भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं

पैसे कमाने, बचाने और बढ़ाने के साथ निवेश के मौकों के बारे में जानकारी पाने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर जाएं. फेसबुक पेज पर जाने के लिए यहां क्लिक करें
डिजिटल इंडिया प्रोग्राम क्या है?
भारत सरकार ने डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के पहले चरण में 2.5 लाख गांवों में ब्रॉडबैंड सेवा उपलब्ध कराने की पहल की है. इसके माध्यम से आम आदमी सरकार से सीधे जुड़ सकेगा. इसके साथ ही सरकार देशभर में वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने जा रही है, ताकि आम आदमी को किसी भी काम के लिए इंतजार न करना पड़े. अगर लोगों की जरूरत के सभी काम ऑनलाइन होने लगे तो कागज की भारी बचत होगी जिससे पर्यावरण को भी फायदा होने की उम्मीद है.
डिजिटल इंडिया योजना का एक उद्देश्य ग्रामीण इलाकों को हाई स्पीड इंटरनेट के माध्यम से जोड़ना भी है.
- डिजिटल आधारभूत ढाँचे का निर्माण करना
- इलेक्ट्रॉनिक रूप से सभी सेवा जनता तक पहुंचाना
- डिजिटल साक्षरता
Mutual Fund Investment: लंबे रेस का घोड़ा बनना चाहते हैं, आपके लिए है अवसर, एक नए म्यूचुअल फंड का आया है एनएफओ
नवभारत टाइम्स 23 घंटे पहले
मुंबई
: यदि आप भी लंबे रेस का घोड़ा बनना चाहते हैं तो आपके लिए एक अवसर है। भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं महिंद्रा मनुलाइफ म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) ने उन निवेशकों के लिए स्मॉल कैप फंड एनएफओ (Small Cap NFO) लॉन्च किया भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं जो लंबी अवधि के लिए संपत्ति बनाना चाहते हैं। यह स्मॉल कैप फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है। इसका उद्देश्य मुख्य रूप से स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करना है। यह स्कीम निवेश के लिए खुल गया है। इसमें आगामी पांच दिसंबर तक निवेश किया जा सकेगा।
भारतीय एंट्रपेन्योरशिप को भुनाने का सही अवसर
Big Update on Digital Payment: अब इंटरनेट के बिना भी तुरंत होगा डिजिटल पेमेंट, जानें क्या है तरीका
Big Update on Digital Payment: तेजी से बढ़ रहे इंटरनेट के साथ सबकुछ डिजिटल हो रहा है. रोजाना लेन-देन भी लोग अब ऑनलाइन करने लगे हैं. लेकिन अगर इंटरनेट ना हो तो कैसे होगा डिजिटल पेमेंट. आज हम आपको एक ऐसा तरीका बताएंगे जिससे आप बिना इंटरनेट के डिजिटल पेमेंट कर सकेंगे.
अक्सर ऐसा होता है कि पेमेंट करते समय, यदि इंटरनेट सही तरीके से काम नहीं कर रहा है, तो पेमेंट बीच में ही कैंसिल हो जाता है. अब इस झंझट से छुटकारा मिल जाएगा और बिना इंटरनेट के धड़ाधड़ डिजिटल पेमेंट होगा.
क्या है Big Update on Digital Payment
USSD कोड के जरिये आप आराम से डिजिटल पेमेंट कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको मोबाइल में UPI को एक्टिवेट करना होगा. मतलब, आप एक कोड का इस्तेमाल करके Google Pay, Phone Pay, Paytm या BHIM जैसे UPI APP को लिंक करके किसी को भी पेमेंट कर सकते है. बिना इंटरनेट के USSD कोड के जरिये आराम से डिजिटल पेमेंट किया जा सकता है.
बिना इंटरनेट के डिजिटल पेमेंट का क्या है प्रोसेस
- इसके लिए आपको रजिस्टर्ड स्मार्टफोन के कीपैड मेन्यू में जाना होगा. वहां *99# डायल करें.
- अब आपके सामने बैंक फैसिलिटी से जुड़ा पॉपअप आएगा. इसमें सेंड मनी, रिक्वेस्ट मनी, चेक बैलेंस, यूपीआई पिन जैसे विकल्प मिलेंगे.
