। इसे r या R से सूचित किया जाता है।

ब्याज ( Interest ) : मूलधन के अतिरिक्त जो धन वापस किया जाता है, उसे ब्याज कहा जाता है। इसे I से सूचित किया जाता है।

मिश्रधन ( Amount ) : ब्याज सहित मूलधन को मिश्रधन कहते है, इसे A से व्यक्त किया जाता है।

Compound Interest Formula In Hindi

Chakravarti Byaj Ka Formula

चक्रवृद्धि ब्याज का सूत्र :- ब्याज वाले अधिकतर प्रश्नों में समय सप्ताह, महीनें, तिमाही, छमाही आदि के रूप में होते है। जिसे सरलता से व्यक्त करने के लिए निम्न रूप का प्रयोग किया जाता है।

Note:-
जब ब्याज छमाही संयोजित होता है, तो r = R / 2 , n = 2T
ब्याज जब तिमाही संयोजित होता है, तो r = R / 4 , n = 4T

ब्याज सूत्र सूत्र
चक्रवृद्धि ब्याज(1 + R / 100 ) T – मूलधन
चक्रवृद्धि ब्याज मूलधन (1 + दर / 100) T – 1]
चक्रवृद्धि ब्याजमिश्रधन – मूलधन
साधारण ब्याजमिश्रधन – मूलधन I = A P
मूलधनमिश्रधन – साधरण ब्याजP = A I
मूलधनसाधारण ब्याज × 100 / समय × ब्याज की दरP = (I × 100) / R × T
मिश्रधनमूलधन + साधरण ब्याजA = P + I
मिश्रधनमूलधन × (100 + ब्याज की दर समय)A = P × (100 + R)
समयसाधरण ब्याज × 100 / मूलधन × ब्याज की दरT = (I × 100) / (P × R)
ब्याज की दरसाधरण ब्याज × 100 / मूलधन × समयR = (I × 100) / (P × T)

Note:- साधारण ब्याज के संकेत अर्थ

I = Interest (ब्याज)

P = Principal (मूलधन)

R = Rate of Interest ( ब्याज दर)

CI = चक्रवृद्धि ब्याज ( Compound Interest )

यह भी पढ़ें –

हम आशा करते है कि हमारे द्वारा लिखा गया Compound Interest Formula In Hindi आपको पसंद आयी होगा। अगर यह लेख आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों और परिवार वालों के साथ शेयर करना ना भूले। इसके बारे में अगर आपका कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

चक्रवृद्धि ब्याज चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला: फार्मूला, ट्रिक, ब्याज टेबल और उदहारण

चक्रवृद्धि ब्याज गणित में सबसे अधिक प्रयोग की जाने वाली चैप्टर है. क्लास 5th से लेकर प्रतियोगिता एग्जाम की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स तक को पढ़ाया जाता है. क्योंकि चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला की तैयारी व्यक्तिगत जीवन और एग्जाम दोनों में कारगर सिद्ध होता है. जानकारी के लिए बता दें, कि ये एसएससी, बैंक, रेलवे, आदि परीक्षाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण टॉपिक होता है.

साधारण ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज का प्रयोग सरलता से सिखने के लिए इसके फार्मूला का अध्ययन करना अतिआवश्यक है. क्योंकि फार्मूला ही समय के अलग-अलग भाग को परिभाषित करते है. Compound Interest formula in Hindi के माध्यम से फार्मूला, ट्रिक्स और उदाहरण यहाँ उपलब्ध कराया गया है.

Table of Contents

चक्रवृद्धि ब्याज क्या है | Compound Interest Formula in Hindi

जब किसी समय पर अभी तक संचित किए हुए ब्याज को मूलधन में मिलाकर, मिश्रधन पर ब्याज की चक्रवृद्धि ब्याज गणना की जाती है, तो उसे चक्रवृद्धि ब्याज हैं. जिस निश्चित समय अंतराल के बाद ब्याज की गणना करके उसे मूलधन में जोड़ा जाता है, तो उसे चक्रवृद्धि ब्याज कहा जाता हैं.

दुसरें शब्दों में, चक्रवृद्धि ब्याज किसे कहते है?

जब किसी व्यक्ति या बैंक से ली गई धनराशि का ब्याज समय पर न देकर उसे मूल धनराशि चक्रवृद्धि ब्याज में जोड़ दिया जाता है और फिर उस धनराशि पर ब्याज लगाया जाता है, उसे चक्रवृद्धि ब्याज कहते है.

Note:-

1. किसी व्यक्ति या बैंक ऋण लेने वाला त्रणदाता या साहूकार कहलाता हैं.

