Cryptocurrency मार्केट क्या है

क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है? क्यों क्रिप्टो बाजार नीचे है? | Why crypto market is down?
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बिजनेस एवं निवेश में हमेशा केवल फायदा ही नहीं होता। बहुत बार नुकसान भी होता है। कई बार अच्छा रिटर्न दे रही करेंसी में इन्वेस्टमेंट भी बहुत बड़ा नुकसान देकर जाता है।
ऐसा संबंधित मार्केट में उतार-चढ़ाव की वजह से होता है। इस उतार-चढ़ाव के कई कारण होते हैं। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट कितना डाउन है एवं यह क्यों डाउन है? आज इस पर हम आपको इस पोस्ट में जानकारी देंगे।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं? (What is cryptocurrency market?)
सबसे पहले समझ लेते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या है? सामान्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी बाजार अथवा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग होती है।
इसे अलग अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे- क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज, डिजिटल करेंसी एक्सचेंज, काॅइन मार्केट एवं क्रिप्टो मार्केट आदि।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार डाउन क्यों है? (Why cryptocurrency market is down?)
आम बजट में भारत सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी में 30 फीसदी टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो मार्केट में बिटकाॅइन के रेट नीचे पहुंच गए। टैक्सेशन की घोषणा के बाद क्रिप्टो निवेशकों में बेचैनी बढ़ गई और इसमें बिकवाली बढ़ गई। यह स्थिति पहली बार नहीं आई है।
दिसंबर, 2021 में भी सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेश्कों को खूब परेशान किया है। उस दौरान भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज पर निवेशकों ने Cryptocurrency मार्केट क्या है जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली। विशेषज्ञ क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों ने इसका लाभ उठाते हुए गिरे भाव पर दांव लगाया एवं क्रिप्टोकरेंसी खरीद ली। वे कीमत गिरने का ही इंतजार कर रहे थे।
आपको जानकारी दे दें कि यद्यपि भारत में अभी तक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को वैध दर्जा प्राप्त नहीं, ऐसे में कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के संचालक इस पर टैक्सेशन को इसके लीगल किए लाने का पहला दरवाजा मानकर चल रहे हैं, जिसे वे पार कर चुके हैं। सरकार भी इस संबंध में फैसला लेने में अधिक देर करने की स्थिति में नहीं है।
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट के समय क्या करना चाहिए? (What to do when Crypto market is down?)
किसी भी चीज में गिरावट का अर्थ यह कतई नहीं होता कि आप उसे छोड़ दें। खास तौर पर शेयर मार्केट के जानकार गिरावट के समय ही शेयरों में निवेश बढ़ाने की नसीहत देते हैं।
क्रिप्टो मार्केट में भी यही फार्मूला लागू होता है। यदि कोई निवेशक अच्छे से मार्केट रिसर्च करता है और उसे यह बेस मजबूत दिखता है तो यह क्रिप्टो करेंसी में निवेश का सबसे अच्छा समय कहा जा सकता है।
प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में 24 घंटे के भीतर आई गिरावट का लेखा जोखा
अब एक नजर डाल लेते हैं पिछले 24 घंटे के भीतर प्रमुख क्रिप्टो करेंसी में आई गिरावट के स्तर पर। यह निम्नवत है-
हमने इस पोस्ट के माध्यम से आपको बताया कि क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्यों डाउन है। यदि आप भी इस करेंसी में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं तो उससे पहले इस मार्केट के उतार-चढ़ाव को अच्छी तरह से समझ लें।
इस पोस्ट को लेकर आपके मस्तिष्क में कोई शक शुबहा है तो हमसे पूछ सकते हैं। करेंसी के संबंध में जागरूकता के मद्देनजर इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करना न भूलें। धन्यवाद।
फीचर आर्टिकल: क्रिप्टो मार्केट बनाम स्टॉक मार्केट; दोनों ही मार्केट के अपने अपने फायदे-नुकसान
क्या मुझे क्रिप्टो मार्केट मैं इन्वेस्ट करना चाहिए? क्या क्रिप्टो मार्केट शेयर मार्केट से ज्यादा विश्वसनीय है? और इसी तरह के ढेरों सवालों की सूची है जो हम में से अधिकांश लोगों के मन में हैं और जिनका उत्तर हम चाहते हैं। क्रिप्टो मार्केट और स्टॉक मार्केट दोनों ही मार्केट के अपने अपने फायदे-नुकसान हैं, लेकिन इससे पहले कि आप इनमें से किसी में निवेश करें, आपको यह जानना होगा कि आखिर ये दोनों मार्केट क्या हैं; इन दोनों में क्या समानताएं और क्या अंतर हैं, वे कौन सी बातें हैं जो उनकी कीमतों को और मार्केट में प्रवेश को तय करती हैं।
मुझे कहां निवेश करना चाहिए – क्रिप्टो या शेयर?
