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ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन

ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन
Zee Business हिंदी 08-05-2022 ज़ीबिज़ वेब टीम

वर्ष 2022 में उच्च रिटर्न देने वाले भारत में शीर्ष 10 सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

उच्च रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्प

निवेश भारत में संपत्ति बनाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है. यह महंगाई को हराने, फाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने और अपने आर्थिक भविष्य को स्थिर बनाने में मदद करता है. अपने बैंक अकाउंट में पैसे को रखने की बजाय, आप स्टॉक्स, शेयर्स, म्यूचुअल फंड और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे विभिन्न विकल्पों में इन्वेस्ट कर सकते हैं.

यह आपको फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने और भारत के टॉप इन्वेस्टमेंट विकल्पों में ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन इन्वेस्ट करके सुरक्षित जीवन जीने के लिए, भविष्य के लिए फाइनेंशियल सुरक्षा बनाने में मदद कर सकता है.

मार्केट में कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान हैं, जिनमें उच्च स्तर के जोखिम होते हैं और अन्य एसेट क्लास की तुलना में लॉन्ग-टर्म में लाभकारी रिटर्न जनरेट करने की क्षमता होती है.

कई इन्वेस्टमेंट प्लान उपलब्ध होने के कारण, सही विकल्प चुनना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. नीचे कुछ इन्वेस्टमेंट प्लान दिए गए हैं, जो सेविंग को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

भारत में सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान

अगर आप सोच रहे हैं कि पैसे कहां इन्वेस्ट करें, तो यहां कुछ प्रकार के इन्वेस्टमेंट दिए गए हैं जिन्हें आप चुन सकते हैं:

स्टॉक्स

स्टॉक किसी कंपनी या इकाई के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाते हैं. स्टॉक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर के लिए ज़्यादा रिटर्न प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक हैं. लेकिन, ये मार्केट के ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन उतार-चढ़ाव से जुड़े होते हैं, इसलिए पूंजी की हानि का जोखिम हमेशा बना रहता है.

फिक्स्ड डिपॉजिट

जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए, फिक्स्ड डिपॉजिट एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है. एफडी आपके डिपॉजिट पर सुरक्षित रिटर्न प्रदान करती है और इस पर मार्केट के उतार-चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. उच्च-जोखिम लेने वाले इन्वेस्टर भी अपने पोर्टफोलियो को स्थिर बनाने के लिए एफडी, आरईआईटीएस और क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन का विकल्प चुनते हैं.

म्यूचुअल फंड

म्यूचुअल फंड, फंड मैनेजर द्वारा मैनेज किए जाने वाले इन्वेस्टमेंट टूल्स हैं, जो लोगों के पैसे को संग्रह करते हैं और विभिन्न कंपनियों के स्टॉक और बॉन्ड में इन्वेस्ट करते हैं, ताकि रिटर्न मिल सके. आप शुरुआत में छोटी डिपॉजिट राशि से शुरू करके भी अच्छा-खासा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.

सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम

रिटायर हो चुके लोगों के लिए सीनियर सिटीज़न सेविंग स्कीम एक लॉन्ग-टर्म सेविंग विकल्प है. यह उन लोगों के लिए एक आदर्श विकल्प है जो रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर और सुरक्षित आय प्राप्त करना चाहते हैं.

पब्लिक प्रॉविडेंट फंड

पीपीएफ भारत में एक विश्वसनीय इन्वेस्टमेंट प्लान है. इन्वेस्टमेंट प्रति वर्ष मात्र रु. 500 से शुरू है और इन्वेस्ट किए गए मूलधन, अर्जित ब्याज़ और मेच्योरिटी राशि पर टैक्स से छूट दी जाती है. इसका लॉक-इन पीरियड 15 वर्षों का है, जिसमें विभिन्न पड़ावों पर आंशिक निकासी की अनुमति दी जाती है.

एनपीएस

एनपीएस, लाभदायक सरकार समर्थित इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक है, जो पेंशन के विकल्प प्रदान करता है. आपके फंड बॉन्ड, सरकारी सिक्योरिटीज़, स्टॉक और अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्पों में इन्वेस्ट किए जाते हैं. लॉक-इन अवधि इन्वेस्टर की आयु द्वारा निर्धारित की जाती है, क्योंकि जब तक इन्वेस्टर 60 वर्ष की आयु का नहीं होता, तब तक यह स्कीम मेच्योर नहीं होती है.