2. ऋण लिया गया धन मूलधन कहलाता है.

3. जिस अवधि तक ऋण लिया जाता है, वह समय कहलाता है.

4. चक्रवृद्धि ब्याज मूलधन और ब्याज के सम्मिलित रूप को मिश्रधन कहा जाता है.

5. किसी धन पर जिस दर से ब्याज लिया जाता है, उसे ब्याज दर कहा जाता है.

चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला | Compound Interest formula in Hindi

ब्याज सम्बंधित प्रशों को हल करने के लिए निम्न फार्मूला का प्रयोग किया जाता है.

Compound Interest ( CI ) = A – P

जहाँ:-

  • P = मूलधन ( Principal)
  • r = ब्याज की वार्षिक दर ( Rate of Interest)
  • n = एक वर्ष में कुल ब्याज-चक्रों की संख्या
  • t = कुल समय (Time)
  • A = t समय बाद मिश्रधन (Amount)
  • CI = चक्रवृद्धि ब्याज ( Compound Interest )

Note:- ऊपर अंकित फार्मूला का प्रयोग मूलधन, समय, दर,आदि के उपस्थिति में किया जाता है.

चक्रवृद्धि ब्याज के निम्न शर्तें

  • वार्षिक
  • छमाही
  • तिमाही

वार्षिक: ब्याज वार्षिक संयोजित कर मूलधन में जोड़ा जाता है.

छमाही: ब्याज छमाही संयोजित कर मूलधन में जोड़ा जाता है.

तिमाही: ब्याज तिमाही संयोजित कर मूलधन में जोड़ा जाता है.

ध्यान रहे:-

  • जब ब्याज छमाही संयोजित होता है, तो चक्रवृद्धि ब्याज r = R / 2 , n = 2T
  • ब्याज जब तिमाही संयोजित होता है, तो r = R / 4 , n = 4T

Compound Interest के महत्वपूर्ण फार्मूला

1. चक्रवृद्धि ब्याज = (1 + R / 100 ) T – मूलधन

2. चक्रवृद्धि ब्याज = मूलधन (1 + दर / 100) T – 1]

3. चक्रवृद्धि ब्याज = मिश्रधन – मूलधन

4. मूलधन = साधारण ब्याज × 100 / समय × ब्याज की दर

5. मिश्रधन = मूलधन + साधरण ब्याज

6. समय = साधरण ब्याज × 100 / मूलधन × ब्याज की दर

7. ब्याज की दर = साधरण ब्याज × 100 / मूलधन × समय

सम्बंधित महत्वपूर्ण सूत्र,

  • सरलीकरण फार्मूला, परिभाषा एवं Tricks
  • अलजेब्रा का महत्वपूर्ण फार्मूला
  • संख्या पद्धति फार्मूला एवं परिभाषा
  • बहुपद का सूत्र, एवं परिभाषा
  • प्रतिशत फार्मूला, परभाषा एवं ट्रिक्स

चक्रवृद्धि ब्याज का सूत्र विभिन्न रूप में

चक्रवृद्धि ब्याज = (1 + दर / 100 )^समय – मूलधन

चक्रवृद्धि ब्याज = मूलधन [(1 + दर / 100)^समय – 1]

चक्रवृद्धि ब्याज = मिश्रधन – मूलधन

मिश्रधन = मूलधन × (1 दर / 100)^समय

मिश्रधन = मूलधन + ब्याज

Note: chakravarti byaj ka formula को निम्न प्रकार याद रख सकते है.

ब्याजसूत्र
मूलधनP = A I
मूलधनP = (I × 100) / R × T
मिश्रधनA = P + I
मिश्रधनA = P × (100 + R)
समयT = (I × 100) / (P × R)
ब्याज की दरR = (I × 100) / (P × T)

जहाँ:

  • I = Interest (ब्याज)
  • P = Principal (मूलधन)
  • R = Rate of Interest ( ब्याज दर)
  • CI = चक्रवृद्धि ब्याज ( Compound Interest )

चक्रवृद्धि ब्याज ट्रिक्स

Compound Interest Formula in Hindi के माध्यम से 2 वर्षों और 3 वर्षों के चक्रवृद्धि ब्याज का मान निचे टेबल में दिया गया है जिसे देख सरलता से याद भी कर सकते है.