- सेंड मनी ऑप्शन पर क्लिक करें. यहां 1 टाइप करें और फिर भेजें. इसके बाद आपसे उस ऑप्शन को सेलेक्ट करने की उम्मीद की जाएगी जहां से आप पैसे भेजना चाहते हैं.
- इसमें आपको कुछ विकल्प मिलेंगे जैसे मोबाइल नंबर, यूपीआई आईडी, सेव्ड बेनिफिशरी आदि. फिर जिस पर आपको करना है उस पर क्लिक करें और भेजें पर क्लिक करें.
- अब आपको यहां लाभार्थी की जानकारी भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं देनी होगी. ट्रांजेक्शन को पूरा करने के लिए आपको वहां UPI पिन डालना होगा.
- UPI पिन देते ही ट्रांजेक्शन पूरा हो जाएगा. इसका मतलब है कि आपने पेमेंट ऑफलाइन कर दिया है. आप इस यूपीआई को डिसेबल भी कर सकते हैं. बस *99# डायल करना होगा.
निर्देशक महेश नारायणन ने बताया, OTT प्लेटफॉर्म और पारंपरिक सिनेमा साथ-साथ रहेंगे !
गोवा न्यूज डेस्क् . भारत के 53वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के भारतीय पैनोरमा वर्ग में प्रदर्शित की जाने वाली फिल्म अरिप्पु के निर्देशक महेश नारायणन ने कहा कि ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म और पारंपरिक सिनेमा थिएटर साथ-साथ मौजूद रहेंगे। महेश नारायणन ने शुक्रवार को आईएफएफआई में टेबल टॉक्स कार्यक्रम में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पहले, स्वतंत्र फिल्म निर्माताओं के पास अपनी फिल्मों को प्रसारित करने के लिए दूरदर्शन के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, लेकिन अब ऐसे कई मंच हैं जो उनका समर्थन करते हैं। एक तरह से या अन्य, फिल्म निर्माता इन प्लेटफार्मों के माध्यम से अपनी फिल्म दिखा सकते हैं। लेकिन हर मंच हर फिल्म को स्वीकार नहीं करेगा। यह बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि उनके पास किस तरह के अभिनेता हैं, बजट क्या है। उन्होंने कहा, डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए फिल्म बनाना मेरे लिए बहुत मुश्किल है। थिएटर में लोग एक खास फिल्म देखने के लिए स्क्रीन के सामने बैठने के लिए एक निश्चित समय निवेश करते हैं। लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म में लोगों के पास छोड़ने के कई विकल्प हैं। फॉरवर्ड, रिवाइंड या जो वे देख रहे हैं उसे बदल दें। फिल्म निर्माताओं के लिए ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए फिल्में करना चुनौतीपूर्ण है।
5 ऐसी सरकारी स्कीम्स, जो Domestic Helpers को आर्थिक रूप से करती हैं सुरक्षित
by बिजनेस वर्ल्ड ब्यूरो ।।
Published - Thursday, 24 November, 2022
नई दिल्ली: भारत में डोमेस्टिक हेल्पर्स की डिमांड बहुत ज्यादा है. बड़े-बड़े शहरों में शायद ही कोई ऐसा घर हो, जिसमें कोई डोमेस्टिक हेल्पर ना हो. ये भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं वे लोग होते हैं जो हमारे डेली के घरेलू काम में मदद करते हैं. चाहे साफ-सफाई की बात हो, बर्तन धुलने का बात हो, खाना बनाने की बात हो, गाड़ी साफ करने की बात या फिर आपकी कार चलाने की बात हो. इन सभी कामों में डोमेस्टिक हेल्पर्स ही हमारी मदद करते हैं. लेकिन ये एक ऐसा वर्ग होता भारत में डिजिटल विकल्प कैसे काम करते हैं है, जो आर्थिक रूप से काफी कमजोर होता है. इनकी आर्थिक स्थिति न तो बहुत मजबूत होती है और ना ही कोई सिक्योरिटी होती है. ऐसे में हम आपको 5 ऐसी सरकारी स्कीम्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप अपने डोमेस्टिक हेल्पर्स को बता सकते हैं और उसका लाभ लेने में उनकी मदद कर सकते हैं.