रियल एस्टेट

रियल एस्टेट, भारत के सबसे तेज़ी से बढ़ते सेक्टर्स में से एक है, जिसमें बेहतरीन संभावनाएं हैं. भारत के कई इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से फ्लैट या प्लॉट खरीदना भी सर्वश्रेष्ठ विकल्प में से एक है. क्योंकि प्रॉपर्टी की दर हर छह महीने में बढ़ सकती है, इसलिए जोखिम कम होता है और रियल एस्टेट एक ऐसे एसेट के रूप में काम करता है, जो लंबे समय में उच्च रिटर्न प्रदान ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन करता है.

गोल्ड बॉन्ड्स

सोवरेन गोल्ड बॉन्ड सरकारी सिक्योरिटीज़ हैं, जो सोने के ग्राम में मूल्यांकित किया जाता है. रिज़र्व बैंक, भारत सरकार की ओर से फिज़िकल गोल्ड रखने के विकल्प के रूप में बांड जारी करता है. इन्वेस्टर को कैश में इश्यू प्राइस का भुगतान करना होता है, और मेच्योरिटी पर बॉन्ड को कैश में रिडीम किया जा सकता है.

आरईआईटीएस

आरईआईटी, या रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट, ऐसी कंपनियां होती हैं, जो कई प्रॉपर्टी सेक्टर में, आय प्रदान करने वाले रियल एस्टेट का मालिक होती हैं या फाइनेंस करती है. इन रियल एस्टेट कंपनियों को आरईआईटी के रूप में पात्रता प्राप्त करने के लिए कई आवश्यकताओं को पूरा करना होता है. अधिकांश आरईआईटी प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेड होता है, जो इन्वेस्टर को कई लाभ प्रदान करता है.

क्रिप्टो

क्रिप्टोकरेंसी, या क्रिप्टो, करेंसी का एक रूप है, जो डिजिटल या वर्चुअल रूप से मौजूद है और ट्रांज़ैक्शन सुरक्षित करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग होता है. क्रिप्टोकरेंसी के पास केंद्र द्वारा जारी होने या विनियमित किए जाने वाला प्राधिकरण नहीं है; बल्कि ट्रांजैक्शन को रिकॉर्ड करने और नई यूनिट जारी करने के लिए डिसेंट्रलाइज़्ड सिस्टम का उपयोग किया जाता है.

आपको अपने पैसे कहां इन्वेस्ट करने चाहिए?

अपनी जोखिम क्षमता के आधार पर, आप या तो मार्केट-लिंक्ड या मार्केट से अप्रभावित रहने वाले इंस्ट्रूमेंट में इन्वेस्ट करने का विकल्प चुन सकते हैं. मार्केट से जुड़े इन्वेस्टमेंट में अधिक रिटर्न मिलते हैं, लेकिन ये हमेशा सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं होते क्योंकि इनमें पूंजी खोने का जोखिम रहता है. तुलना में, फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे इन्वेस्टमेंट टूल, फंड की अधिक सुरक्षा प्रदान करते हैं. बजाज फाइनेंस एक ऐसा फाइनेंसर है जो उच्च एफडी दरों और फंड की सुरक्षा का दोहरा लाभ प्रदान करता है.

जोखिम उठाने की क्षमता आपके इन्वेस्टमेंट के विकल्पों को किस तरह प्रभावित करती है

अधिकांश इन्वेस्टमेंट विकल्पों में कुछ अस्थिरता होती है, और आमतौर पर जब जोखिम का स्तर अधिक होता है, तो इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न भी अधिक होता है. इसलिए, अक्सर इन्वेस्टमेंट के निर्णय इन्वेस्टर्स की जोखिम क्षमता के आधार पर लिए जाते हैं.

कम जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: फिक्स्ड-इनकम विकल्पों में बॉन्ड, डिबेंचर, फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम, और सरकारी सेविंग स्कीम शामिल हैं.