चक्रवृद्धि ब्याजदो वर्षतीन वर्ष
5%10.25%15.76%
8%16.64%25.97%
10%21%33.10%
12%25.44%40.49%
15%32.25%52.09%
20%44%72.80%
25%56.25%95.31%

महत्वपूर्ण तथ्य

साधारण और चक्रवृद्धि ब्याज दोनों परस्पर कार्य करते है. वास्तिविकता यह है कि जब कभी ब्याज को मूलधन में जोड़कर उसका भी ब्याज लिया जाता है. उसे Compound Interest formula in Hindi के माध्यम से हल किया जाता है. ब्याज यानि लेन-देन की श्रेणी में चक्रवृद्धि ब्याज फार्मूला का सर्वाधिक प्रयोग किया जाता है.खासकर प्रतियोगिता परीक्षा के प्रशों को हल करने तथा व्यक्तिगत कार्य को पूरा करने भी उपयोग होता है.

Hey, मैं Jikesh Kumar, Focusonlearn का Author & Founder हूँ. शिक्षा और शिक्षण शैली को सम्पूर्ण भारत में प्रसार के लिए हम अन्तःमन से कार्यरत है. शिक्षा एवं सरकारी योजना से सम्बंधित सभी आवश्यक जानकारी इस वेबसाइट के माध्यम से प्रदान किया जाता है जो शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देने में सक्षम है.

साधारण ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज के बीच का अंतर

Sadharan Byaj Aur ChakraVridhi Byaj Ke Beech Ka Antar

मूलधन: – कुछ अवधि के लिए ऋण स्वरुप चक्रवृद्धि ब्याज ली गई राशि या उधार ली गई को मूलधन कहा जाता है|

ब्याज: – अन्य राशि को उपयोग करने के लिए दी जाने वाली अतिरिक्त राशि को ब्याज कहा जाता है|

साधारण ब्याज (S.I.):- यदि उधार ली गई निश्चित राशि पर ब्याज को समान रूप से गिना जाए तो उसे साधारण ब्याज कहा जाता है|

मान लीजिये मूलधन= P, दर = r % प्रति वर्ष (p.a.), और समय = t वर्ष तो

साधारण ब्याज (SI)= ((P×r×t))/100

इस सूत्र का उपयोग करके हम ज्ञात कर सकते हैं:-
P=(100×SI)/(r×t);

चक्रवृद्धि ब्याज:
जब चक्रवृद्धि ब्याज लागू किया जाता है तो ब्याज का भुगतान वास्तविक मूलधन और अर्जित ब्याज दोनों पर किया जाता है|

इस प्रकार एक वर्ष के लिए साधारण ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज दोनों का ब्याज समान हैं|
मान लीजिये यदि आप बैंक खाते में कुछ जमा कराते हैं जो संयोजित ब्याज का भुगतान करता है और आपको जमा कराए गए वास्तविक मूल्य पर ब्याज का भुगतान प्राप्त होगा और साथ ही अतिरिक्त ब्याज भी प्राप्त होगा|

यह आपके निवेश को साधारण ब्याज में आपके किये गए निवेश को अधिक करता है|
अतः 1 वर्ष के अंत में राशि 2 वर्ष के लिए मूलधन बन जायेगी और 2 वर्ष के अंत की राशि 3 वर्ष के मूलधन में परिवर्तित हो जायेगी|

राशि = मूलधन + ब्याज

A= Amount,
P= Principal,
r= Rate %,
n= no. of years.

इस प्रकार चक्र वृद्धि ब्याज = [P (1+r/100) ^ n – P] = P [(1+r/100) ^ n – 1]

स्थिति:-
जब ब्याज वार्षिक रूप से संयोजित हो:
राशि = P(1+r/100)^n

जब ब्याज अर्द्ध वार्षिक रूप से संयोजित हो:
राशि = P(1+(r/2)/100)^2n

जब ब्याज त्रैमासिक रूप से संयोजित हो:
राशि =P(1+(r/4)/100)^4n

जब ब्याज वार्षिक रूप से संयोजित हो लेकिन समय भिन्न चक्रवृद्धि ब्याज में हो जैसे: 3 सही 4/5
राशि = P(1+r/100)^3×(1+(2r/5)/100)

जब दरें भिन्न वर्षों के लिए विभिन्न हो जैसे क्रमशः पहले, दूसरे और तीसरे वर्षों के लिए r1%, r2%, और r3% |

x रुपए की वर्तमान कीमत n वर्षों के लिए उधार ली गई हो तो:

वर्तमान कीमत = x/(1+r/100)

दो वर्षों के लिए चक्रवृद्धि ब्याज एवं साधारण ब्याज के बीच अंतर का सिद्धांत

CI – SI =P(r/100)^2
For Three Year
CI – SI =P(r^2/(100^2 ))×(300+r)/100)
दो वर्षो के लिए
CI/SI=(200+r)/200

रेटिंग: 4.82
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 129
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *