शेयरों में निवेश करने से पहले

इंडस्ट्री प्लेयर्स का कहना है कि आईपीओ बाजार के लिए ASBA के अमल में आए हुए एक दशक से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन इसे सेकेंडरी मार्केट में लाने पर अधिक जटिल चुनौतियों का सामना करना पड सकता है।
न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए | Minimum amount to invest in stock market
न्यूनतम राशि शेयरों में निवेश करने से पहले शेयर बाजार में निवेश करने के लिए – हर नए इन्वेस्टर के मन में हमेशा ही शेयर बाज़ार में निवेश करने से पहले ये सवाल एकबार जरुर मन में आता है की stock market में invest करने के लिए कितने Minimum amount की जरूरत पड़ती हैं। लोगों में शेयर मार्किट में इन्वेस्टमेंट की प्रति जागरूकता बढ़ने के साथ ही धीरे धीरे ज्यादा से ज्यादा लोग इसके प्रति आकर्षित होते दिखाई दे रहा है, जिसकी वजह शेयर बाजार में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि कितने चाहिए ये सवाल भी ज्यादा से ज्यादा उठते हुवे नजर आ रहा हैं।
आज हम हर नए इन्वेस्टर के मन में बह रही इस सवाल के जबाव के साथ साथ कितने रूपया के साथ शेयर मार्किट में नए इन्वेस्टर को सुरवात करना चाहिए इसके बारे में भी बिस्तार से जानेंगे बहुत ही आसान भाषा में आज हम जानेंगे। आइए बिस्तार से जानते है-
न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए
बहुत ही छोटी अमाउंट से सुरु:- न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए नए इन्वेस्टर को कोई भी बड़ी अमाउंट की जरुरत नहीं पड़ती, बहुत ही छोटी अमाउंट से भी आप शेयर मार्किट में निवेश सुरु कर सकते हो। भारतीय शेयर मार्किट में आपको कुछ पैसे से लेकर कई हजारों तक शेयर का प्राइस देखने को मिलेगा, उसमे आपको तय करना होगा कौन सा शेयर में आपको निवेश करना है उसी के प्राइस के हिसाव से ही आप शेयर मार्किट में निवेश सुरु कर सकते हो।
जितने कम प्राइस वाले शेयर में आप निवेश करोगे, उतना ही कम आपको निवेश के लिए पैसा चाहिए, जिसमे आप 1 रुपया से लेके जितने भी चाहो उतने रूपया से आप भारतीय शेयर बाज़ार में इन्वेस्टमेंट सुरु कर सकते हैं।
500 रूपया से सुरु करे:- भारतीय शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए वैसे तो बहुत ही न्यूनतम राशि से तो सुरु किया जा सकता है, लेकिन मार्किट को अच्छी तरह से समझने के लिए Minimum 500 रूपया आपको जरुर निवेश करना चाहिए। शेयर बाज़ार में अगर आप एक नए निवेशक हो तो आपको कभी भी पहले ही एकसाथ बहुत बड़ी अमाउंट बिल्कुल भी इन्वेस्ट नहीं करना चाहिए, ऐसा कभी नहीं होगा की आप पहले ही मार्किट का हर पहलु समझते हो, कभी कभी आप इन्वेस्टमेंट में गलत भी हो सकते हो, इसलिए नुकशान को कम करने के लिए आपको हमेशा ही छोटी इन्वेस्टमेंट से ही सुरु करना चाहिए।
न्यूनतम राशि से शेयर मार्किट में निवेश करने के लिए कुछ सुझाव
सीखने पर ध्यान देना चाहिए:- जब तक आप किसी भी काम को खुद नहीं करोगो तब तक आपको कोई भी काम अच्छी तरह से समझ नहीं आएगा, ठीक उसी तरह शेयर मार्किट में भी बेहतर होने के लिए भी उसको हमेशा ही सीखते रहना बहुत ही जरुरी हैं। आपको पहले न्यूनतम राशि से ही शेयर बाजार में इन्वेस्टमेंट की सभी बुनियादी जानकारी को अच्छी तरह से समझना चाहिए।
हमेशा ही पहला टारगेट आपका पैसा कमाना से ज्यादा इसको सीखने पर ज्यादा फोकस देना चाहिए, जब आप धीरे धीरे अच्छी तरह से शेयर मार्किट को समझने लगोगे तब अपने आप आपका इन्वेस्टमेंट अच्छी होने के साथ बहुत ही आसानी के साथ अच्छी कमाई आप शेयर मार्किट से कर सकते हो।
क्वांटिटी के बदले क्वालिटी स्टॉक को पकडे:- भले ही शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कोई भी बड़ी राशि की जरुरत नहीं पड़ती, लेकिन उसी को देखते हुवे अगर आप बहुत ही कमजोर कंपनीयों के कम प्राइस वाले शेयर में निवेश करते हो तो इससे आपको बहुत ही ज्यादा नुकशान होने का संभावना बढ़ जाता हैं।
ASBA : जानिए शेयर बाजार में निवेश करने वालों को कैसे फायदा पहुंचाएगा
आइए अब इस प्रस्तावित प्रणाली के बारे में विस्तार से जानते हैं:
ASBA क्या है?
ASBA (Application Supported by Blocked Amount), एक खास तरह का पेमेंट सिस्टम है जिसका इस्तेमाल आईपीओ के लिए अर्जी लगाने के दौरान होता है। वर्ष 2008 से यह उपयोग में है। इससे पहले, निवेशकों को आईपीओ के लिए आवेदन करते समय या तो पैसा चेक से जमा करना होता था या आईपीओ के उद्देश्य से बनाए गए एस्क्रो खाते (escrow account) में अपने खाते से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करना पड़ता था।
उस समय, एक आईपीओ के बंद होने और शेयरों के आवंटन के बीच की समयावधि 10 दिनों से अधिक थी। नतीजतन, पैसा एक निवेशक के बैंक खाते से डेबिट हो जाता था, भले ही उसे शेयर का आवंटन हुआ हो या नहीं।
ASBA के आने के साथ ही पेंमेंट की पूरी प्रक्रिया बदल गई। इस सिस्टम के तहत आईपीओ के लिए अर्जी देते समय केवल एक शेयरों में निवेश करने से पहले निवेशक के बैंक खाते में पैसा अवरुद्ध (ब्लॉक) रहता है। शेयरों के आवंटन के मामले में, आवश्यक धनराशि डेबिट हो जाती है जबकि आवंटन नहीं होने की स्थिति में पूरी ब्लॉक्ड राशि अनब्लॉक्ड हो जाती है।
जानकारियां एकत्रित करें
इसके अलावा इंटरनेट पर निवेश संबधी जानकारियां एकत्रित करें। जब आपको बाजार के बारे में आत्मविश्वास जागने लगे तो भी निवेश करने से पहले दो तीन कंपनियों को चुन लें जहां आपको लगे कि निवेश करना सही रहेगा। उसके बाद उन कंपनियों के भावों पर नियमित नजर रखें। कम से कम एक महीना अपनी इन कंपनियों पर नजर रखें। यदि लगे कि आपका चुनाव सही था तो आप बाजार में जाने के बारे में सोच सकते हैं।
शुरुआत में नाम मात्र का निवेश करें और अनुभव प्राप्त शेयरों में निवेश करने से पहले करें। एकदम से बड़ी रकम दांव पर न लागायें। वैसे भी बाजार में एक साथ बड़ा निवेश करने से बचना चाहिये और अपनी पूँजी का एक एक हिस्सा नियमित रूप से निवेश करना चाहिये। आप कम राशी से भी शेयर बाजार में शुरुआत कर सकते हैं। शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं आप यहां पढ सकते हैं।
अपने रिस्क को समझें
यदि आप नए खिलाडी हैं तो अपने रिस्क को समझें. जब हम कार चलाना सीख रहे होते हैं तो टक्कर होने का खतरा भी रहता है. शुरू के निवेश के फैसले गलत भी हो सकते हैं. बाजार में कभी कभी सुनामी भी आती है. बाजार की सुनामी में अच्छे अच्छे शेयर भी बह जाते हैं. बड़े से बड़े जानकार और अनुभवी लोग भी यहाँ घाटा खा सकते हैं. निवेश से पहले अपने रिस्क सहने की क्षमता का आकलन अवश्य करें.