मध्यम-जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: डेट फंड, बैलेंस्ड म्यूचुअल फंड, और इंडेक्स फंड इस कैटेगरी में आते हैं.

अधिक जोखिम वाले इन्वेस्टमेंट: अस्थिरता वाले इन्वेस्टमेंट में स्टॉक और इक्विटी म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प शामिल हैं.

बजाज फाइनेंस एफडी सर्वश्रेष्ठ इन्वेस्टमेंट विकल्पों में से एक क्यों है

  • प्रति वर्ष 7.85% तक की उच्च ब्याज़ दरें. द्वारा एफएएए और इकरा द्वारा एमएएए की उच्चतम सुरक्षा रेटिंग के साथ समय-समय पर भुगतान का विकल्प
  • समय से पहले निकासी से बचने के लिए एफडी पर लोन

बजाज फाइनेंस एफडी में इन्वेस्ट करना अब पहले से भी आसान है. हमारी एंड-टू-एंड ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट प्रोसेस के साथ अपने घर के आराम से अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करें.

Investment Tips: जानिए इन्वेस्टमेंट के लिए Mutual Fund बेहतर ऑप्शन है या Share Market

आज के दौर में निवेश को लेकर कई तरह के सवाल सभी के मन में होते हैं. स्टॉक्स से लेकर म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर ऑप्शन है. यहां कम समय में सही तरीके से निवेश करके आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं. हालांकि दोनों में से बेहतर विकल्प कौन सा है इसे लेकर सभी की अपनी अलग राय है. यह कहना गलत नहीं होगा कि बेहतर क्या है इसे लेकर सीधा जवाब किसी के पास नहीं है.

Investment Tips: जानिए इन्वेस्टमेंट के लिए Mutual Fund बेहतर ऑप्शन है या Share Market

नई दिल्ली, 7 जनवरी 2021. आज के दौर में निवेश को लेकर कई तरह के सवाल सभी के मन में होते हैं. स्टॉक्स से लेकर म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर ऑप्शन है. यहां कम समय में सही तरीके से निवेश करके आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं. हालांकि दोनों में से बेहतर विकल्प कौन सा है इसे लेकर सभी की अपनी अलग राय है. यह कहना गलत नहीं होगा कि बेहतर क्या है इसे लेकर सीधा जवाब किसी के पास नहीं है.

बता दें कि अगर आप म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं तो आपको इसका जवाब खुद मिल जाएगा कि बेहतर क्या है.आपके पास कई ऐसे लोग होंगे जो शेयर में सिर्फ पैसे लगाना पसंद करते हैं जबकि कुछ लोग सिर्फ म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. हालांकि दोनों चीजों में निवेश करने वाले लोग आप को मिलेंगे. ऐसे में अगर आप भी इन दोनों चीजों में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए बेहतर यही है कि किसी दोस्त की मदत लें या फिर एक्सपर्ट की और सही स्टॉक्स का चयन करें. फिर धीरे-धीरे खरीदना-बेचना शुरू करें. ध्यान रहे कि आप सही स्टॉक्स में पैसे लगा रहे हैं. यह भी पढ़ें-Post Office Saving Schemes: पोस्ट ऑफिस की बेहतरीन योजनाएं, जानिए ताजा Interest Rate और कितने समय में आपका पैसा होगा दोगुना

वहीं आप इक्विटी फंड के माध्यम से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. जिससे आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा. क्योंकि आप एक्सपर्ट निवेशक नहीं हैं इसलिए किसी भी स्टॉक्स का चयन न करें. जिससे आपको बाद में नुकसान उठाना पड़े. साथ ही अगर आप नए हैं तो पहले म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश शुरू करना आपके लिए बेस्ट विकल्प होगा. यह भी सच है कि अगर आप खुद ही निवेश करेंगे तो सफलता भी आपको कई नुकसान के बाद ही आएगी. इसलिए इक्विटी वाला म्यूचुअल फंड आपको इन दिक्कतों को आसानी से दूर कर देगा.