स्मार्ट निवेशक वही है जो इस बात को बखूबी जानता है कि वह किसमें निवेश कर रहा है और उसके पास अपने Cryptocurrency मार्केट क्या है निवेश से संबंधित ठोस जानकारी होनी चाहिए। निवेश के जोखिम और पुरस्कार को पहले से आंकना उसकी सफलता की कुंजी है। किसी निवेशक के प्राथमिक लक्ष्यों में से एक अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाना होता है; अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो और स्टॉक को शामिल करने से आपका पोर्टफोलियो मजबूत होता है।
क्रिप्टो में निवेश करने के लिए आपके पास बड़ा बैंक-बैलेंस होना जरूरी नहीं है। देश के सबसे सरल क्रिप्टो एप -कॉइन स्विच कुबेर में 80 से ज्यादा क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने के लिए बस 100 रुपए से शुरुआत कर सकते हैं। क्रिप्टो करेंसी डिजिटल डीसेंट्रलाइज एसेट होती हैं जो ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी द्वारा संचालित होती हैं और उनमें किसी सेंट्रल अथॉरिटी का दखल नहीं होता। सरल शब्दों में कहें तो आप अपने बॉस खुद होते हैं!
वहीं शेयर में निवेश किसी बिजनेस में हिस्सेदारी होता है। सरल शब्दों में कहें तो, जब आप किसी कंपनी में हिस्सेदारी खरीदते हैं तो, आप उस कंपनी की एसेट में एक शेयरहोल्डर हो जाते हैं और आप उस कंपनी द्वारा बिजनेस में उठाए जाने वाले नफे-नुकसान में हिस्सेदार होते हैं।
शेयर से किस तरह अलग है क्रिप्टो?
क्रिप्टोकरेंसी आईसीओ द्वारा जारी होती हैं या डायरेक्ट एक्सचेंज लिस्टिंग होती है जबकि शेयर आईपीओ के जरिए जारी होते हैं। क्रिप्टो की कीमतों पर मुख्य रूप से मार्केट के सप्लाई और डिमांड के मीट्रिक्स का असर होता है जबकि शेयरों पर उनके फंडामेंटल और अन्य मैक्रो इकोनॉमिक कारकों का असर होता है।
क्रिप्टोकरेंसी किसी मालिकाना हक का फायदा Cryptocurrency मार्केट क्या है नहीं देतीं क्योंकि ये डिजिटल करेंसी हैं लेकिन शेयरों के जरिए आपकी किसी कंपनी में कुछ प्रतिशत तक हिस्सेदारी होती है। क्रिप्टोकरेंसी मार्केट सप्ताह में सातों दिन 24 घंटे और साल के 365 दिन काम करते हैं, यानी ये कभी भी बंद नहीं होते। लेकिन स्टॉक मार्केट सप्ताह में पांच दिन सीमित घंटों के लिए काम करता है और राष्ट्रीय और सार्वजनिक अवकाश पर बंद रहता है।
क्रिप्टोकरेंसी एक उतार-चढ़ाव वाला मार्केट है और किसी को भी इसमें उतनी ही राशि का निवेश करना चाहिए जितने का जोखिम वह ले सकता है। अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टोकरेंसी को शामिल करने से आपको निवेश की विविधता मिलती है। क्रिप्टो में निवेश से पहले आपको अपने स्तर पर भी रिसर्च कर लेनी चाहिए। क्रिप्टो से जुड़ा एक दिलचस्प तथ्य- यदि आपने क्रिप्टोकरेंसी में जनवरी 2020 में लगभग 7 लाख रुपए का निवेश किया होता तो वह दिसंबर 2021 तक 38 लाख रुपए हो गए होते।
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कितना सुरक्षित है? कितना है प्रॉफिट और क्या हैं रिस्क? यहां पढ़ें
Cryptocurrencies एक तरह का eCash या डिजिटल करेंसी है. इसे इंटरनेट पर इस्तेमाल के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए क्रिएट किया जाता है. रुपये या डॉलर जैसी परंपरागत करेंसी की तरह आपको क्रिप्टोकरेंसी नोट या सिक्के में देखने को नहीं मिलेगी. आइए जानते हैं कि इसमें इंवेस्ट करना कितना सुरक्षित होता है.
लीगल स्टेटस के बारे में जानिए
वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी भारत और दुनिया के अधिकतर देशों में लीगल टेंडर नहीं है. इसकी वजह ये है कि इन क्वाइन्स को प्राइवेट तरीके से क्रिएट किया जा सकता है और इस बात को लेकर अभी स्पष्ट समझ विकसित नहीं हो पाई है कि इस करेंसी की वजह से किस तरह का बदलाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अवैध भी नहीं है. भारत में कई ऑनलाइन एक्सचेंज ऑपरेट कर रहे हैं, जिनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और इंवेस्टमेंट किया जा सकता है.