शेयर बाजार में निवेश पर यह टिप्स आपको कैसे लगे अवश्य बतायें तथा तैयार हो जाएँ शेयर बाजार में निवेश के लिए.
लंबी अवधि के लिए करें निवेश
विशेषज्ञों का कहना है कि शेयर मार्केट में निवेश लंबी अवधि के लिए करना चाहिए। क्योंकि शेयर बाजार के इतिहास में ज्यादातर ऐसे शेयर रहें हैं जो उतार चढ़ाव के बावजूद लंबी अवधि के बाद बहुत ऊपर पहुंचे हैं। इसलिए यह सोचकर अपना पैसा निवेश ना करें कि आज पैसा लगाने पर तुरंत रिटर्न मिलेगा। कुछ स्थिति में छोटी अवधि के निवेश करने पर मुनाफा हो सकता हैं मगर ऐसा करने पर अधिकतर मामलों में नुकसान ही उठाना पड़ता हैं।
यदि आपने अनेकों शेयर खरीदे हुए हैं तो उनसे समान रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए। क्योंकि शेयर कभी भी निश्चित रिटर्न नहीं देते हैं।
ये भी हो सकता हैं आपने पहले जो शेयर खरीदे थे उनसे अधिक मुनाफा मिला है। मगर वर्तमान या भविष्य की स्थिति अलग हो सकती है इसलिए कभी भी समान रिटर्न की उम्मीद ना करें।
शेयरों के कीमत पर ध्यान फोकस ना रखें
अधिकतर निवेशक सिर्फ शेयरों की कीमत देखकर खरीददारी करते हैं। जबकि शेयरों की कीमत पर ध्यान ना रखकर कंपनी की मजबूती पर अधिक ध्यान फोकस करना है। यह शेयर बाजार में निवेश करने का फंडामेंटल तरीका है। जिसे अपनाकर अधिक मुनाफा लिया जा सकता है।
खासकर नये निवेशकों में शेयरों की कीमत पर नजर बनाए रखने का ट्रैंड रहता है। उनका फोकस सिर्फ कम कीमत के शेयर खरीदने पर रहता है। जिसके चलते वे कम कीमत के घटिया शेयर खरीद लेते हैं। जिसके कारण कम कीमत वाले शेयर भी बड़ा नुक़सान करा देते हैं।
आजकल किसी पर भी आंखें बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता है। क्योंकि ऐसा भी होता है कि ब्रोकर अपने मुनाफे के लिए निवेशकों के पैसे ऐसी जगह निवेश करते हैं जहां निवेशकों को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है।
ब्रोकर सही चुनने के लिए आप ब्रोकर की पृष्ठभूमि और प्रतिष्ठा को जांच कर सकते हैं। किसी के कहनें मात्र से ही ब्रोकर का चुनाव ना करें।
तुक्का लगाने से बचें
शेयर बाजार मे सबसे ज्यादा नुक़सान सिर्फ इसी कारण होता है कि निवेश करते समय तुक्का लगाया था। शेयर बाजार कोई तुक्का लगाने के लिए नहीं है। बल्कि इसमें किसी शेयर का पिछला रिकॉर्ड, वर्तमान स्थिति, अनुभव, सही समझ की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। बिना आंकलन किये मुनाफे की उम्मीद करनी ऐसी हैं जैसे कुएं में व्हेल मछली को ढूंढना।
अपनी महनत की कमाई को किसी व्यक्ति के कहने मात्र से ही निवेश नहीं करना चाहिए। सोशल मीडिया या अन्य प्लैटफॉर्म पर अफवाह मे आकर निवेश ना करें बल्कि पूरा आंकलन के बाद ही शेयर मार्केट में निवेश करना चाहिए।
कभी कभी बिना किसी ठोस तथ्य के किसी कंपनी के शेयरों को खरीदने की होड़ लग जाती हैं। जबकि उसमें फायदा या नुकसान का किसी को भी अंदाजा नहीं होता हैं। ऐसी अफवाहों को ध्यान में रखकर बिल्कुल भी निवेश ना करें।
Intraday trading के लिए अच्छी शेयर की पहचान