उल्लेखनीय है कि स्टॉक्स में निवेश कर अगर आपको अपना पोर्टफोलियो बेहतर बनाना है तो इसके लिए कुछ लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी. लेकिन म्यूचुअल फंड में ऐसा नहीं है आप कुछ हजार रुपये से अपना निवेश शुरू करें. एक समय बाद वह पैसा अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट के तौर पर नजर आने लगेगा.

Investment Tips: रोजाना 70 रुपए निवेश दिलाएगा तगड़ा रिटर्न, मुनाफे के साथ पाएं ये सभी बेनिफिट्स

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Zee Business हिंदी 08-05-2022 ज़ीबिज़ वेब टीम

Investment Tips: अगर आप इन्वेस्टमेंट की ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन प्लानिंग कर रहे हैं, तो आपके लिए PPF यानी की पब्लिक प्रोविडेंट फंड बेस्ट ऑप्शन है. इसमें निवेशकों का पैसा सुरक्षित होने के साथ-साथ तगड़ा मुनाफा देता है. लॉन्ग टर्म सेविंग के लिए आप इसमें इन्वेस्ट कर सकते हैं. इसमें आपको बेहतर रिटर्न और टैक्स बेनिफिट्स मिलते हैं. PPF की खास बात ये है कि इसमें आप मिनिमम 500 रुपए के साथ और मैक्सीमम 1.5 लाख रुपए के साथ निवेश की शुरुआत कर सकते हें. यही कारण है लोग इस निवेश को चुनना पसंद करते हैं. आइए जानते हैं कैसे करें PPF में इन्वेस्ट.

इन्वेस्ट करने पर कितना मिलेगा पैसा?

PPF में निवेश की शुरुआत हर महीने 500 रुपए से हो सकती है. अगर आप हर महीने सिर्फ 500 रुपए जमा करते हैं तो 15 साल बाद करीब 1.6 लाख रुपए का फंड आपके पास तैयार होगा. वहीं, हर महीने 2 हजार रुपए महीना निवेश करके 15 साल में लगभग 6.43 लाख रुपए का फंड तैयार किया जा सकता है. बता दें, एक वित्त वर्ष में अधिकतम निवेश की लिमिट 1.5 लाख रुपए है.

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मैच्योरिटी के बाद 5 साल का एक्सटेंशन

PPF खाते पर 15 साल का लॉक इन पीरियड या मैच्योरिटी पीरियड 15 साल है. लेकिन, इसके बाद भी आप अपने निवेश को जारी रख सकते हैं. मतलब आपको PPF में ये सुविधा मिलती है कि आप इसे 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. कुल 20 साल तक आप मैच्योरिटी अमाउंट को रख सकते हैं. इस दौरान निवेश भी किया जा सकता है. हालांकि, मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से 1 साल पहले इसके लिए आपको एप्लीकेशन देनी होगी कि आप इसका एक्सटेंशन चाहते हैं. 20 साल पूरा होने पर भी 5 साल के लिए दोबारा इसे बढ़ाया जा सकता है.

मिलता है 5 साल का लॉक इन पीरियड

प्री-विड्रॉल के लिए PPF अकाउंट में लॉक इन पीरियड 5 साल रखा गया है. मतलब अकाउंट खुलवाने वाले साल के बाद 5 साल तक इस खाते से पैसा नहीं निकाला जा सकता. ये अवधि पूरा होने के बाद फॉर्म 2 भर कर प्री-विड्रॉल किया जा सकता है. हालांकि, मैच्योरिटी विड्रॉल 15 साल से पहले नहीं किया जा सकता.

Investment Tips: जानिए इन्वेस्टमेंट के लिए Mutual Fund बेहतर ऑप्शन है या Share Market

आज के दौर में निवेश को लेकर कई तरह के सवाल सभी के मन में होते हैं. स्टॉक्स से लेकर म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर ऑप्शन है. यहां कम समय में सही तरीके से निवेश करके आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं. हालांकि दोनों में से बेहतर विकल्प कौन सा है इसे लेकर सभी की अपनी अलग राय है. यह कहना गलत नहीं होगा कि बेहतर क्या है इसे लेकर सीधा जवाब किसी के पास नहीं है.