कितना सुरक्षित है इसमें निवेश
अभी तक के ट्रेंड को देखा जाए तो क्रिप्टोकरेंसीज एक तरह से वोलाटाइल इंस्ट्रुमेंट हैं. इसका मतलब ये है कि इसमें काफी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. अगर आप गारंटीड रिटर्न के लिए इसमें पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो Cryptocurrency मार्केट क्या है फिर ये इंवेस्टमेंट विकल्प आपके लिए नहीं है. हालांकि, अगर आप जोखिम ले सकते हैं तो आप इस तथ्य को ध्यान में रख सकते हैं कि पिछले साल कुछ माह में ही एक Bitcoin की कीमत 30,000 डॉलर से 60,000 डॉलर पर पहुंच गई थी.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के फायदे
कई क्रिप्टोकरेंसीज निवेश के पारंपरिक माध्यम की तुलना में बेहतर रिटर्न दे देती हैं. कई लोगों ने पिछले साल इससे काफी अधिक पैसे बनाए. तब इसमें Bull Run देखने को मिला था. अप्रैल, 2020 में एक Bitcoin की कीमत 6,640 डॉलर पर थी और पिछले साल अप्रैल में एक बिटक्वाइन की कीमत 65,000 डॉलर पर पहुंच गई. इस तरह एक साल में ही लोगों को जबरदस्त मुनाफा हुआ.
इसमें निवेश करने के जोखिम
इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक क्रिप्टो मार्केट में जबरदस्त करेक्शन देखने को मिला है. अगर हम Bitcoin की ही बात करें तो यह एक बार 30,455.45 डॉलर के स्तर पर आ गया है. इस तरह आप देख सकते हैं कि इस एसेट में निवेश कितना जोखिम भरा है. इसके साथ दूसरी समस्या ये है कि आज के समय में इसे अधिकतर सामानों या सर्विसेज की खरीद के लिए यूज नहीं किया जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार ने अब तक कोई रेग्युलेशन नहीं बनाया है, ऐसे में एक तरह का ट्रस्ट इश्यू भी देखने को मिलता है.
क्रिप्टो मार्केट में फिर मचा हाहाकार! 21,000$ से नीचे गिरा Cryptocurrency मार्केट क्या है बिटकॉइन
नेशनल डेस्क: बिटक्वाॅइन की कीमतों में गिरावट से निवेशकों को एक बार फिर से तगड़ा झटका लगा। दरअसल, आज मंगलवार को बिटकॉइन एशिया में 21,000 डॉलर से नीचे गिर गया। Coindesk के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोक्यूरेंसी लगभग 7% नीचे थी और $ 22,531.22 पर कारोबार कर रही थी। बता दें कि बिटकॉइन 2020 के अंत से अपने सबसे निचले स्तर पर कारोबार कर रहा है। ईथर सहित अन्य डिजिटल सिक्के भी तेजी से कम थे। वहीं, पिछले सात दिनों के दौरान बिटक्वाॅइन की कीमतों में 33.38% की गिरावट देखने को मिली है।
इस क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में 24 घंटे के दौरान 13.43% की गिरावट देखने को मिली है। वहीं पिछले सात दिनों के कीमतों में 42.84% की गिरावट देखी गई है। दोपहर को USD Coin में बहुत मामूली सुधार देखने को मिली थी।
नवंबर 2021 में बिटक्वाॅइन की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर थी। तब से अबतक लगातार कीमतों में सिर्फ गिरावट देखने को मिली है। जिसकी वजह से क्रिप्टो करेंसी का मार्केट कैप भी 3 ट्रिलियन डाॅलर से घटकर 1 ट्रिलियन डाॅलर के नीचे आ गया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में महंगाई दर 40 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। इसके बाद फेडरल बैंक की ब्याज दरों को बढ़ाया गया। जोका क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट की एक प्रमुख वजह है।
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क्रिप्टो मार्केट में क्या है HODL के मायने? मार्केट क्रैश के दौरान 55% इन्वेस्टर्स ने इसे क्यों चुना?
क्रिप्टो मार्केट क्रैश (Crypto market crash) हो चुका है. बिटकॉइन (Bitcoin - BTC) की कीमतों में भारी गिरावट हुई है. इस कारण रिटेल इन्वेस्टर (Retail Cryptocurrency मार्केट क्या है investors) इसे खरीदने से बच रहे हैं.
