ट्रेडिंग के मौके का फायदा उठाना

वहीं चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका अपने घरेलू मुद्दों को भटकाने के लिए और यूरोप पर अपने दबदबे को फिर से बढ़ाने की कोशिश कर रहा है.
टी20 क्रिकेट की तरह ही वित्तीय निवेश को कर सकते हैं प्लान, जानें कैसे
हम टीवी पर ट्रेडिंग के मौके का फायदा उठाना देखते हैं कि कैसे बल्लेबाजी और गेंदबाजी का एक मजबूत लाइनअप मौजूदा टी20 विश्व कप में सस्पेंस से भरे मैचों में जीत सुनिश्चित करता है. इसी तरह, हमारे पोर्टफोलियो में विभिन्न प्रकार की निवेश योजनाओं की एक मजबूत लाइनअप की आवश्यकता होती है, ताकि बिना असफलता के हमारे वित्तीय लक्ष्यों तक पहुंच सकें.
हैदराबाद: जब हम टीवी पर टी20 क्रिकेट देखते हैं, तो हमें लगता है कि मैच खेलना आसान होता होगा. लेकिन वास्तव में, यह एक पूरी तरह से अलग गेंद का खेल है, जिसमें आत्मविश्वास और सटीकता के साथ दिमाग की उपस्थिति की आवश्यकता होती है. मैच जीतने के लिए बल्लेबाजी और गेंदबाजी की मजबूत लाइनअप की जरूरत होती है. इसी तरह गंतव्य-सफलता तक पहुंचने के लिए एक ठोस वित्तीय योजना के साथ सही लक्ष्य निर्धारित करके निवेश योजनाओं की एक मजबूत लाइनअप की आवश्यकता होती है.
चीन यूक्रेन संकट में रूस के साथ क्यों खड़ा है? जानिए चीन की रणनीति
चीन ने हाल ही में दोनों पक्षों को शांति बनाए रखने और शीत युद्ध वाली मानसिकता को ख़त्म करने की बात कही है. लेकिन ये भी साफ़ दिख रहा है कि वो रूस की चिंताओं के समर्थन में है.
ज़ाहिर है कि चीन अपने पुराने सहयोगी रूस का साथ देगा. लेकिन वो ऐसा क्यों और कैसे कर रहा है, इसके पीछे एक लंबी कहानी है.
'दुनिया की रक्षा करते हैं चीन और रूस'
पिछले हफ़्ते ही चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रूस की चिंताओं को ''जायज़'' बताया था. साथ ही ये भी कहा था कि इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए और इसका समाधान होना चाहिए.
वहीं सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत ने उस दावे को ख़ारिज़ कर दिया, जिसमें अमेरिका की तरफ़ से कहा जा रहा था कि रूस अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए ख़तरा पैदा ट्रेडिंग के मौके का फायदा उठाना कर रहा है.
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संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने के लिए भी चीनी राजदूत ने ट्रेडिंग के मौके का फायदा उठाना अमेरिका की आलोचना की और इसे ''मेगाफ़ोन डिप्लोमेसी'' तक बता दिया.
कूटनीतिक बोलचाल में कहें तो यूक्रेन संकट पर चीन सतर्कता से अपना आधिकारिक स्टैंड ले रहा है.ट्रेडिंग के मौके का फायदा उठाना
लेकिन यूक्रेन संकट को कवर कर रहे चीन के कुछ सरकारी मीडिया आउटलेट इसे अलग तरह से पेश कर रहे हैं.
ऐसे समय में जब चीन में पश्चिम विरोधी भावना बढ़ रही है, कुछ मीडिया आउटलेट यूक्रेन संकट को पश्चिम की एक और नाकामी के तौर पर पेश कर रहे हैं.
साझा लक्ष्य, साझा दुश्मन
कुछ विशेषज्ञों का माना है कि शायद स्टालिन और माओ के दिनों से भी ज़्यादा क़रीबी इस वक़्त रूस और चीन के बीच है.