यदि आप Intraday trading के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसके लिए आपको कंपनी के बारे में विशेष जानने का कोई आवश्यकता नहीं है। आपको जिस दिन शेयर खरीदना है उस दिन मार्केट के शुरुआती 1 घंटे में शेयर की चाल को देखना है। यदि यह लगातार बढ़ रहा है तो आप उसे खरीद ले। 1- 2 घंटे बाद 2- 4% जो भी लाभ-हानि हुआ उसे बेचते हैं।
जैसे एक उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं यदि हमें किसी व्यक्ति के साथ एक-दो घंटे गुजारना है तो हम उसके बारे में विशेष जानकारी नहीं रखना चाहते हैं जैसे उसका स्वभाव कैसा है? किस खानदान से जुड़ा हुआ है? आदि-आदि। हमें 1- 2 घंटे निकाल कर अलग हो जाना है। ठीक उसी प्रकार Intraday trading में हमें उस शेयर को लेना है और बेचना है।
कई कंपनी जो दिवालिया होने के कगार पर रहते हैं लेकिन Intraday trading में 10% से ज्यादा मुनाफा दे देते हैं। क्योंकि कोई पॉजिटिव न्यूज़ उसके शेयर को शेयरों में निवेश करने से पहले उछाल देता है। उस समय यह बात का कोई मतलब नहीं कि वह कंपनी दिवालिया होने वाली है या कुछ और।
लंबी अवधि के लिए एक अच्छी शेयर का चुनाव कैसे करें?
यदि आप किसी शेयर को 1 साल या इससे अधिक समय तक खरीद कर रखना चाहते हैं तो इसकी पहचान के लिए कई तरीके हैं। यदि आप के पास कंपनी का Fundamental, Value, Growth, Balance Sheet, Profit and Loss Account, Company Management, Dividend Policy, P/E Ratio इत्यादि जानने का समय है एवं यह सब जानने में रुचि रखते हैं तो इसे जानकर आप कंपनी के बारे में अच्छी जानकारी ले सकते हो और पता लगा सकते हो कि शेयर अच्छा है या खराब है।
लेकिन अगर आप उपरोक्त जानकारी हासिल करने में Interested नहीं हो और कुछ Shortcut अपनाना चाहते हो जिससे पता लगे कौन सा शेयर अच्छा है। इस पहचानने के लिए मैं आपको कुछ अलग तरीका बताऊंगा जो कहीं भी आपको नहीं मिलेगा।
मैं आपको एक अच्छे शेयर चुनाव करने के लिए कुल 3 तरीके बता रहा हूं जो बिल्कुल सरल एवं practical है। चाहे आप financial background से हो या ना हो अच्छे Share का चयन जरुर कर सकते है।
अच्छा शेयर चुननें के 3 तरीके निम्नलिखित है-
1. Mutual Fund Portfolio देखकर
आपको केवल यह करना है कि आप जो भी शेयर लेना चाहते हैं या अभी तक कोई आपने विचार नहीं किया है कौन सा शेयर लेें तो आप तो Top 5 Mutual Fund को Google में सर्च कर ले।
प्रत्येक Mutual Fund में 70 से 80 कंपनी का शेयर शामिल रहता है। आप ऊपर के 10 शेयर को एक नोटबुक में लिखें। इसी प्रकार पांचों Mutual Fund के 10-10 शेयर को नोटबुक में लिख ले।
आप पांचों Mutual Fund से लिखे गए 10-10 शेयरों को आपस में चेक करें कि कौन सा ऐसा कंपनी का शेयर है जो पांचों Mutual Fund या 4 में शामिल है। जो अधिकतर Mutual Fund पोर्टफोलियो में शामिल है वही एक अच्छा शेयर है।
दोस्तों एक Mutual Fund मैनेजर के अंदर कई मार्केट विशेषज्ञ काम करते हैं। वह सभी अच्छी तरह कंपनी के हर एक पहलू को गौर कर उसे अपने Mutual Fund में शामिल करता है।