क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट फंड्स और बिटकॉइन में ट्रेडिंग अपने ऑल-टाइम हाई से 60% कम है, लेकिन डेटा के कुछ सकारात्मक संकेत इस बात का इशारा हो सकते हैं कि बाजार में जल्द ही रौनक लौट सकती है.
ताजा सर्वे के आंकड़ों से पता चलता है कि क्रिप्टो में पहले से निवेश करने वालों में से 55% ने इस अस्थिरता के दौरान HODL को चुना. HODL है क्या? इसे इस लेख में समझते हैं.
क्रिप्टो इन्वेस्टर HODL
एपिनियो (Appinio) द्वारा किए गए एक हालिया सर्वे के मुताबिक़, क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट के बावजूद, "आधे से अधिक (55%) क्रिप्टो इन्वेस्टर्स (crypto investors) ने हाल ही में क्रिप्टो-एसेट मार्केट में बिकवाली के जवाब में अपना निवेश किया. सिर्फ 8% अपना इन्वेस्टमेंट बेच रहे हैं.”
इससे पता चलता है कि अधिकांश क्रिप्टो इन्वेस्टर्स का इन्वेस्टमेंट में दृढ़ विश्वास बना हुआ है. सर्वे में यह भी पाया गया कि "33% अमेरिकी इन्वेस्टर क्रिप्टो-एसेट्स में इन्वेस्ट करते हैं," और "40% इन्वेस्टर्स का मानना है कि बिटकॉइन अगले तीन महीनों में सबसे अच्छा इन्वेस्टमेंट अवसर पेश करने वाला है."
अमेरिकी इन्वेस्टर्स ने दिखाया भरोसा
अब अगर आप सोच रहे हैं कि अमेरिका में इन्वेस्टर्स ने फाइनेंशियल मार्केट में आए इस उतार-चढ़ाव का जवाब कैसे दिया, तो एपिनियो ने पाया कि 65% उत्तरदाताओं ने अपना इन्वेस्टमेंट किया और अपनी पसंद में आश्वस्त रहे.
जब उनकी सबसे अधिक अल्पकालिक चिंताएं जाहिर करने के लिए कहा गया, तो उत्तरदाताओं में से 66% ने बढ़ती मुद्रास्फीति (inflation) का हवाला दिया, 39% ने वैश्विक अर्थव्यवस्था (global economy) के बारे में कहा और 34% ने अंतरराष्ट्रीय संघर्ष की पहचान की.
eToro में निवेश विश्लेषक (investment analyst) कैली कॉक्स (Callie Cox) के अनुसार, इन चिंताओं के साथ चल रही अनिश्चितता "और रहने और आवास की लागत में समग्र वृद्धि" ने इन्वेस्टर्स के लिए "सुनामी" का काम किया है.
कॉक्स ने कहा: "इन कारणों के बावजूद, पीढ़ी दर पीढ़ी, इन्वेस्टर मैच्योरिटी और समझ दिखा रहे हैं. वे भावुक होकर निर्णय नहीं ले रहे हैं."
क्या है HODL के मायने?
HODL - बिटकॉइन और दूसरी क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और रखने के संदर्भ में "HOLD" की गलत वर्तनी से लिया गया एक शब्द है. आमतौर पर क्रिप्टो इन्वेस्टर्स के Cryptocurrency मार्केट क्या है बीच इसका मतलब है — "hold on for dear life"
HODL शब्द का जन्म 2013 में Bitcointalk फोरम में एक पोस्ट के साथ हुआ था. 2013 में बिटकॉइन की कीमत अस्थिर थी, दिसंबर 2013 की शुरुआत में 950 डॉलर से अधिक हो गई, जो उसी वर्ष अप्रैल में 130 डॉलर से अधिक थी. इस ओरिजिनल Bitcointalk पोस्ट के पीछे 16 दिसंबर, 2013 को चीन द्वारा बिटकॉइन एक्सचेंजों पर लगाए गए बैन को माना जा रहा है.
क्या आप HODL स्टॉक कर सकते हैं?
जबकि HODLing आम तौर पर क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स से जुड़ा होता है, यह buy-and-hold investing स्ट्रेटेजी है. यह सिर्फ क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट तक सीमित नहीं है.
कई स्टॉक इन्वेस्टर लंबे समय तक अपने इन्वेस्टमेंट को "HODL" करते हैं. हालांकि स्टॉक की कीमतें क्रिप्टो एसेट्स की कीमतों की तुलना में लगभग हमेशा कम अस्थिर होती हैं. स्टॉक में इन्वेस्टर जो खरीदते हैं, वे लंबी अवधि के बाद मुनाफा कमा सकते हैं, जबकि क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू में अस्थिरता के चलते इन्वेस्टर्स को HODL में नुकसान उठाना पड़ सकता है.