2014 का क्राइमिया संकट वो मौक़ा था जब रूस, चीन के और क़रीब होता चला गया. रूस उस वक़्त पूरी दुनिया से प्रतिबंधों की मार झेल रहा था, ऐसे वक़्त में चीन ने उसे आर्थिक और कूटनीतिक मदद दी थी.
शुक्रवार से चीन में शीतकालीन ओलंपिक शुरू हुए हैं. इस मौके पर शी जिनपिंग के निमंत्रण पर व्लादीमिर पुतिन भी बीजिंग पहुँचे हैं.
दोनों के बीच एक बैठक भी रखी गई है, इसी के साथ पिछले दो साल में शी जिनपिंग से व्यक्तिगत तौर पर मिलने वाले पहले बड़े विदेशी नेता पुतिन होंगे. चीन के राष्ट्रपति विदेश दौरा नहीं कर रहे हैं, महामारी शुरू होने के बाद से अब तक उन्होंने कुछ ही विदेशी नेताओं से मुलाक़ात की है.
रूस-युक्रेन संभावित युद्ध की आशंकाओं के बीच कैसी है यूक्रेन की जनता?
अमेरिकी बाजार: 133 अंक ऊपर खुला डाउ जोंस, भारत-चीन के बाजारों में भी बढ़त; गलवान घाटी मामले पर चीन के खिलाफ अमेरिका भारत के साथ
शुक्रवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ खुले। डाउ जोंस 0.51 फीसदी की बढ़त के साथ 133 अंक ऊपर खुला। जबकि नैस्डैक 0.33 फीसदी की बढ़त के साथ 32 अंक ऊपर और एसएंडपी 1.16 फीसदी की बढ़त के साथ 36 अंक ऊपर खुला। बाजार खुलते समय डाउ जोंस 26213, नैस्डैक 9943 और एसएंडपी 3151 अंक पर कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को दुनियाभर के ज्यादातर बाजारों में बढ़त रही। जापान का निक्कई 123 अंक, चीन का शंघाई कम्पोसिट 28 अंक, हॉन्ग कॉन्ग का हैंग सैंग 178 अंक, भारत का निफ्टी 152 अंक और सेंसेक्स 523 अंक और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 7 अंक की बढ़त के साथ बंद हुए। वहीं, इस समय यूके टाइम का FTSE 100, फ्रांस का CAC 40, जर्मनी का DAX, इटली का FTSE MIB, रूस का MICEX बढ़त में कारोबार कर रहे हैं।
मप्रः पूर्व विधायकों के लिए आरक्षित किए जाएंगे विधायक विश्राम गृह के 25 फीसदी आवास
भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) के अध्यक्ष गिरीश गौतम (Girish Gautam) ने कहा कि सदन के पूर्व सदस्यों (former members of the house) के मान-सम्मान और उनकी गरिमा का पूरी तरह से ध्यान रखते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण भी किया जाएगा। पूर्व विधायकों का अनुभव हमारे लिए एक पूंजी है, आज हमें उनके मार्गदर्शन का लाभ उठाना चाहिए। पूर्व सदस्यों के मान-सम्मान की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।
गौतम गुरुवार को विधानसभा स्थित सभागार में आयोजित पूर्व विधायकों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष गौतम की पहल पर पहली बार मध्य प्रदेश में पूर्व विधायकों का यह सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें उन्होंने विधायकों के हित में अनेक घोषणाएं कीं और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं के निराकरण का यथासंभव प्रयास भी किया जाएगा। समारोह में लगभग 260 पूर्व विधायक उपस्थित रहे और उन्होंने अपने सुझाव भी दिए। पूर्व विधायकों ने अध्यक्ष गौतम की घोषणाओं और रवैये की सराहना करते हुए कहा कि इससे उन्हें काफी उम्मीदें जागी है।