Investment Tips: जानिए इन्वेस्टमेंट के लिए Mutual Fund बेहतर ऑप्शन है या Share Market

नई दिल्ली, 7 जनवरी 2021. आज के दौर में निवेश को लेकर कई तरह के सवाल सभी के मन में होते हैं. स्टॉक्स से लेकर म्यूचुअल फंड में निवेश करना बेहतर ऑप्शन है. यहां कम समय में सही तरीके से निवेश करके आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं. हालांकि दोनों में से बेहतर विकल्प कौन सा है इसे लेकर सभी की अपनी अलग राय है. यह कहना गलत नहीं होगा कि बेहतर क्या है इसे लेकर सीधा जवाब किसी के पास नहीं है.

बता दें कि अगर आप म्यूचुअल फंड या शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं तो आपको इसका जवाब खुद मिल जाएगा कि बेहतर क्या है.आपके पास कई ऐसे लोग होंगे जो शेयर में सिर्फ पैसे लगाना पसंद करते हैं जबकि कुछ लोग सिर्फ म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. हालांकि दोनों चीजों में निवेश करने वाले लोग आप को मिलेंगे. ऐसे में अगर आप भी इन दोनों चीजों में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए बेहतर यही है कि किसी दोस्त की मदत लें या फिर एक्सपर्ट की और सही स्टॉक्स का चयन करें. फिर धीरे-धीरे खरीदना-बेचना शुरू करें. ध्यान रहे कि आप सही स्टॉक्स में पैसे लगा रहे हैं. यह भी पढ़ें-Post Office Saving Schemes: पोस्ट ऑफिस की बेहतरीन योजनाएं, जानिए ताजा Interest Rate और कितने समय में आपका पैसा होगा दोगुना

वहीं ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन आप इक्विटी फंड के माध्यम से भी निवेश शुरू कर सकते हैं. जिससे आपको बेहतर रिटर्न मिलेगा. क्योंकि आप एक्सपर्ट निवेशक नहीं हैं इसलिए किसी भी स्टॉक्स का चयन न करें. जिससे आपको बाद में नुकसान उठाना पड़े. साथ ही अगर आप नए हैं तो पहले म्यूचुअल फंड के जरिए निवेश शुरू करना आपके लिए बेस्ट विकल्प होगा. यह भी सच है कि अगर आप खुद ही निवेश करेंगे तो सफलता भी आपको कई नुकसान के बाद ही आएगी. इसलिए इक्विटी वाला म्यूचुअल फंड आपको इन दिक्कतों को आसानी से दूर कर देगा.

उल्लेखनीय है कि स्टॉक्स में निवेश कर अगर आपको अपना पोर्टफोलियो बेहतर बनाना ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन है तो इसके लिए कुछ लाख रुपये की जरूरत पड़ेगी. लेकिन म्यूचुअल फंड में ऐसा नहीं है आप कुछ हजार रुपये से अपना निवेश शुरू करें. एक समय बाद वह पैसा अच्छा खासा इन्वेस्टमेंट के तौर पर नजर आने लगेगा.

रेगुलर इनकम के लिए ये रहें 10 सबसे बेस्ट इन्वेस्टमेंट ऑप्शन, हर महीने आपके खाते में आती रहेगी रकम

Regular Income Plan: क्या आप किसी वित्तीय उत्पाद में एकमुश्त राशि का निवेश करके अपने लिए नियमित आय अर्जित करना चाहते हैं? यह रिटायरमेंट, नौकरी/बिजनेस से अस्थिर या खुद की इनकम फ्लो की चाहत के कारण हो सकता है। इस लेख में हम भारत में रेगुलर इनकम बनाने के 10 अलग-अलग तरीकों को बताएंगे जिनमें से 5 सुरक्षित तरीके होंगे और 5 जोखिम भरे तरीके होंगे।

5 सुरक्षित तरीके

आय उत्पन्न करने के 5 सुरक्षित तरीके नीचे दिए गए हैं, जिनमें मूलधन और प्रतिफल लगभग सुनिश्चित है। यह उन निवेशकों के लिए सुझाया गया है जो अपने वित्तीय जीवन में कोई जोखिम नहीं उठा सकते हैं।

1) पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post office Monthly Income Scheme)

कोई व्यक्ति POMIS में एकमुश्त राशि का निवेश कर सकता है और अगले 6 वर्षों के लिए मासिक आय प्राप्त कर सकता है। रिटर्न लगभग 8% मिल सकता है और आय अगले 6 वर्षों के लिए मासिक ब्याज के रूप में दी जा सकती है। किसी को अंत में 5% बोनस के साथ अपनी मूल राशि वापस मिल जाएगी। कोई व्यक्ति व्यक्तिगत खाते में केवल 4.5 लाख और जॉइंट खाते में 9 लाख तक ही निवेश कर सकता है।

2) फिक्स्ड डिपाजिट से मंथली इंटरेस्ट (Monthly interest from Fixed deposits)

सबसे प्रसिद्ध विकल्प मासिक ब्याज भुगतान के साथ फिक्स्ड डिपाजिट खोलना है। यह सरल है और सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक है जिसे कोई भी ले सकता है। ब्याज दर उस अवधि पर निर्भर करेगी जिसके लिए आप सावधि जमा खोलते हैं। लगभग 6-7% के ब्याज की उम्मीद ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन की जा सकती है ब्याज आय कर योग्य है।

3) इंश्योरेंस कंपनियों से एन्युटी (Annuity from Insurance companies)

LIC या प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों से एन्युटी प्लान भी खरीद सकते हैं। इन योजनाओं पर रिटर्न पेंशन अवधि पर निर्भर करेगा और प्रोडक्ट खरीदते समय आपने कौन सा विकल्प लिया है (मूल राशि की वापसी या नहीं)। इन योजनाओं का प्रतिफल बहुत कम होता है और कभी-कभी तो NPS के मामले में पहले से पता भी नहीं चलता है। इसमें तभी प्रवेश करना चाहिए जब आप अपने पैसे से कुछ और करने में सक्षम न हों।

4) लॉन्ग टर्म के गवर्नमेंट बांड (Govt long-term bonds)

लगभग 25-30 वर्ष की परिपक्वता के साथ लंबी अवधि के सरकारी बांड खरीद सकते हैं और लगभग 8% पर अर्ध-वार्षिक ब्याज का भुगतान कर सकते हैं (यह समय-समय पर भिन्न होता है)। ये वास्तविक दीर्घकालिक बांड हैं और कार्यकाल के अंत में आपको अपनी मूल राशि वापस मिल जाती है। ये बांड जनता के लिए धन जुटाने का सरकारी तरीका है और आप इन बांडों को सबसे सुरक्षित साधनों में से एक मान सकते हैं। ये बांड द्वितीयक बाजार में भी व्यापार योग्य हैं, इसलिए यदि आप इनसे छुटकारा पाना चाहते हैं तो आप इन्हें बेच भी सकते हैं।

5) सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior citizen Saving Scheme)

60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे अच्छा विकल्प सीनियर सिटीजन सेविंग में अपना पैसा लगाना और 9% प्रति वर्ष ब्याज प्राप्त करना है जो कि त्रैमासिक देय है। SCSS केवल 5 साल के लिए है जिसके बाद वे मैच्योर हो जाते हैं, उसके बाद उन्हें 3 और साल तक बढ़ाया जा सकता है। ध्यान दें कि 55-60 आयु वर्ग के निवेशक भी SCSS में निवेश कर सकते हैं, बशर्ते उन्होंने VRS का विकल्प चुना हो और धन उनके रिटायरमेंट बेनिफिट से आ रहा हो।

जोखिम भरे 5 तरीके

अब हम आय उत्पन्न करने के 5 जोखिम भरे तरीकों पर चर्चा करेंगे, इन विकल्पों में कुछ जोखिम हैं जैसे आपकी संपत्ति के मूल्य में उतार-चढ़ाव और आय में अस्थिरता, लेकिन इस कारण से सुरक्षित विकल्पों की तुलना में बहुत बेहतर रिटर्न और उच्च आय हो सकती है। यह उन निवेशकों के लिए सुझाया गया है जो अधिक समर्थक निवेशक हैं और उच्च जोखिम लेने के लिए तैयार हैं।

6) म्यूचुअल फंड से SWP (SWP from Mutual funds)ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन

कोई भी इक्विटी म्यूचुअल फंड या डेट म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकता है और एक SWP (सिस्टमैटिक विदड्रॉल प्लान) का विकल्प चुन सकता है, जो म्यूचुअल फंड से एक निश्चित संख्या में यूनिट या हिस्से को समाप्त कर देगा और इसे आपके बैंक खाते में जमा कर देगा। यह SIP के विपरीत है और आय उत्पन्न करने के तरीकों में से एक हो सकता है। ध्यान दें कि ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन अगर SWP तुरंत शुरू किया जाता है तो उस पर एग्जिट लोड लग सकता है, इसलिए एक या दो साल बाद SWP शुरू करना बेहतर होगा। ध्यान दें कि म्यूचुअल फंड में निवेश अस्थिर हो सकता है यदि यह एक इक्विटी म्यूचुअल फंड है। अगर कोई ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं चाहता है, तो डेट फंडों में निवेश करना बेहतर है।

7) म्युचुअल फंड का मंथली इनकम प्लान (Monthly Income plans of Mutual funds)

ऐसे म्युचुअल फंड हैं जो मासिक आय योजना (MIP) कैटेगिरी के हैं। इन म्यूचुअल फंडों में रेगुलर इनकम प्रदान करने के लिए इनबिल्ट स्ट्रक्चर होता है। ये MIP थोड़े अस्थिर हो सकते हैं ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन क्योंकि इनका इक्विटी में भी थोड़ा हिस्सा होता है। निवेशकों के हाथ में लाभांश कर मुक्त हैं।

8) इक्विटी शेयरों से डिविडेंट (Dividends from Equity shares)

अगर आप एक स्टॉक प्रेमी हैं, तो आप लंबी अवधि के शेयरों में निवेश कर सकते हैं, जिनके पास पर्याप्त डिविडेंट पॉइंग हिस्ट्री है। ध्यान दें कि इस तरह से हमेशा डिविडेंट के माध्यम से इनकम की गारंटी नहीं होती है, लेकिन अगर आप अपने निवेश को 10-12 शेयरों में विविधता प्रदान करते हैं, तो आप आश्वस्त हो सकते हैं कि कुछ अन्य शेयरों से डिविडेंट का नियमित प्रवाह होगा। साथ ही आपके निवेश के वास्तविक मूल्य में उतार-चढ़ाव हो सकता है क्योंकि यह एक जोखिम भरा निवेश है। लेकिन जो लोग शेयर बाजार को समझते हैं और अपने निवेश को लेकर धैर्य रखते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

9) म्यूचुअल फंड से डिविडेंट (Dividend from mutual funds)

जो लोग सीधे इक्विटी में निवेश नहीं कर सकते हैं, वे डिविडेंट पेमेंट विकल्प के साथ लंबी अवधि के म्यूचुअल फंड का विकल्प चुन सकते ये हैं आपके पास निवेश के बेस्ट ऑप्शन हैं, इससे यह सुनिश्चित होगा कि उन्हें म्यूचुअल फंड से डिविडेंट इनकम प्राप्त होगी, लेकिन यह साल में केवल एक बार होगा। यह मासिक भुगतान नहीं होगा। यह सुनिश्चित करने के लिए कि विभिन्न फंडों से डिविडेंट आ रहे हैं, किसी को 3-4 फंडों में विविधता लानी चाहिए।

10) रियल एस्टेट से किराया (Rent from Real estate)

कोई भी रियल एस्टेट में निवेश कर सकता है और किराये की इनकम के माध्यम से आय उत्पन्न कर सकता है। जबकि संपत्ति के मूल्य की सराहना होगी, एक को नियमित आय भी मिलेगी, लेकिन यह समझें कि यह उच्च रखरखाव विकल्प है और आपको अपनी संपत्ति की निगरानी करते रहना होगा। महीनों तक अच्छे किराएदार नहीं मिलने और सही किराएदार न मिलने जैसे जोखिम हैं। शहर के बीच में एक संपत्ति लेना सबसे अच्छा है जो बाहरी इलाके के बजाय मांग में होगा।

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